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प्रधानमंत्री ने 10 लाख युवाओं की भर्ती के लिए ‘रोजगार मेला’ का किया शुभारंभ

नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धनतेरस के मौके पर शनिवार को 10 लाख युवाओं के लिए भर्ती अभियान ‘रोजगार मेला’ का शुभारंभ किया। उन्होंने ‘रोजगार मेला’ को पिछले आठ वर्षों में रोजगार और स्वरोजगार के लिए सरकार के प्रयासों में महत्वपूर्ण मील का पत्थर करार दिया।प्रधानमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर 75,000 नवनियुक्त कर्मियों के नियुक्ति पत्र जारी किये। देश भर से चयनित आज जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए उन्हें भारत सरकार के 38 मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से नवनियुक्त कर्मियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज भारत की युवा शक्ति के लिए महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने कहा- ‘बीते आठ वर्षों में देश में रोजगार और स्वरोजगार का जो अभियान चल रहा है, आज उसमें एक और कड़ी जुड़ रही है, ये कड़ी रोजगार मेले की है।’ उन्होंने कहा कि आपको जनता की सेवा के लिए नियुक्त किया गया है। यह आपके लिए दिया गया अवसर है जिसे सेवा की प्रतिबद्धता के रूप में लिया जाना चाहिए।

मोदी ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान एमएसएमई क्षेत्र को 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक की केंद्र की मदद से 1.5 करोड़ से अधिक नौकरियों का संकट टल गया। प्रधानमंत्री ने सभी देशवासियों को धनतेरस की बधाई देते हुए कहा कि भगवान धनवंतरी आपको खुश रखें और मां लक्ष्मी की कृपा आप सभी पर बनी रहे। मैं भगवान से यही प्रार्थना करता हूं। उन्होंने कहा- ‘आज केंद्र सरकार 75 हजार युवाओं को नियुक्ति पत्र दे रही है। बीते आठ वर्षों में पहले भी लाखों युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं।’

मोदी ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए हम आत्मनिर्भर भारत के रास्ते पर चल रहे हैं। इसमें हमारे इनोवेटर, एंटरप्रेन्योर, उद्यमियों, किसानों, सर्विस और उत्पादन से जुड़े साथियों की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में इसी तरह लाखों युवाओं को भारत सरकार द्वारा समय-समय पर नियुक्ति पत्र सौंपे जाएंगे। आज अगर केंद्र सरकार के विभागों में इतनी तत्परता, इतनी क्षमता आई है, इसके पीछे 7-8 साल की कड़ी मेहनत है, कर्मयोगियों का विराट संकल्प है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। 7-8 साल के भीतर हमने 10वें नंबर से 5वे नंबर तक की छलांग लगाई है। ये इसलिए संभव हो पा रहा है, क्योंकि बीते आठ वर्षों में हमने देश की अर्थव्यवस्था की उन कमियों को दूर किया है, जो रुकावटें पैदा करती थीं। उन्होंने कहा कि आज हमारा सबसे अधिक बल युवाओं के कौशल विकास पर है। ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ के तहत देश के युवाओं को उद्योगों की जरूरतों के हिसाब से ट्रेनिंग देने का बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। इसके तहत अभी तक सवा करोड़ से अधिक युवाओं को स्किल इंडिया अभियान की मदद से ट्रेन किया जा चुका है।

ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों में बड़ी संख्या में रोजगार निर्माण का एक और उदाहरण, हमारी खादी और ग्रामोद्योग है। देश में पहली बार खादी और ग्रामोद्योग, एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का हो चुका है। इन वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग में एक करोड़ से अधिक रोजगार बने हैं। इसमें भी बड़ी संख्या में हमारी बहनों की हिस्सेदारी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया अभियान ने देश के युवाओं के सामर्थ्य को पूरी दुनिया में स्थापित कर दिया है। साल 2014 तक जहां देश में कुछ सौ ही स्टार्टअप थे, आज ये संख्या 80 हजार से अधिक हो चुकी है।आत्मनिर्भर भारत अभियान को लेकर मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान 21वीं सदी में देश का सबसे महत्वाकांक्षी मिशन है। आज देश कई मामलों में एक बड़े आयातक से एक बहुत बड़े निर्यातक की भूमिका में आ रहा है। अनेक सेक्टर में भारत ग्लोबल हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

प्रधानमंत्री ने देश की युवा आबादी को सरकार की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए कहा कि आजादी के अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण के सारथी हमारे युवा हैं। उन्होंने कहा कि देश में आज रोजगार के कई नए अवसर बन रहे हैं। आज गाड़ियों से लेकर मेट्रो कोच, ट्रेन के डिब्बे, डिफेंस के साजो-सामान तक अनेक सेक्टर में निर्यात तेजी से बढ़ रहा है। ये तभी हो रहा है क्योंकि भारत में फैक्ट्रियां बढ़ रही हैं और साथ ही काम करने वालों की संख्या बढ़ रही है।

उन्होंने कहा कि भारत सरकार, इंफ्रास्ट्रक्चर पर 100 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का लक्ष्य लेकर चल रही है। इतने बड़ पैमाने पर हो रहे विकास कार्य स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के लाखों अवसर बना रहे हैं। मोदी ने कहा कि स्थानीय स्तर पर युवाओं के लिए रोजगार के लाखों अवसर बना रहे हैं। आधुनिक इंफ्रा के लिए, हो रहे ये सारे कार्य टूरिज्म सेक्टर को भी नई ऊर्जा दे रहे हैं। आस्था के, आध्यात्म के, ऐतिहासिक महत्व के स्थानों को भी देशभर में विकसित किया जा रहा है। ये सारे प्रयास रोजगार बना रहे हैं।(हि.स.)

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