सलकनपुर हादसा : मृतकों की संख्या बढ़कर छह हुई
सीहोर, भोपाल : मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में हुए एक भीषण सड़क हादसे में मृतकों की संख्या बढ़ कर छह हो गई है।ये हादसा रेहटी थाना क्षेत्र स्थित मशहूर मंदिर सलकनपुर माताजी के मंदिर के पास कल शाम हुआ था।रेहटी पुलिस सूत्रों ने आज बताया कि भोपाल निवासी पांडेय परिवार अपने बच्चे के मुंडन संस्कार के लिए कल सलकनपुर वाली माता बिजासन के दरबार में आया था। कार्यक्रम के बाद पूरा परिवार जीप से भोपाल लौट रहा था। इसी दौरान शाम लगभग छह बजे भैरव घाटी के पास उनकी जीप अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई।
हादसे में परिवार के मुखिया राजेंद्र प्रसाद पांडेय (70) और उनके भाई शारदा प्रसाद पांडेय (72) एवं जीप चालक लक्ष्मी नारायण चौकसे की मौके पर ही मृत्यु हो गई और आठ लोग घायल हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। घायलों को उपचार के लिए एम्बुलेंस से रेहटी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को नर्मदपुरम के लिए रेफर कर दिया गया था।भोपाल के चौकसे नगर निवासी 12 लोग टवेरा वाहन में सवार होकर परिवार के बेटे मोहित पांडे के नवजात शिशु विवान ओम पांडे का मुंडन करने सलकनपुर आए थे।
कार्यक्रम होने के बाद वापस लौटते समय शाम लगभग 6 बजे के करीब उनका वाहन डिवाइडर से टकरा गया।मोहित पांडेय के चचेरे भाई भरत पांडेय ने बताया कि हादसे में उनके पिता शारदा प्रसाद पांडेय (72), चाचा राजेंद्र पांडेय (70) और भोपाल की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी ड्राइवर लक्ष्मी नारायण चौकसे की हादसे के दौरान मौत हो गई थी। वहीं हादसे के बाद उनकी मां अपर्णा पांडेय (60), चाची उषा पांडेय और रिश्तेदार पुष्पलता अवस्थी (85) ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे में घायल हुए मोहित पांडेय, उनकी पत्नी शिखा पांडेय, बच्चे ओम पांडेय, परिवार की बेटी मोनिका पांडेय, अन्य रिश्तेदार ज्योति वाजपेयी और भरत की पत्नी गायत्री पांडेय का उपचार अस्पताल में अभी जारी है।मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।वहीं भोपाल के चौकसे नगर स्थित इस परिवार के साथ हुए हादसे की खबर के बाद से ही समूचे क्षेत्र में मातम पसर गया है। मृतकों के शवों को भोपाल लाया जा रहा है। परिवार के सगे संबंधी मृतकों के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहे हैं।इस परिवार की भोपाल के डीआईजी बंगला क्षेत्र में समृद्ध और मिलनसार परिवारों में गणना होती है, ऐसे में परिवार के परिचितों समेत पूरा क्षेत्र शोेक में डूब गया है।(वार्ता)