Arts & Culture

चित्रकूट में 25 लाख से अधिक ने लगायी कामदगिरि की परिक्रमा

चित्रकूट : मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की वनवास स्थली चित्रकूट में दीपावली के पावन पर्व पर 25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने मंदाकिनी नदी में डुबकी लगाकर कामदगिरि की परिक्रमा लगाई।इस अवसर पर सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किये गये थे। पूरे चित्रकूट को दुल्हन की तरह सजाया गया और तीर्थ यात्रियों के लिए व्यापक व्यवस्था का इंतजाम सभी विभागों द्वारा किया गया था।

कामदगिरि मुख्य द्वार के महंत रामस्वरूपाचार्य ने बताया कि आज का दिन बहुत ही पवित्र दिन है आज के दिन प्रभु श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त करने के बाद सबसे पहले चित्रकूट के घाट में मां मंदाकिनी नदी एवं कामदगिरि में दीपदान किया था और इसके बाद अपनी पूरी सेना के साथ अयोध्या के लिए रवाना हुए थे। तभी से यह मान्यता है कि आज के दिन प्रभु श्री राम मां सीता एवं भाई लक्ष्मण के साथ यहां पर मंदाकिनी नदी एवं कामदगिरि में दीपदान करने आते हैं और यह अनादि परंपरा आज भी उसी हर्ष और उल्लास के साथ मनाई जाती है।परंपरा के अनुसार लोग यहां पर मंदाकिनी नदी में स्नान करके दीपदान करते हैं और इसके बाद कामदगिरि पर्वत की परिक्रमा लगाकर वहां भी दीपदान करते हैं।

श्री रामस्वरूप आचार्य ने बताया कि श्रद्धालुओं की संख्या इस बार आशा के अनुसार थोड़ी कम रही क्योंकि कल सोमवार है और यह अमावस्या सोमवती अमावस्या के रूप में कल भी लगेगी श्रद्धालु कल भी मंदाकिनी नदी में स्नान करके कामदगिरि की परिक्रमा लगाएंगे और दीपदान करेंगे। अगर सोमवार को अमावस्या ना पड़ती तो आज यह संख्या 35 लाख से भी ऊपर पहुंचाने की संभावना थी।आज भोर होते ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा रामघाट में इस कदर लग गया था कि भीड़ संभालना कठिन होता जा रहा था। प्रशासन के लोग पुलिस एवं अन्य कर्मियों ने बहुत अच्छे ढंग से पूरे मेले को अच्छी व्यवस्था करने का कार्य किया। श्रद्धालुओं की भीड़ उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश बिहार झारखंड गुजरात राजस्थान से भी पर्याप्त लोग आए थे।

कानपुर से आए मनोज गुप्ता, बिहार से आए सुरेश झा, राजस्थान से आए करसन भाई ने बताया कि वह प्रत्येक दीपावली के मौके पर मंदाकिनी नदी में स्नान करने आते हैं और कामदगिरि में दीपदान करते हैं ऐसी व्यवस्था उनको बीते कई वर्षों से कभी नहीं मिली ऐसी व्यवस्था प्रकार वे बड़े प्रसन्न और अति उत्साहित थे।जिलाधिकारी अभिषेक आनंद और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला लगातार अपनी पूरी टीम के साथ मेला क्षेत्र में बने हुए हैं। मंदाकिनी नदी और कामदगिरि की परिक्रमा के अलावा हनुमान धारा सती अनुसुइया गुप्त गोदावरी इसफटीक शिला राम दर्शन आदि स्थानों मे दर्शन किया। गुप्त गोदावरी में अत्यधिक भीड़ बढ़ जाने के कारण कई बार तीर्थ यात्रियों को गुफा के अंदर सांस लेने में समस्या दिखाई पड़ी।

मेला अधिकारी ने बताया कि पूरे चित्रकूट में श्रद्धालुओं की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए 400 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की गई है। चार अतिरिक्त मेला स्पेशल ट्रेन लगाई गई हैं पूरे मेला क्षेत्र को 16 सेक्टर में बांटा गया है और 1000 पुलिस बल को तैनात किया गया है जिसमें होमगार्ड, महिला पुलिस, पुलिस गोताखोर पीएससी और डॉग स्क्वाड की व्यवस्था की गई है।चित्रकूट के सभी मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है।

मेला क्षेत्र में आने और जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए जगह जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं उन पर नजर रखने के लिए पुलिस के उच्च अधिकारियों की नियुक्ति की गई है सादी वर्दी में महिला पुलिसकर्मी और पुलिस बल जगह जगह पर तैनात है जो आम नागरिक बनकर के आम नागरिक की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। बाहर से आने वाली गाड़ियों के लिए कई पार्किंग स्थल बनाए गए है वहां भी सीसीटीवी की निगरानी है। फिलहाल मेले में तीर्थ यात्रियों को इस बार अत्यधिक सुखद अनुभव रहा।(वार्ता)

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