प्लांट के कूलिंग टावर के पानी में उतराया मिला 5 दिन से लापता अजीत का शव
मामला एनटीपीसी के विंध्यनगर का
सिंगरौली। गत 9 अक्टूबर से लापता संविदा इलेक्ट्रिशियन का शव विन्ध्यनगर में स्थित एनटीपीसी के विंध्याचल परियोजना के स्टेज-4 कूलिंग टावर के लगभग 12 फीट गहरे पानी में उतराया हुआ मिला। बीते 5 दिन से एनटीपीसी परिसर से गुमशुदा अजीत दुबे का शव मिलने की खबर जंगल के आग की तरह फ़ेल गई और परिजनों व श्रमिकों का आक्रोश सातवें आसमान पर पहुंच गया। लोग एनटीपीसी के प्रवेश द्वार व थाना के सामने एकत्रित होकर एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगे लेकिन मौके पर तैनात पुलिस ने उन्हें काबू में किया।
घटनाक्रम
मृतक अजीत दुबे पिता राजेन्द्र प्रसाद दुबे निवासी बीजपुर सोनभद्र, एनटीपीसी विन्ध्याचल के निर्माणधीन स्टेज-4 में कार्य कर रही संविदा कंपनी मेसर्स स्टार इंजीनियरिंग में बतौर संविदा इलेक्ट्रिशियन कार्यरत था जो बीते 9-10 अक्टूबर की रात से कार्यस्थल से लापता हो गया था। दूसरे दिन गुमशुदगी की रिपोर्ट के बाद विन्ध्यनगर पुलिस व एनटीपीसी विन्ध्याचल प्रबंधन अजीत को तलाशने में जुटी रही। विन्ध्यनगर, बैढऩ, जयंत पुलिस चौकी के साथ-साथ सीआईएसएफ के करीब एक सैकड़ा जवान एएसपी, सीएसपी के नेतृत्व में तलाश में जुटे रहे। लेकिन 4 दिन तक न तो अजीत मिला और न ही उसका कोई सुराग। पांचवे दिन कलकत्ता से तीन एक्सपर्ट गोताखोर आये और प्लांट से निकालने वाले सभी चैनलों को खंगाल डाला। लेकिन परिणाम सिफर ही रहा। ड्रोन कैमरा व अन्य कई तकनीकी संसाधनों का उपयोग भी काम न आया।
घटना के छठवें दिन बुधवार के मध्यान्ह 12 बजे के आसपास स्टेज-4 प्लांट के कूलिंग टावर के करीब 12 फीट गहरे पानी में गुम हुए अजीत का शव उतराया हुआ मिला। इस खबर के बाद विन्ध्याचल प्रवेश द्वार व विन्ध्यनगर थाना के सामने सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने हंगामा करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस वैसा कुछ भी नहीं होने दिया।
पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर जिला चिकित्सालय ले गई। 5 चिकित्सकों के दल ने वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम किया और शव को अंतिम संस्कार के लिए विन्ध्यनगर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस पूरी सुरक्षा के साथ शव को मृतक के परिजनों के साथ लेकर उसके गृहग्राम बीजपुर रवाना हो गयी। उधर मृतक अजीत के भाई सुजीत दुबे ने न्याय की मांग की। उसका कहना था कि उसके भाई अजीत ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसकी साजिशन हत्या की गयी है। इसकी निष्पक्ष जांच हो।
पुलिस की मोर्चाबंदी से संभला बिगड़ा माहौल
एनटीपीसी विन्ध्याचल प्रवेश द्वार व घटनास्थल तथा पीएम हाउस पर कांग्रेस के साथ ही अन्य लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया था। मौके पर मौजूद एएसपी अनिल सोनकर, सीएसपी देवेश पाठक, एसडीओपी मोरवा राजीव पाठक, देवसर एसडीओपी आशुतोष द्विवेदी, बैढऩ टीआई अरूण पाण्डेय, मोरवा टीआई मनीष त्रिपाठी, विन्ध्यनगर टीआई राघवेन्द्र द्विवेदी, बरगवां टीआई नागेन्द्र प्रताप सिंह, चितरंगी टीआई आरपी रावत, जयंत चौकी प्रभारी महेन्द्र सिंह पटेल, सासन चौकी प्रभारी भीपेन्द्र पाठक सहित वहाँ मौजूद भारी संख्या में पुलिस बल ने स्थिति को नियंत्रित किया। इस दौरान एसडीएम सिंगरौली v माड़ा के साथ-साथ डिप्टी कलेक्टर सम्पदा सर्राफ, तहसीलदार सिंगरौली जितेन्द्र वर्मा की भी वहाँ मौजूदगी थी।
कूलिंग टावर का पानी व मृतक का फीमर बोन भेजा जाएगा फोरेंसिक लैब
अजीत दुबे की मौत को परिजनों द्वारा रहस्यमय बताया जा रहा है। इन आरोपों के मद्देनजर कलेक्टर एवं एसपी के निर्देश पर चिकित्सकों की पांच सदस्यीय टीम ने शव का पोस्टमार्टम वीडियोग्राफी के साथ कराया। इसके साथ ही घटनास्थल का पानी व मृतक के फीमर बोन को जांच के लिए सागर स्थित फोरेंसिक लैब भेजा जायेगा।
सहायता
मृतक के नियोजक संविदा कंपनी ने परिजनों को तत्काल एक लाख की तत्काल सहायता राशि प्रदान की है। एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि मृतक के परिजनों की मांग थी कि घटना की निष्पक्ष जांच हो, एक सदस्य को नौकरी व अंतिम संस्कार के लिए 3 लाख रूपये की त्वरित सहायता राशि मिले। मृतक के परिजन के एक सदस्य को संविदा कंपनी में नौकरी देने का आश्वासन दिया गया है। साथ ही अंतिम संस्कार के लिए एक लाख रूपये सहायता राशि दी गयी है। शेष सहायता राशि श्रम विभाग के नियमानुसार दिया जायेगा।