
युद्ध क्षेत्र में फंसे विदेशी नागरिकों की निकासी के लिए रूस ने घोषित किया युद्ध विराम
भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 11:30 बजे से युद्ध विराम लागू ,जेलेंस्की ने नाटो को कहा 'कमज़ोर'
कीव ।रूस ने यक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए शनिवार को रूसी समायानुसार सुबह दस बजे से युद्ध को रोककर मारियूपॉल और वोल्नोवाखा से एक महफूज़ गलियारा देने की घोषणा की।रूसी रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, “यूक्रेन के साथ लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए समन्वय हो गया है रूसी समयानुसार आज सुबह दस बजे से रूस, युद्धविराम की घोषणा करता है और मारियूपॉल और वोल्नोवाखा से नागरिकों को निकालने के लिए मानवीय गलियारा खोलता है। ”रूस और यूक्रेन के बीच तीन मार्च को हुई दूसरे दौर की बातचीत बेलारूस में हुई। रूसी दल के प्रमुख व्लादिमिर मेडेंस्की ने कहा कि दोनों ही पक्षों के बीच सैन्य और अंतरराष्ट्रीय मानवीय मुद्दों के साथ वर्तमान स्थिति के राजनीतिक समाधान जैसे मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई।
चर्चा के दौरान कई मुद्दों पर आम राय बनी जिसमें नागरिकों के लिए मानवीय गलियारा बनाना भी शामिल है। रूसी राष्ट्रपति के प्रेस सचिव दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि मानवीय मुद्दों पर दोनों पक्षों के बीच बनी सहमित बेहद महत्वपूर्ण है।यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेन और उसकी सेना पहले से ही मानवीय मदद के लिए सहमत थी और वह नागरिकों के लिए सुरक्षित गलियारे की गारंटी देते हैं। यूक्रेन ने रेडक्रॉस से जल्द से जल्द सुरक्षित मानवीय गलियारा बनाने की अपील की है।इससे एक दिन पहले रूसी संघ के रक्षा नियंत्रण के राष्ट्रीय केंद्र के प्रमुख कर्नल जनरल मिखाइल मिज़िंत्सेव ने कहा कि यूक्रेन की सीमा के भीतर अधिकतर हिस्सों में मानवीय स्थिति काफी खराब हालत में है।
छात्रों को वापस लाने का भारत का प्रयास सराहनीय : सुप्रीम कोर्ट
यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकाले जाने के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान शुक्रवार को केंद्र सरकार ने कहा कि गुरुवार तक 17 हजार छात्रों को निकाला जा चुका है और बाकी बचे छात्रों को निकालने की प्रक्रिया चल रही है। केंद्र की ओर से पेश अटार्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कहा कि छात्रों की जितनी चिंता कोर्ट को है, उतनी ही चिंता सरकार को भी है। कोर्ट ने सरकार के प्रयासों की सराहना की और संतोष जताया, लेकिन कहा कि स्वजन की परेशानी चिंतित करती है।
केंद्र को आनलाइन हेल्पलाइन बनाने का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से आनलाइन हेल्पलाइन बनाने पर भी विचार करने को कहा है जिसमें यूक्रेन से निकाले गए और वहां फंसे सभी छात्रों का ब्योरा डाला जाए ताकि स्वजन को जानकारी हो सके। ये बात प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालकर लाने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान शुक्रवार को कही। पीठ ने अटार्नी जनरल से कहा कि वह हाई कोर्टो को बताएं कि वे यूक्रेन में छात्रों के फंसे होने के मुद्दे पर सुनवाई न करें क्योंकि अगर कई हाई कोर्ट इस मुद्दे पर सुनवाई करने लगेंगे तो एक ही मामले में विभिन्न सुनवाईयां और आदेश होंगे।
पूर्वी यूक्रेन में रुसी ड्रोन ने तबाह किया बटालियन पोस्ट
