देश की प्रगति के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जरूरी: मोदी
कच्छ सेक्टर ( गुजरात) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि देश की की प्रगति के लिए राष्ट्र की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और इसमें भारतीय सेना की भूमिका महत्वपूर्ण है।प्रधानमंत्री ने राष्ट्र की सुरक्षा में सेनाओं की भूमिका के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि सेना के जवानों की मुस्तैदी के बल-बूते ही हमारा देश और देश के लोग सुरक्षित हैं।श्री मोदी दीपावली के अवसर पर गुजरात के कच्छ क्षेत्र में तैनात सेना के जवानों को संबोधित कर रहे थे। उनके बीच यहां सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान भी मौजूद थे।
श्री मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में हर दिवाली, किसी सीमा क्षेत्र में तैनात जवानों के बीच जाकर मनाने का सिलसिला इस बार भी बनाए रखा। उन्होंने कच्छ क्षेत्र में जवानों के साथ दिवाली की खुशी मनाई और उन्हें मिठाई खिलाई।प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर उन्हें संबोधित करते हुए कहा,“जब मैं आपके साथ दिवाली मनाता हूं तो दिवाली की मेरी मिठास कई गुना बढ़ जाती है।”श्री मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा में सीमाओं की रखवाली करने वाले जवानों की भूमिका को अंकित करते हुए कहा,“आपके कारण ही हमारा देश और देश के लोग सुरक्षित हैं।” उन्होंने राष्ट्रीय प्रगति के लिए सुरक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा,“कोई सुरक्षित राष्ट्र ही प्रगति कर सकता है।
”श्री मोदी ने सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित और जीवंत बनाने की अपनी सरकार के प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि जब सीमावर्ती क्षेत्र विकसित होंगे तो हमारे जवानों का उत्साह और भी बढ़ जाएगा।उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने सीमावर्ती गांवों को आखिरी गांव की जगह प्रथम गांव की संज्ञा दी है और इन गांवों के विकास के लिए वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया है।प्रधानमंत्री ने जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस बार की दिवाली बहुत खास है, अयोध्या में प्रभु राम 500 साल बाद अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं। उसके बाद यह पहली दिवाली है ,इसलिए यह और खास है।श्री मोदी ने कहा,“मैं देश के हर जवान को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं ,मेरी हर शुभकामना में आपके प्रति देश के 140 करोड लोगों का आभार और शुभकामनाएं जुड़ी हैं।
”श्री मोदी ने कहा कि मातृभूमि के लिए सेवा का यह अवसर बड़े सौभाग्य से मिलता है। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा को सर्वस्व मानने वाले देश के ‘लाडले और लाडलियों’ के तप और तपस्या की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हिमालय की चोटियों पर शून्य से नीचे के तापमान, कच्छ के रन की तपती रेत, रेगिस्तानों की धूल भरी आंधी और दलदल वाले क्षेत्र तथा तटीय क्षेत्रों की कठिन परिस्थितियों में अपने कर्तव्य की राह पर ‘स्वयं को तपाकर हमारे जवान फौलाद की तरह चमकते हैं।’उन्होंने कहा,“भारत के जवान एक ऐसी फौलाद हैं जिन्हें देखकर दुश्मनों के रूह कांपती है।” (वार्ता)
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