नवरात्र 2025: व्रत में क्या खाएँ, क्या न खाएँ – दिनवार आहार चार्ट और नियम जानें
नवरात्र 2025: व्रत थाली — क्या खाएँ, कैसे बनता है जानें पूरी रेसिपी
- 22 सितम्बर से शुरू हो रहा है शारदीय नवरात्र 2025, 2 अक्टूबर को विजयदशमी के साथ होगा समापन।
- व्रत रखने वालों के लिए फलाहार और सात्त्विक भोजन का महत्व, व्रत न रखने वालों के लिए भी आहार संबंधी नियम।
- सुबह से रात तक क्या खाएँ, कब खाएँ — व्रती के लिए दिनवार आहार चार्ट जारी।
- प्याज-लहसुन, मांस-मदिरा और तामसिक भोजन से परहेज़ ही नवरात्र साधना को सफल बनाता है।
शारदीय नवरात्र 2025 सोमवार 22 सितम्बर से शुरू होकर 2 अक्टूबर को विजयदशमी के साथ सम्पन्न होगा। नौ दिनों तक भक्त माँ दुर्गा की पूजा और उपवास करते हैं। लेकिन इन दिनों सबसे बड़ी उलझन यही रहती है कि व्रत में क्या खाएँ और क्या न खाएँ। धर्मशास्त्रों और आचार्यों के अनुसार नवरात्रि के दौरान सात्त्विक और फलाहारी भोजन करना न केवल व्रत की सफलता के लिए बल्कि शरीर और मन की पवित्रता के लिए भी आवश्यक है।
व्रत में क्या खाएँ? : फल और फलाहार – केला, सेब, अनार, पपीता, अमरूद आदि। दूध और दुग्ध उत्पाद – दूध, दही, मखाना, पनीर। साबूदाना व्यंजन – खिचड़ी, वडा, थालीपीठ। सिंघाड़ा और कुट्टू आटा – पूरी, पराठा, हलवा। कंदमूल – आलू, शकरकंद, अरबी (सेंधा नमक के साथ)। सूखे मेवे – बादाम, अखरोट, काजू, किशमिश। तेल व घी – मूँगफली तेल या घी का प्रयोग करें। मिष्ठान्न – खीर, नारियल लड्डू, बिना अनाज की मिठाई।
क्या न खाएँ? : अनाज– गेहूँ, चावल, दालें, चना, मटर। मसाले – हल्दी, लाल मिर्च, धनिया पाउडर। प्याज और लहसुन – तामसिक आहार माने जाते हैं। मांस, मछली, अंडा और शराब – पूर्णत: वर्जित। साधारण नमक– केवल सेंधा नमक का प्रयोग करें।
जो लोग व्रत नहीं रखते, उनके लिए नियम : नवरात्रि में यदि कोई व्यक्ति व्रत नहीं रखता, तब भी उसे तामसिक आहार से परहेज़ करना चाहिए। मांस, मदिरा और अंडा — किसी भी रूप में वर्जित। प्याज-लहसुन — घर में उपयोग न करना शुभ। तामसिक भोजन — बासी, अत्यधिक मसालेदार या तैलीय भोजन से परहेज़। सात्त्विक भोजन — दाल, चावल, हरी सब्जियाँ, दूध और फल का सेवन उत्तम।
व्रती के लिए दिनभर का आहार चार्ट
सुबह उठते ही ;-
गुनगुना पानी या नींबू-शहद वाला जल। 5 बादाम, 1 अखरोट, किशमिश। तुलसी पत्र या गंगाजल।
नाश्ता (सुबह 8–9 बजे) : फल (केला, सेब, अनार, पपीता)। दूध/दही। मखाना खीर या भुना मखाना। नारियल पानी।
दोपहर का भोजन (12–1 बजे) : साबूदाना खिचड़ी या वडा। कुट्टू/सिंघाड़े की पूरी। आलू-टमाटर की सब्जी (सेंधा नमक के साथ)। दही और सलाद।
शाम का नाश्ता (4–5 बजे) : फल चाट (सेंधा नमक के साथ)। भुने मखाने या मूँगफली। ग्रीन टी या दूध।
रात का भोजन (7–8 बजे): कुट्टू/सिंघाड़े की रोटी। अरबी/शकरकंद की सब्जी। खीरा-गाजर सलाद। खीर (साबूदाना या मखाने की)।
क्यों है यह नियम? : नवरात्र आत्म-शुद्धि और शक्ति उपासना का पर्व है। सात्त्विक आहार मन और शरीर को शुद्ध करता है। तामसिक भोजन से मन अशांत और साधना बाधित होती है। व्रत रखने वाले और न रखने वाले दोनों को भोजन में पवित्रता रखनी चाहिए।नवरात्र 2025 केवल उपवास और पूजा का ही पर्व नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली और अनुशासन का अवसर है।व्रती हों या न हों — सभी को नवरात्रि में सात्त्विक आहार अपनाना चाहिए और तामसिक चीज़ों से बचना चाहिए। यही साधना को सफल बनाता है और माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का मार्ग है।
