- पर्यटन के दृष्टिकोण से आगरा, अयोध्या और वाराणसी सहित 30 शहरों में होटल खोलेगा जापान
लखनऊ। अयोध्या हो या काशी, आगरा हो या मथुरा, चित्रकूट हो या झांसी। समृद्धशाली उत्तर प्रदेश ‘उड़ान’ की नई कहानी कह रहा है। यही कारण है कि 2022 में 24. 87 करोड़ पर्यटक उत्तर प्रदेश आये, इनमें से विदेशियों की संख्या 4.10 लाख रही। योगी के यूपी में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, लिहाजा जीआईएस में इस सेक्टर में भी लोगों का काफी रुझान रहा, इसमें 98193 करोड़ और होटल सेक्टर में 20722 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए। आगामी वर्षों में दोनों सेक्टरों से रोजगार के लगभग पौने चार लाख अवसर सृजित होंगे।
योगी सरकार ने पर्यटन के दृष्टिकोण से यूपी को दी नई पहचान
योगी आदित्यनाथ के सत्ता संभालने के बाद से विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण और विंध्यधाम के निर्माणाधीन होने के साथ ही आगरा, मथुरा, चित्रकूट, झांसी समेत अन्य शहरों का भी पर्यटन की दृष्टि से काफी विकास हुआ तो यूपीजीआईएस-2023 में भी यूपी के शहरों में पर्यटन व होटल के दृष्टिगत काफी निवेश आए। यह निवेश सिर्फ देश ही नहीं, वरन विदेशी कंपनियों ने भी किए। अयोध्या का राम मंदिर और विंध्याचल के विंध्य धाम का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है। निवेशकों का मानना है कि आगामी वर्षों में पर्यटन व होटल क्षेत्र में जहां यूपी में आगंतुकों की संख्या में काफी वृद्धि होगी, वहीं यहां के युवा रोजगार की आकांक्षा को अपने जिले और गांव में पाने में सक्षम होंगे।
पर्यटन व होटल सेक्टर देगा करीब पौने चार लाख रोजगार
पर्यटन व होटल क्षेत्र में देशी व विदेशी कंपनियां उत्तर प्रदेश की तरफ आशा भरी निगाहों से देख रही हैं। टॉप-20 सेक्टरों में शामिल पर्यटन सेक्टर में यूपी सरकार को 397 प्रस्ताव प्राप्त हुए। इसके जरिए 98193 करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है। इससे दो लाख 60 हजार से अधिक रोजगार मिलेंगे, जबकि होटल सेक्टर में 437 प्रस्ताव प्राप्त हुए। 20722 करोड़ रुपये होटल सेक्टर में आने वाले दिनों में यूपी में खर्च होंगे। इससे पश्चिमांचल, पूर्वांचल, मध्यांचल और बुंदेलखंड में करीब एक लाख युवा रोजगार पाने में सफल होंगे। दोनों क्षेत्र मिलाकर करीब पौने चार लाख रोजगार पर्यटन व होटल सेक्टर ही देगा।
30 शहरों में होटल बनाएगा जापान
जीआईएस में जापान के प्रतिनिधियों ने भी यूपी के बदले माहौल की मुक्तकंठ से प्रशंसा की। निवेशकों ने 7200 करोड़ के निवेश को लेकर एमओयू किया। समिट में जापानी कंपनी होटल मैनेजमेंट इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड (एचएमआई ग्रुप) ने आगरा, अयोध्या, वाराणसी समेत 30 शहरों में होटल खोलने का मन बनाया। ग्रुप के निदेशक, पब्लिक रिलेशन टाकामोटो योकोयामा ने कहा भी कि वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के विकास के बाद यहां पर्यटकों की संख्या बढ़ी।
पर्यटन के दृष्टिकोण से यूपी काफी समृद्ध
निवेशक पर्यटन के दृष्टिकोण से यूपी को काफी समृद्ध मानते हैं। इनका मानना है कि अध्यात्म के मद्देनजर अयोध्या, चित्रकूट, काशी, प्रयागराज, मिर्जापुर यूपी में है तो आगरा, बुंदेलखंड, रानी लक्ष्मीबाई की झांसी भी यूपी का गौरव बढ़ा रही है। योगी आदित्यनाथ सरकार इन शहरों के विकास के साथ ही विरासत का सम्मान भी कर रही है। प्रयागराज के संगम तीरे लगे माघ मेले में ही यहां बीते माह 44 दिन में लगभग 9 करोड़ श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने आए थे। इस मेले में ही लगभग 156 करोड़ का कारोबार हुआ और दो लाख लोग अस्थायी रोजगार से भी जुड़े रहे।
श्रीराम मंदिर बनने पर पर्यटकों की संख्या में होगी बेतहाशा वृद्धि
जनवरी 2024 तक अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का भव्य मंदिर बन जाएगा। सरकार का मानना है कि इसके बाद यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी रैलियों में अभी से ही लोगों का आह्वान शुरू कर दिया कि आप अयोध्या आइए, यूपी आपके स्वागत को तैयार है। सिर्फ अयोध्या पर ही नजर दौड़ाएं तो 2022 के शुरुआती छह महीने में ही यहां दो करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे थे। 2017 में यहां लगभग 1 करोड़ 78 लाख से अधिक पर्यटक आये। 2018 में 1 करोड़ 95 लाख पर्यटकों ने अयोध्या के विकास को देखा। 2019 में यह आंकड़ा 2 करोड़ को पार कर गया। दीपोत्सव ने इन पर्यटकों को नई उड़ान दी, जिससे 2022 के महज 6 महीने में 2 करोड़ 21 लाख 38 हजार से अधिक पर्यटकों ने राम नगरी में शीश झुकाया।
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अयोध्या दीपोत्सव-2020-गिनीज बुक ने एक साथ 6,06,569 दीप जलाने का रिकॉर्ड दर्ज किया