
रूस -यूक्रेन :मारियुपोल की घेराबंदी सदियों तक किया जायेगा याद: ज़ेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने रविवार को कहा कि मारियुपोल की घेराबंदी कर रूस ने जिस तरह से उस पर आतंकी कार्रवाई करते हुए हमला किया उसे सदियों तक याद किया जायेगा।सीएनएन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि मारियुपोल को इतिहास में युद्ध अपराध के एक उदाहरण के तौर पर देखा जायेगा। उन्होंने दावा किया कि रूसी सेना को इस युद्ध मे काफी नुकसान उठाना पड़ा है और अभी तक लगभग 80 से 90 प्रतिशत रूसी यूनिटों को बरबाद कर दिया गया है।रूसी सेना के यूक्रेन पर हमले के 24 दिन गुजर चुके हैं और यूक्रनियनों ने दिखा दिया है कि वह जानते हैं कि एक सेना की तुलना में अधिक तरीके से कैसे लड़ा जाता है।
यूक्रेन की सेना विभिन्न इलाकों में अलग अलग हालातों और क्षेत्रों में दशकों से लड़ रही है. रूस ने जितनी सेना और हथियार यूक्रेन में भेजे हैं उसका सामना हम अपने विवेक और साहस के बल पर कर रहे हैं।सीएनएन के अनुसार यूक्रेनी राष्ट्रपति ने दावा किया कि जिन क्षेत्रों में जबरदस्त लड़ाई चल रही है । रक्षा की अग्रिम पंक्ति रूसी सैनिकों की लाशों से पटी पड़ी है और इन लाशों को कोई नहीं उठा रहा है। रूसी सेना का सामना करने के लिए और यूनिटों को भेजा गया है।जेलेंस्की ने कहा कि यूं तो युद्धग्रस्त इलाकों से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए आठ मानवीय गलियारे काम कर रहे हैं लेकिन रूसी सेना की ओर से की जा रही जबरदस्त गोलाबारी की वजह से कीव क्षेत्र के बोरोदयांका से लोगों को निकालने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हमले का 25वां दिन: 18 यूक्रेनी शहरों पर बरसेंगे रूसी बम!
कीव । रूसी हमले का 25वां दिन यूक्रेन के 18 शहरों के लिए मुसीबत का संदेश लेकर आया है। यूक्रेन के 18 शहरों पर रूसी बम बरसने का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए इन शहरों में युद्ध के सायरन बजाए जा रहे हैं।रूस ने यूक्रेन पर बीते माह 24 फरवरी को आक्रमण किया था। रूसी हमले के 25वें दिन आशंका जताई गयी है कि रूस आज यूक्रेन के 18 से ज्यादा शहरों पर एयर स्ट्राइक कर सकता है। इसके बाद से लगातार इन शहरों में सायरन बज रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, सूमी, टरनोपिल, पोल्टावा, खारकीव, जपोरिजिया, कीव, लवीव, मायकोलाइव, किरोवोह्रद, इवानो-फ्रैंकिव्स्क, निप्रॉपेट्रोव्स्क, रिव्ने, वोलिन, चर्कासी, जाइटॉमिर, विन्नित्सिया, ओडेसा ओब्लास्ट में अचानक युद्ध की चेतावनी देते सायरन बजने लगे हैं। यूक्रेन का कहना है कि शनिवार को भी अधिकांश शहरों में रूस की गोलाबारी जारी रही। रूसी गोलाबारी वाले शहरों में फंसे 6,623 लोगों को बमुश्किल वहां से बचाकर निकाला जा सका।
इस बीच लगातार जारी युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र संघ के मानवाधिकार कार्यालय ने जानमाल के नुकसान की एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक 24 फरवरी को रूस द्वारा चौतरफा युद्ध शुरू करने के बाद से यूक्रेन में 64 बच्चों सहित कम से कम 847 नागरिक मारे गए हैं। 24 फरवरी से अबतक यूक्रेन के 2,246 नागरिक हताहत हुए हैं, जिनमें से 847 मारे गए हैं और 1,399 घायल हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ का मानना है कि ये आंकड़े वे हैं, जो किसी तरह सामने आ सके हैं, वास्तविक आंकड़े इससे काफी अधिक होने की उम्मीद है।
