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मोदी बताएं कि आठ साल में क्या काम किया : खड़गे

नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर फूट डालो और राज करो की नीति अपना कर शासन चलाने का आरोप लगाया और कहा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 70 साल के कामकाज का हिसाब मांगने की बजाय आपने आठ साल के शासन का हिसाब देश को देना चाहिए।श्री खड़गे ने कहा कि आज तोड़ने वाला माहौल है और सच्चाई यह है कि भाजपा देश को तोड़ने का काम कर रही है, जबकि कांग्रेस अपने युवा नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में देश को जोड़ रही है और इसीलिए भारत जोड़ो यात्रा निकाल कर देश की एकता की बात करती है।

उन्होंने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की 133वीं जयंती पर आयोजित नेहरू स्मृति व्याख्यान समारोह को संबोधित करते हुए आज कहा कि मोदी सरकार सिर्फ लोगों को गुमराह कर रही है जबकि देश में ज़बरदस्त बेरोजगारी है और 30 लाख से ज्यादा पद केंद्र सरकार में खाली पड़े हैं। केंद्र सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है, जबकि वादा था कि आठ साल में 16 करोड़ लोगों को रोजगार देंगे लेकिन यह सब झूठ साबित हुआ है।कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा के लोग लोकतंत्र की बातें करते, लेकिन सच्चाई यह है देश में कहीं भी लोकतांत्रिक सरकारें नहीं है। वे बार-बार लोकतंत्र की बातें करते है लेकिन भाजपा के शासन में कहीं भी लोकतंत्र नहीं है और लोगों को बोलने की आजादी नहीं है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला किया और कहा कि वह कहते हैं कि 75 साल में क्या हुआ लेकिन यह नहीं बताते हैं कि पिछले 8 साल में उन्होंने क्या किया। उनका कहना था कि साक्षरता के क्षेत्र में, आर्थिक स्थिति को लेकर, स्वास्थ्य व्यवस्था और डॉक्टरों की संख्या, इंजीनियर और इंजीनियरिंग, सिंचाई परियोजनाएं, इन सब स्त्रियों को देखेंगे तो पता चलेगा कि सारे काम कांग्रेस के शासन में ही हुए है। उन्होंने सवाल किया कि भाखड़ा नांगल बांध किसने बनाया, हीराकुण्ड, नागार्जुन यह सब किसने बनाये। पता चलेगा कि इन सब की बुनियाद में पंडित नेहरू की सोच है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा के लोग सरदार वल्लभभाई पटेल की बात करते हैं लेकिन भूल जाते हैं कि वह कांग्रेस के ही थे। उनका कहना था कि अगर सरदार पटेल को मानते हैं तो उनके वसूलों को भी माना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश मे लोकतंत्र बचना है और सबकी आजादी को बचाना है तो बोलने की आजादी रखनी पड़ेगी और सभी धर्म के लोगों को साथ लेकर चलना होगा।(वार्ता)

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