
बिना सूचना बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन पर रुक जा रही श्रमिक ट्रेन
- स्टेशन पर उतर बिन जांच के ही घर चल दिए दर्जनों यात्री, तीन दिन में दूसरी बार रुकी ट्रेन - सहमे नगरवासियों में मचा हड़कंप, प्रशासन बेखबर
विजय बक्सरी
बिल्थरारोड (बलिया)ः लाकडाउन-4 में सरकार जहां शारीरिक दूरी बनाएं रखने को लेकर देशभर में लोगों को जागरुक कर रही है और गैर प्रांतों से घर पहुंचे लोगों को जांच के बाद होम कोरोंटाइन किया जा रहा है। वहीं वाराणसी-भटनी-गोरखपुर रेल खंड स्थित बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन से गुजर रहे श्रमिक स्पेशल ट्रेन अचानक बिना सूचना रेलवे स्टेशन रुक जा रहा है और बड़ी संख्या में गैर प्रांत से लौट रहे कोरोना संदिग्ध कामगार ट्रेन से उतर सीधे घर चले जा रहे है। हालांकि बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन पर रुकने का ना तो कोई रेलवे का निर्देश है और न ही किसी तरह की मजबूरी किंतु तकनीकी खामी बताकर इन ट्रेनों को जहां-तहां रोक दिया जा रहा है। वहीं इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में फोर्स न होने के कारण यात्री भी जहां-तहां चैन पुलिंग कर उतर जा रहे है। जिनका न तो कोई जांच हो पा रहा है और न ही संबंधित क्षेत्र में उनका कोई लेखा जोखा। एकतरफ जानलेवा बीमारी कोरोना के नाम से पूरी दुनिया में इन दिनों भय व्याप्त है। ऐसे में रेलवे से घर भेजे जा रहे यात्री अगर बिना किसी सूचना व जांच के नगर में पहुंच जाएं तो हड़कंप मचना ही है। बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन पर तो इन दिनों कुछ ऐसा ही हो रहा है। कामगारों को लेकर जा रही ट्रेन पिछले तीन दिन में यहां दो बार रुकी। दर्जनों की संख्या में यात्री उतरकर रेल लाइन पकड़ रेलवे स्टेशन होते हुए नगर में पहुंच गए। स्टेशन मास्टर ने नाम न छापने के शर्त पर यह स्वीकार किया कि शुक्रवार की सुबह सवा दस बजे के करीब गोरखपुर जा रही एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन अचानक क्रासिंग पर रुक गई। हालांकि रेलवे इसे यात्रियों द्वारा चैनपुलिंग का मामला बता रहे है। जहां ट्रेन करीब पांच मिनट खड़ी रहने के बाद आगे बढ़ी और दर्जनों लोग यहां उतरकर पैदल ही बिना किसी रोकटोक के अपने घर की तरफ रवाना हो गए। शुक्रवार दोपहर करीब 2.53 बजे भी गोरखपुर से लौट रही एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन सं. 04187 अचानक पूर्वी आउटर पर रुक गई। रेलवे के अनुसार उक्त ट्रेन खाली था, जबकि प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सोनाडीह रेलवे क्रासिंग पर करीब आधा दर्जन महिलाएं उक्त ट्रेन से उतर कर रेलवे लाइन होते हुए बिना किसी रोकटोक के घर को निकल गई। वहीं बुधवार दोपहर तीन बजे के आसपास भी श्रमिकों व कामगारों से भरा ट्रेन अचानक रुक गया और गैर प्रांत से ट्रेन पर सवार दर्जनों की संख्या में कोरोना संदिग्ध कामगार ट्रेन से उतर नगर में होते हुए गंतव्य को रवाना हो गए। जिससे नगरवासियों में कोरोना बीमारी के संक्रमण को फैलने को लेकर भय सा व्याप्त हो गया है। बावजूद इसकी भनक न तो रेलवे लगाना चाह रहा है और न ही स्थानीय प्रशासन को इनकी जानकारी हो रही है। रेलवे के अधिकारी ट्रेन रुकने का स्थान आउटर सिग्नल बताकर अपनी जिम्मेदारी से सीधे हाथ खड़ा कर ले रहे है। इधर स्थानीय पुलिस प्रशासन भी रेलवे द्वारा किसी तरह की सूचना न देने का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने में लगे है। नगर के वरिष्ठ व्यवसायी प्रशांत कुमार मंटू ने मामले में जिला प्रशासन को सीधे हस्तक्षेप करने एवं रेलवे की लापरवाही को गंभीर से लेने की गुहार लगाई है। रेलवे जेडआरयूसीसी सदस्य देवेंद्र गुप्ता ने बिना जानकारी श्रमिक स्पेशल ट्रेन के बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन पर रुकने एवं यात्रियों के उतरने को गंभीर व चिंताजनक बताते हुए रेलवे की सबसे बड़ी लापरवाही करार दिया। कहा कि वे इस संदर्भ में सीधे रेल मंत्री को ईमेल व ट्वीटकर अवगत करायेंगे। इधर तहसीलदार जितेंद्र कुमार सिंह ने बुधवार को बिना सूचना बिल्थरारोड रेलवे स्टेशन पर अचानक रुके श्रमिक स्पेशल ट्रेन के रुकने एवं सवार यात्रियों के उतरने की सूचना मिलने पर स्थानीय स्टेशन मास्टर से आवश्यक जानकारी लिया है।
बनेगी रिपोर्ट और डीएम के निर्देश पर उठायेंगे कदम–
नवागत एसडीएम अशोक चैधरी ने बताया कि मामला गंभीर है। इसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को अवगत कराया जायेगा और डीएम के निर्देशानुसार आवश्यक कदम उठाया जायेगा।