रूस ने पहली बार सुपरसोनिक मिसाइल से हमला किया
वाशिंगटन । रूस की मिलिटरी कमान ने दावा किया है कि उसने पहली बार सुपरसोनिक मिसाइल हमले में यूक्रेन के विशाल भूमिगत आयुध भंडार को तबाह कर दिया है। इस भंडार गृह में बड़ी संख्या में मिसाइलें और गोला बारूद थे। यह आयुद्ध भंडार राजधानी कीव से 350 मील पश्चिम में डिलेटीन नामक गांव में था। अमेरिकी मीडिया ने अपने सूत्रों से इस रूसी दावे की सच्चाई की पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन रूसी मीडिया के हवाले से बताया है कि रूस के मेजर जनरल ईगोर कोनेशनकोव ने शनिवार को एक सरकारी मीडिया “रिया” टेलीग्राम चैनल को एक वीडियो प्रसारण में दावा किया है कि इस “किंजाल एवीएशन” नामक सुपरसोनिक मिसाइल के ज़रिए युक्रेणु के विशाल आयुध भंडार को तबाह कर यूक्रेन की कमर तोड़ दी है। इसे सुपरसोनिक एयरोबैलेस्टिक मिसाइल भी कहा जा रहा है। रिया चैनल पर बताया जा रहा है कि इस एयरोबैलेस्टिक मिसाइल का हमला उस समय हुआ, जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की एक प्रसारण में रूस के राष्ट्रपति वलादिमीर पुतिन से सीधे बातचीत करने और दोनों देशों की क्षेत्रीय अखंडता और न्याय की स्थापना की मांग कर रहे थे।
रूस का हमला: सवा करोड़ से ज्यादा युद्ध पीड़ित, 32 लाख ने यूक्रेन छोड़ा
कीव । यूक्रेन पर रूस के हमले की भयावहता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। अब तक सवा करोड़ से अधिक लोग युद्ध पीड़ित के रूप में चिह्नित किये गए हैं। इनमें से 32 लाख ने यूक्रेन छोड़कर आसपास के देशों में शरण ली है। यूक्रेन में फंसे लाखों लोग बिजली-पानी को तरस रहे हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां रहने वालों की जिंदगी दुश्वार हो गयी है। संयुक्त राष्ट्र संघ की शरणार्थी एजेंसी के अनुसार 32 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं। लाखों अन्य लोग देश के भीतर ही विस्थापित हैं। एजेंसी का दावा है कि एक करोड़ 30 लाख लोग युद्ध से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। जो लोग यूक्रेन से बाहर निकले हैं उन्होंने पोलैण्ड, स्लोवाकिया, हंगरी, रोमानिया, मोल्दोवा, रूस और कुछ हद तक बेलारूस में शरण ली है। उनमें 90 प्रतिशत संख्या महिलाओं और बच्चों की है।
इनके अलावा लगभग एक लाख 62 हजार अन्य देशों के नागरिकों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। विस्थापन के शिकार इन लोगों के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने चेक गणराज्य, हंगरी, मोल्दोवा, पोलैण्ड, रोमानिया और स्लोवाकिया में सुरक्षित केंद्र बनाए हैं, जिन्हें ‘ब्लू डॉट्स’ नाम दिया गया है। इन केंद्रों में बच्चों और परिवारों की जरूरत के अनुसार सेवाएं मुहैया कराई जाती है।संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि रूसी बमबारी से बचकर निकलने में नाकाम कुछ लोग बेहद ख़तरनाक हालात में फंसे हुए हैं। मारियुपोल व सूमी जैसे शहरों में काफी खराब स्थिति है, जहाँ लोगों को भोजन, पानी और दवाइयों के संकट का सामना करना पड़ रहा है।संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के प्रवक्ता मैथ्यू सॉल्टमार्श ने बताया कि दोनेत्स्क क्षेत्र में दो लाख से भी ज्यादा लोगों के पास पानी नहीं बचा है, जबकि लुहान्स्क क्षेत्र में लगातार बमबारी से कुछ इलाके 80 प्रतिशत तक तबाह हो गए हैं, परिणामस्वरूप एक लाख लोग बिजली के बिना रहने को मजबूर हैं।
बड़े हमले की तैयारी में रूस : पुतिन ने परिवार को भेजा साइबेरिया, सेना को दिए यह आदेश
मॉस्को/नई दिल्ली । मीडिया सूत्रों ने दावा किया गया है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन परमाणु युद्ध की ओर बढ़ने के संकेत दे रहे हैं। यह दावा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि पुतिन ने अपनी सेना को न्यूक्लियर वॉर ड्रिल के लिए अभ्यास करने का आदेश दे दिया है। इतना ही नहीं सुरक्षा के लिए अपने परिवार को साइबेरिया भेज दिया है। वहीं परमाणु निकासी ड्रिल की रिपोर्ट ने क्रेमलिन(रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) के अधिकारियों को झकझोर कर रख दिया है। अधिकारी सकते में हैं कि पुतिन के इस निर्णय का अंजाम कितना भयानक हो सकता है। कुछ विश्लेषकों का कहना है कि 25 दिन युद्ध के बीत जाने पर भी यूक्रेन ने अब तक हथियार नहीं डाला है जिस वजह से पुतिन काफी नाराज हो गए हैं और उन्होंने इसे चुनौती मान लिया है। पुतिन यह सोच रहे हैं कि एक छोटा सा देश उन्हें चुनौती दे रहा है।
दावों के अनुसार, क्रेमलिन के वरिष्ठ राजनीतिक हस्तियों को खुद पुतिन ने सूचना दी है कि वे परमाणु युद्ध की तैयारी में निकासी अभ्यास में भाग लेंगे।पुतिन के परिवार के सदस्यों के बारे में बहुत कुछ नहीं पता है, लेकिन जब से रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ, रिपोर्टों में दावा किया गया कि पुतिन ने अपने तत्काल परिवार के अज्ञात सदस्यों को साइबेरिया के तेह अल्ताई पर्वत में एक हाई-टेक भूमिगत बंकर में स्थानांतरित कर दिया, जो एक संपूर्ण भूमिगत शहर है। पुतिन के पास एक खतरनाक योजना तैयार है और यह कोई रहस्य नहीं है। परमाणु संघर्ष के लिए रूस के पास डूम्सडे विमान हैं जिनका उपयोग पुतिन और उनके करीबी सहयोगियों द्वारा परमाणु युद्ध में किया जाएगा। एक स्काई बंकर भी डूम्सडे प्लान के तहत था, लेकिन माना जाता है कि यह अभी तैयार नहीं हुआ है।
यूक्रेनियाई चर्च में क्लिंटन और बुश ने की प्रार्थना
शिकागो । अमेरिका के दो पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और जार्ज बुश ने शनिवार को यहां यूक्रेन के कैथोलिक चर्च में सनफ्लावर के पुष्प गुच्छ चढ़ाकर एकजुटता का परिचय दिया।इस पुष्पगुच्छ के चारों ओर नीले और नीचे पीले रंग की पट्टी लगी थी। यहां यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज नीले रंग से अभिप्राय नील गगन और पीले रंग से गेहूं का बोध होता है।यूक्रेन को यूरोप के खानपान की अनेकानेक वस्तुएं पैदा करता है। इसमें सनफ्लावर तेल यूक्रेन में दुनिया का 40 फीसदी पैदा होता है, जबकि गेहूं दुनिया में क़रीब बीस प्रतिशत।(हि.स.),वार्ता