महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा करेंगे 56 स्पेशल साइबर योद्धा
साइबर पेट्रोलिंग के लिए तैनात किए गए एक्सपर्ट, वीएमडी पर फिल्म के माध्यम से श्रद्धालुओं को किया जाएगा जागरूक
- सीएम योगी के निर्देश पर महाकुम्भ में साइबर सुरक्षा का विशेष इंतजाम
- महाकुम्भनगर में सभी थानों में बनाई जा रही स्पेशल साइबर हेल्प डेस्क
- महाकुम्भनगर पुलिस का साइबर ठगों के खिलाफ बड़े एक्शन का प्लान तैयार
महाकुम्भनगर : महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। यहां देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महाकुम्भनगर में 56 साइबर योद्धा तैनात किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर डिजिटल महाकुम्भ की पूरी मॉनिटरिंग खुद एसएसपी महाकुम्भनगर के द्वारा की जा रही है। साइबर सुरक्षा की विशेष योजना के तहत साइबर ठगों के खिलाफ बड़ा एक्शन प्लान तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री योगी के निर्देश पर महाकुम्भनगर के सभी थानों में एक स्पेशल साइबर हेल्प डेस्क बनाई जा रही है, जिसमें साइबर पेट्रोलिंग के लिए एक्सपर्ट तैनात किए गए हैं। मेला के साथ ही पूरे प्रयागराज ने वीएमडी पर फिल्म के साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी श्रद्धालुओं को जागरूक किया जा रहा है। इसके लिए बाकायदा एआई, एक्स, फेसबुक और गूगल का विधिवत उपयोग किया जा रहा है।
श्रद्धालुओं के लिए 40 वीएमडी मेला क्षेत्र और 40 कमिश्नरेट में लगेंगे
महाकुम्भनगर में तकरीबन 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को जागरूक करने के लिए योगी सरकार ने प्रिंट, डिजिटल और सोशल मीडिया हर प्लेटफार्म का प्रयोग करने का फैसला किया है। इसी योजना के तहत पूरे मेला क्षेत्र और कमिश्नरेट में जगह-जगह वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले (वीएमडी) लगाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। इस योजना के तहत 40 वैरिएबल मैसेजिंग डिस्प्ले मेला क्षेत्र और 40 कमिश्नरेट में लगाए जा रहे हैं, जिन पर साइबर सिक्योरिटी को लेकर श्रद्धालु जनों को जागरूक किया जाएगा, ताजी वो साइबर ठगों से सावधान रहें।
फर्जी वेबसाइटों की सूचना पर तुरंत एक्शन लेगा साइबर थाना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरुप पहली बार दिव्य और भव्य के साथ-साथ डिजिटल महाकुम्भ की योजना तैयार की गई है। जिसके तहत पहली बार बेहद हाईटेक इंतजाम किए जा रहे हैं। यहां देश-विदेश से आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को जागरूक करने के अलावा उन्हें एआई, डार्क वेबसाइट और सोशल मीडिया स्कैमर्स से बचाने के लिए महाकुम्भ साइबर थाना बनाया गया है। इसका उद्देश्य महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा का इंतजाम पुख्ता करना है। साइबर ठगों के फर्जी लिंक के हथियार महाकुम्भ में पूरी तरह नेस्तनाबूद कर दिए जाएंगे। यहां काम करने वाली प्रदेश के चुनिंदा एक्सपर्ट की टीम ने फिलहाल लगभग 50 वेबसाइटों को अपने रडार पर लेकर उनके खिलाफ कार्यवाही भी शुरू कर दी है।
इसके अलावा ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मोबाइल साइबर टीम भी सक्रिय कर दी गई है, जो श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरूक करने का काम भी कर रही है। महाकुम्भ मेले से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। इसके साथ-साथ सरकारी वेबसाइट (जिनमें gov.in लगा हो) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा फर्जी वेबसाइटों की सूचना भी यहां थाने में दी जा सकती है, जिस पर साइबर थाना तुरंत कार्यवाही करेगा। इसके साथ साथ ठगों का ऐसा गिरोह जो एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों से पैसे मांगते हैं, उन पर भी साइबर एक्सपर्ट नजर रख रहे हैं। शिकायत मिलते ही उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। इनके अलावा फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए धोखाधड़ी करने वालों पर भी सख्ती की जाएगी।
सभी 56 थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित किए जा रहे हैं। साइबर ठगों से सावधान रखने को पूरे मेला क्षेत्र में वीएमडी पर फिल्म चलकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।
राजेश द्विवेदी, एसएसपी महाकुम्भ
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