नवरात्र 2025: व्रत थाली — क्या खाएँ, कैसे बनता है जानें पूरी रेसिपी
शारदीय नवरात्र 2025 के दौरान सबसे बड़ा प्रश्न यही होता है कि व्रत में क्या खाया जाए और कैसे बनाया जाए। आचार्यों का मानना है कि उपवास केवल भूखे रहने का नाम नहीं है बल्कि सात्त्विक भोजन के साथ आत्म-शुद्धि का साधन है। इसलिए व्रत रखने वाले भक्तों के लिए नवरात्र व्रत थाली विशेष महत्व रखती है।
नवरात्र व्रत थाली (उदाहरण): कुट्टू/सिंहाड़े की पूरी । आलू टमाटर की सब्जी । साबूदाना खिचड़ी । मखाना रायता । नारियल या फल की मिठाई ।
1. कुट्टू/सिंहाड़े की पूरी
सामग्री: कुट्टू/सिंहाड़े का आटा – 1 कप , आलू उबला – 1 , सेंधा नमक – स्वादानुसार , घी – तलने के लिए ।
विधि: उबले आलू को मैश कर आटे में मिलाएँ। सेंधा नमक डालकर गूँथ लें। छोटी-छोटी पूरियाँ बेलकर घी में तलें।
2. आलू-टमाटर की सब्जी
सामग्री: आलू – 3-4 उबले,टमाटर – 2,हरी मिर्च – 1,सेंधा नमक – स्वादानुसार, जीरा, हरी धनिया, घी – 1 चम्मच ।
विधि:घी गर्म कर जीरा, हरी मिर्च डालें। टमाटर भूनें और उबले आलू डालकर सेंधा नमक मिलाएँ।हरी धनिया डालकर सजाएँ।
3. साबूदाना खिचड़ी
सामग्री: साबूदाना – 1 कप (पानी में भिगोया हुआ), मूँगफली दाने – ½ कप, आलू – 1, हरी मिर्च – 1, सेंधा नमक – स्वादानुसार, घी – 2 चम्मच ।
विधि: घी गर्म कर आलू और मूँगफली भूनें। भीगा हुआ साबूदाना डालें। सेंधा नमक और हरी मिर्च डालकर हल्का पकाएँ।
4. मखाना रायता
सामग्री: दही – 1 कप , मखाना – ½ कप (भुना हुआ), सेंधा नमक – स्वादानुसार , भुना जीरा पाउडर – ½ चम्मच ।
विधि: दही को फेंटकर उसमें सेंधा नमक और जीरा पाउडर डालें।भुना मखाना डालकर 5 मिनट ठंडा रखें।
5. नारियल लड्डू (मिठाई)
सामग्री: नारियल बूरा – 1 कप , दूध – ½ कप , चीनी/गुड़ – ½ कप , घी – 1 चम्मच ।
विधि: घी में दूध और चीनी मिलाकर पकाएँ। नारियल डालें और गाढ़ा होने पर छोटे-छोटे लड्डू बना लें।
व्रत थाली का महत्व :कुट्टू और सिंहाड़ा शरीर को ऊर्जा और प्रोटीन देते हैं। साबूदाना और मखाना हल्के होने के साथ पचने में आसान हैं। दही और दूध शरीर को ठंडक और ताकत देते हैं। फल और नारियल शरीर को प्राकृतिक शुगर और मिनरल प्रदान करते हैं।
नवरात्र व्रत थाली केवल स्वाद ही नहीं बल्कि पोषण से भी भरपूर होती है। सात्त्विक भोजन के साथ भक्त पूरे नौ/दस दिनों तक ऊर्जा बनाए रखते हैं और माँ दुर्गा की आराधना कर पवित्रता का अनुभव करते हैं।
डिस्क्लेमर (Disclaimer) :इस लेख/समाचार में दी गई जानकारी धार्मिक ग्रंथों, पौराणिक मान्यताओं, ज्योतिषीय परंपराओं और आचार्यों की राय पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सामान्य जानकारी उपलब्ध कराना है। किसी भी व्रत, पूजा या खान-पान संबंधी नियम का पालन करने से पहले अपने स्वास्थ्य और व्यक्तिगत परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए योग्य चिकित्सक या आचार्य से परामर्श अवश्य करें।
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