वरूणा नदी में मिलने वाले 13 नाले जुड़े सीवेज पम्पिंग स्टेशन से
वाराणसी। वरुणा नदी चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास परियोजना के अन्तर्गत बैंक, रेलिंग, आईसी चैम्बर लाइटिंग एवं पाथवे इंटरलाकिंग के कार्य कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश प्रोजेक्ट कारपोरेशन लिमिटेड इकाई -3 द्वारा साल 2018 में पूर्ण कराया गया था। 2021 में पूर्णतया विकसित कर वरूणा नदी में मिलने वाले 13 नालों को टैपकर चौकाघाट मुख्य सीवेज पम्पिंग स्टेशन में मिलाया गया है। जिसके द्वारा सीवेज पम्प कर दीनापुर एसटीपी मे शोधन के लिए भेजा जाता है। वर्तमान में भी यह क्रियाशील है।
वरूणा नदी चैनेलाइजेशन एवं तटीय विकास परियोजना के अन्तर्गत कराये गये कार्यों को नगर निगम को हस्तांतरित किया जाना था, परन्तु अभी तक हस्तान्तरण नहीं हो पाया है। प्रत्येक वर्ष गंगा नदी में बाढ काल के दौरान वरूणा नदी में बैक फ्लो होता है जो लगभग दो माह तक रहता है जिसके कारण ड्रेनेज सिस्टम अवरूद्ध हो जाता है एवं आईसी चैम्बर, मिनी चैम्बर एवं मेनहोल क्षतिग्रस्त एवं चोक हो जाते है, जिसके अनुरक्षण का कार्य प्रत्येक वर्ष कराया जाना अति आवश्यक है। सिंचाई विभाग के पास उक्त परियोजना के अनुरक्षण कार्य हेतु कोई धनावंटन नहीं है।धनावंटन प्राप्त होने के उपरान्त अनुरक्षण कार्य प्रस्तावित है।