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तुमकुरु एचएएल कारखाना भारत के विनिर्माण का प्रमुख केंद्र बनने का प्रमाण : राजनाथ

तुमकुरु : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि यहां हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के हेलीकॉप्टर कारखाने का उद्घाटन भारत के विनिर्माण का एक प्रमुख केंद्र बनने का एक बड़ा प्रमाण है।श्री सिंह ने यहां एचएएल के हेलीकॉप्टर काररखाने के उद्घाटन के मौके पर कहा कि अतीत में देश की यह भूमि रेशम, कपास और इस्पात के उत्पादन और निर्यात का एक प्रमुख केंद्र रही है। आने वाले समय में, भारत की यह भूमि एक बार फिर से देश के लिए विनिर्माण, विशेष रूप से रक्षा निर्माण का केंद्र बनेगी। इसकी शुरुआत हो चुकी है और आज का समारोह इसका एक बड़ा सबूत है।

उन्होंने कहा कि यह निश्चित रूप से रक्षा क्षेत्र के साथ-साथ पूरे देश के लिए बहुत गर्व की बात है। श्री सिंह ने कहा कि यह उद्घाटन कर्नाटक राज्य के उन असंख्य नायकों और स्वतंत्रता सेनानियों को भी श्रद्धांजलि है, जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया।उन्होंने कहा कि यदि एक सदी पहले शुरू हुआ राष्ट्रीय आंदोलन हमारी आजादी का पहला चरण था, तो ‘आत्मनिर्भर भारत’ आंदोलन हमारी आजादी का दूसरा चरण है, जिसके माध्यम से हम तेजी से विदेशी उपकरणों से आजादी की ओर बढ़ रहे हैं, अर्थात, निर्भरता बढ़ रही है।उन्होंने कहा कि इस तरह, सभी वर्ग देश की राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण में योगदान दे रहे हैं। ये सभी हमारी सेनाओं की तरह सीमा पर नहीं खड़े हो सकते हैं, लेकिन पर्दे के पीछे उन्हें मजबूत करने में हैं।

रक्षा मंत्री ने कहा कि इन नायकों का योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। एचएएल की यह नई सुविधा राष्ट्र की रक्षा के लिए उन्हीं नायकों के सामूहिक संकल्प का प्रमाण है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आने वाले समय में भारत भूमि विश्व के लिए डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र होगी। इसकी शुरूआत हो चुकी है, आज का ये समारोह इसका एक बड़ा प्रमाण है। ये रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्म निर्भरता की यात्रा में एक मील का पत्थर है। उन्होंने इस दौरान कहा कि कर्नाटक का मतलब विकास, शांति और समृद्धि और भारत का भविष्य है।(वार्ता)

शुरू में होगा लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर का उत्पादन

615 एकड़ में फैली ग्रीनफील्ड हेलीकॉप्टर फैक्ट्री भारत की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण सुविधा है। रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा था कि शुरू में यह कारखाना प्रति वर्ष करीब 30 हेलीकॉप्टरों का उत्पादन करेगा। हालांकि बाद चरणबद्ध तरीके से इसके उत्पादन को 60 और फिर 90 प्रति वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है। ग्रीनफील्ड हेलीकॉप्टर फैक्ट्री एशिया की सबसे बड़ी हेलीकॉप्टर निर्माण सुविधा है, जो शुरुआती दिनों में लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH) का उत्पादन करेगी। मालूम हो कि एलयूएच स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित 3-टन क्लास, सिंगल-इंजन मल्टीपरपज यूटिलिटी हेलीकॉप्टर है।

LCH और IMRH का होगा निर्माण

लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर (LCH) और इंडियन मल्टीरोल हेलीकॉप्टर (IMRH) के निर्माण के साथ-साथ भविष्य में LCH, LUH, सिविल ALH और IMRH की मरम्मत जैसे कार्यों से इस कारखाने का विस्तार किया जा सकता है। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि भविष्य में इस फैक्ट्री से सिविल एलयूएच के संभावित निर्यात की भी आपूर्ती की जाएगी। यह सुविधा भारत को हेलीकॉप्टरों की अपनी संपूर्ण आवश्यकता को स्वदेशी रूप से पूरा करने में सक्षम बनाएगी और भारत में हेलीकॉप्टर डिजाइन, विकास और निर्माण में आत्मनिर्भरता का गौरव प्राप्त करेगी।

 

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