नयी दिल्ली : लोक सभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को 21 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शाम पांच बजे तक औसतन 59.66 प्रतिशत मतदान हुआ।निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सूचना के अनुसार, शाम पांच बजे तक पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक 77.57 प्रतिशत और बिहार में सबसे कम 46.32 प्रतिशत वोट डाले गये थे।पहले चरण में सबसे ज्यादा 102 सीटों पर मतदान कराया जा रहा है।पश्चिम बंगाल में तीन सीटों पर 77.57 प्रतिशत, त्रिपुरा की एक सीट पर 76.10 प्रतिशत, मणिपुर में दो सीटों पर 67.66 प्रतिशत, मेघालय में दो सीटों पर 69.91 प्रतिशत और असम में पांच सीटों पर 70.77 प्रतिशत वोट पड़े थे।
पुड्डुचेरी में एक सीट पर 72.84 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ की एक सीट पर 63.41 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया था। इसी तरह जम्मू-कश्मीर में एक सीट पर 65.08 प्रतिशत, मध्य प्रदेश में पांच सीट पर 63.25 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश में दो सीटपर 63.27 प्रतिशत, सिक्किम में एक सीट पर 68.06 प्रतिशत, नागालैंड में एक सीट पर 55.79 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।मिजोरम में एक सीट पर 52.73 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश में आठ सीटों पर 53.56 प्रतिशत, उत्तराखंड में पांच सीटों पर 57.54 प्रतिशत, अंडमान-निकोबार में एक सीट पर 56.87 प्रतिशत, महाराष्ट्र में पांच सीटों पर 54.85 प्रतिशत, लक्षद्वीप में एक सीट पर 59.02 प्रतिशत, राजस्थान में 12 सीटों पर 50.27 प्रतिशत, तमिलनाडु की 39 सीटों पर 62.02 प्रतिशत वोट डाले गये थे।मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चलेगा।
पश्चिम बंगाल पूर्वोत्तर राजस्थान और अन्य जगहों पर विभिन्न मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही पुरुष और महिला मतदाताओं की लंबी कतारें लग गयी थीं। पहली बार मताधिकार पाने वाले युवा मतादाताओं में मत देने को लेकर खासा उत्साह नजर आया।निर्वाचन आयोग की एक विज्ञप्ति के अऩुसार, “ सभी 21 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में पहले चरण की मतदान प्रक्रिया सुचारु रूप से और शांतिपूर्वक चल रही है। अरुणाचल प्रदेश की 60 और सिक्किम की सभी 32 विधान सभा सीटों पर भी आज मतदान कराया गया। ”चुनाव आयोग ने मतदान को स्वतंत्र और निष्पक्ष तरह से संपन्न कराने के लिये पर्यवेक्षकोंकी तैनाती के अलावा सुरक्षा के व्यापक प्रबन्ध किये हैं। मुख्य निर्वाचन आयुक्त अपने दो सहयोगी चुनाव आयुक्तों ज्ञानेश कुमार और सुखवीर सिंह संधू के साथ आयोग के मुख्यालय से पूरी प्रक्रिया पर निगाह रखे हुये हैं।
बंगाल में जबरदस्त मतदान, शाम पांच बजे तक 77.57 प्रतिशत मतदाताओं ने डाले वोट
पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में शुक्रवार को छिटपुट हिंसा की रिपोर्ट के बीच शाम पांच बजे तक 56 लाख मतदाताओं में से 77.57 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का इस्तेमाल किया।चुनाव आयोग के मुताबिक शाम पांच बजे तक कूचबिहार में 77.73 प्रतिशत, अलीपुरद्वार में 75.54 प्रतिशत और जलपाईगुड़ी में 79.33 प्रतिशत मतदान हुआ। इस बीच, चुनाव आयोग को अपराह्न दो बजे तक 468 शिकायतें मिलीं, जिनमें कूचबिहार से 218, अलीपुरद्वार से 150 और जलपाईगुड़ी से 100 शिकायतें शामिल हैं।
