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कोविड वैक्सीन की समय पर उपलब्धता और आवश्यक चिकित्सा सामग्री का उत्पादन बढ़ेगा
नई दिल्ली। भारत ने कहा है कि कोविड निदान के अनुसंधान को बौद्धिक सम्पदा अधिकार-ट्रिप्स के नियमों से छूट देना वैश्विक स्तर पर कोविड वैक्सीन और आवश्यक चिकित्सा सामग्री का उत्पादन बढ़ाने और समय से इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षाः बहुपक्षवाद और संयुक्त राष्ट्र केन्द्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था पर आयोजित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्चस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होने कहा कि भारत ने महामारी के इस दौर में विकासशील देशों के लिए तेजी से वैक्सीन और औषधि सुलभ कराने के लिए ट्रिप्स समझौते के नियमों में छूट के लिए दक्षिण अफ्रीका और अन्य साझेदारों के साथ प्रयास किया है। श्री श्रृंगला ने कहा कि भारत ने पिछले एक वर्ष में विश्व के 150 से अधिक देशों को कोविड वैक्सीन, औषधि और चिकित्सा उपकरण उपलब्ध कराए हैं। विदेश सचिव ने कहा कि महामारी की दूसरी लहर में देश को कुछ आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराने वाले देशों का भारत बहुत आभारी है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी ने विश्व में परस्पर निर्भरता और सहयोग की जरूरत सामने रखी है। उन्होंने कहा कि महामारी के बाद के विश्व की बहुपक्षीय व्यवस्था से बिल्कुल अलग अपेक्षाएं होंगी। बहुपक्षवाद में सुधार का भारत का आह्वान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार में निहित है। परिषद को आज की वास्तविकताओं के अनुरूप होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि सुरक्षा परिषद को पूरे विश्व को कुशल नेतृत्व देना है तो उसमें विकासशील देशों का अधिक प्रतिनिधित्व होना चाहिए।