यूक्रेन पर रूसी हमलों का कहर जारी है। यूक्रेन के विद्रोही क्षेत्र दोनेत्स्क में रूसी सैनिकों ने शनिवार को बड़ा हमला कर दिया। जानकारी के मुताबिक पूर्वी यूक्रेन पर ड्रोन से हमला किया गया है। ये हमला आइदर बटालियन की पोस्ट पर किया गया है। बता दें कि ड्रोन हमले में आइदर बटालियन पोस्ट तबाह हो गई है। वहीं यह खबर भी आ रही है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के शहर ओडेसा में एक पुल को उड़ा दिया है। यूक्रेन पर रूसी हमले कहर बरपा रहे हैं। पेंटागन की ओर से दावा किया गया है कि रूस ने 7 दिन में यूक्रेन में 500 से अधिक मिसाइलें दागी हैं।लिहाजा रूस रोजाना 2 दर्जन घातक मिसाइलों को यूक्रेन पर दाग रहा है।जंग के बीच रूस और यूक्रेन अब बातचीत की मेज पर आ गए हैं। जंग के 10 दिन हो चुके हैं। दो दौर की बात हो चुकी है। ऐसे में आज या कल तीसरे दौर की बात भी हो सकती है। जेलेंस्की के ऑफिस के प्रमुख सलाहकार ने कहा कि दोनों देशों के बीच एक बार फिर से वार्ता होगी।
रूस-यूक्रेन युद्ध : नाटो ने अपनी सेनाओं को किया अलर्ट
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध दिन-ब-दिन खौफनाक होता जा रहा है। ताजा खबर यह है कि रूसी सेना ने अब यूक्रेन के शहरों पर बमबारी की तैयारी शुरू कर दी है। यह जानकारी सामने आने के बाद अमेरिका समेत अन्य पश्चिम देशों ने आशंका जताई है कि इससे भारी संख्या में नागरिकों की मौत होगी। वहीं नाटो ने अपनी सेनाओं को अलर्ट कर दिया है। बता दें, रूस पहले ही कह चुका है यदि यूक्रेन की किसी ने मदद की तो भारी कीमत चुकाना होगी। यही कारण है कि तमाम देश यूक्रेन के साथ तो खड़े हैं, लेकिन वहां अपनी सेना उतारने के परहेज कर रहे हैं। वहीं यूक्रेन ने जर्मनी से भी सैन्य मदद मांगी है। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने यहां फेसबुक और ट्विटर के साथ ही यूट्यूब पर भी बैन लगा दिया है।यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने युद्ध के दौरान रूसी सेना के 9,166 लोगों को मारने का बड़ा दावा किया है। ट्वीट कर बताया है कि 24 फरवरी से जारी इस युद्ध में अभी तक रूस के 939 हमला करने वाले सैन्य वाहन, हमले में योगदान देने वाले 404 अन्य वाहन, 251 टैंक, 105 तोपें, 60 ईंधन टैंकर, 50 राकेट लांचर, 33 लड़ाकू विमान, 37 अटैक हेलीकाप्टर, 18 एयर डिफेंस सिस्टम, तीन ड्रोन और दो स्पीड बोट नष्ट की गई हैं। इस प्रकार से यूक्रेन में रूस को सैन्य जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। गुरुवार को यूक्रेन में रूसी सेना के मेजर जनरल की मौत हुई थी। पता चला है उनकी गोली लगने से मौत हुई थी।
जेलेंस्की ने नाटो को कहा ‘कमज़ोर’
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में यूक्रेन और रूस के बीच जारी संघर्ष के बीच हाल ही में संपन्न हुए नाटो शिखर सम्मेलन को “कमजोर” बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि नाटो ने यूक्रेन को 50 टन डीजल प्रदान करने के अलावा कुछ नहीं किया।जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा, “आज नाटो शिखर सम्मेलन हुआ। यह एक कमजोर शिखर सम्मेलन था, एक भ्रमित शिखर सम्मेलन, एक ऐसा सम्मेलन जो दिखाता है कि यूरोप में हर कोई स्वतंत्रता की लड़ाई को एक लक्ष्य नहीं मानता है।”जेलेंस्की ने नाटो सदस्यों पर आरोप लगाया कि उन्होंने यूक्रेन पर हमला शुरू करने के लिए रूस को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि नाटो ने यूक्रेन को 50 टन डीजल प्रदान करने के अलावा कुछ नहीं किया।
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