निर्वाचन आयोग ने रिपोर्ट मांगी है कि राज्य पुलिस ने डबग्राम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक शिखा चटर्जी की कार को क्यों रोका था। वह जलपाईगुड़ी जिले के दाताग्राम पूल बारी से विधायक हैं।राज्य में हिंसा और मतदाताओं को डराने-धमकाने की कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर अब तक मतदान कुल मिलाकर शांतिपूर्ण रहा है, खासकर कूच बिहार सीट पर, जहां केंद्रीय गृह राज्य मंत्री एवं भाजपा उम्मीदवार निसिथ प्रमाणिक और तृणमूल उम्मीदवार जगदीश चंद्र बरमा बसुनिया के बीच हाई-प्रोफाइल लड़ाई देखी जा रही है।सीतलकुची, माथाभांगा, सीताई और कूचबिहार के अन्य स्थानों से छिटपुट हिंसा की खबरें प्राप्त हुई हैं।
श्री प्रमाणिक के बंगाल के मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस नेता उदयन गुहा की कथित डराने-धमकाने वाली रणनीति के खिलाफ चुनाव आयोग से अपील करने के बाद चुनाव आयोग ने श्री गुहा को दिनहाटा क्षेत्र तक सीमित कर दिया है। श्री गुहा आज सुबह दिनहाटा के जेनकिंस हाई स्कूल में तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष पर कथित हमले की शिकायत करने के लिए दिनहाटा थाने पहुंचे।श्री प्रमाणिक ने श्री गुहा पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल के मंत्री अच्छी तरह जानते थे कि तृणमूल कांग्रेस धूल चाटने वाली है। उन्होंने कहा, ‘“मतदाता जो भी फैसला करेंगे, हम स्वीकार करेंगे।
”श्री गुहा ने चुनाव अधिकारियों पर भाजपा का साथ देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्होंने मतदान के दिन से एक महीने पहले केंद्रीय बलों को तैनात होते कभी नहीं देखा।किसी भी मतदान केंद्र से किसी अप्रिय घटना की कोई रिपोर्ट नहीं है, जिनकी सुरक्षा सशस्त्र केंद्रीय बलों द्वारा की जा रही है। मतदान शुरू होने के पहले पांच घंटों में चुनाव पैनल को अनियमितताओं के 383 आरोप प्राप्त हुए हैं।आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में चुनाव आयोग ने कूच बिहार से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है।तीन लोकसभा क्षेत्रों में चाय बागानों, आदिवासी इलाकों, ग्रामीण बस्तियों और शहरी इलाकों में फैले मतदाताओं में कुल 27,63,506 महिलाएं शामिल हैं, जो शाम पांच बजे तक लगभग 5814 बूथों पर 30 उम्मीदवारों में से अपने प्रतिनिधि चुनेंगी।
शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए सशस्त्र केंद्रीय बलों की लगभग 250 कंपनियां तैनात की गयी हैं और लगभग 10,000 राज्य पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 13 अतिरिक्त सीएपीएफ कंपनियों को रिजर्व में रखा गया था।चुनाव अधिकारी और चुनाव पर्यवेक्षक क्षेत्र में मतदान प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं।राज्य में हालांकि मुकाबला बहुकोणीय है, लेकिन असली लड़ाई राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी भाजपा के बीच हो सकती है। भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सभी तीन सीटें जीती थी।
कूच बिहार सीट पर श्री प्रमाणिक और श्री बसुनिया के बीच, अलीपुरद्वार में मनोज तिग्गा (भाजपा) और तृणमूल के प्रकाश चिक बड़ाईक के बीच तथा जलपाईगुड़ी में भाजपा के जयंत कुमार रॉय और सत्तारूढ़ दल के निर्मल चंद्र रॉय के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है। श्री प्रमाणिक उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने पहले चरण के मतदान किया।राज्य में सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान प्रक्रिया शुरू हुई।(वार्ता)
चुनाव आयोग के अनुसार, लोकसभा चुनाव के पहले चरण में त्रिपुरा में शाम 7 बजे तक 79.90% मतदान दर्ज किया गया। pic.twitter.com/Poxb2cfF4F
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 19, 2024