‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस मिशन’ से जुड़ी भारतीय नौसेना, जानें अब तक किन इलाकों में पहुंचाई सहायता
कोविड-19 के खिलाफ राष्ट्र की लड़ाई में सहभागिता करते हुए भारतीय नौसेना भी शामिल हो गई है। भारतीय नौसेना के दक्षिणी कमांड के मुख्यालय कोच्चि से नौसेना के जहाज ऑक्सीजन एक्सप्रेस मिशन के तहत लक्षद्वीप प्रशासन को सहायता प्रदान कर रहे हैं। इसी के तहत रविवार 25 अप्रैल को सुबह कोच्चि स्थित ‘आईएनएस शारदा’ आवश्यक दवाओं की आपूर्ति करने के लिए लक्षद्वीप की राजधानी कावारत्ती को रवाना हुआ।
आईएनएस शारदा को लगाया गया मिशन पर
कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए आईएनएस शारदा के जरिए 35 ऑक्सीजन सिलेंडर, रैपिड एंटीजन परीक्षण टेस्ट किट (आरएडीटी), पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्वीपमेंट्स (पीपीई), मास्क और दूसरी वस्तुओं की आपूर्ति की गई। इन वस्तुओं के भंडारण का कार्य आईएनएस द्वीप रक्षक के कर्मियों द्वारा किया गया। इसी मिशन के तहत जहाज द्वारा मिनिकॉय द्वीप पर ऑक्सीजन सिलेंडर और मेडिकल आपूर्ति भी की गई।
इसके अतिरिक्त द्वीप से 41 ऑक्सीजन के खाली सिलेंडर को भारतीय नौसेना द्वारा लिए गए मेघना जहाज के जरिए भेजा गया। यह जहाज अब कोच्चि पहुंचकर खाली सिलेंडर में ऑक्सीजन भरकर उसे दोबारा लक्षद्वीप तक पहुंचाएगा। यह ऑपरेशन लक्षद्वीप के नौसेना अधिकारी (इंचार्ज) और लक्षद्वीप संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन की निगरानी में सम्पन्न किया गया।
कड़मठ द्वीप पर भी नौसेना ने पहुंचाई सहायता
कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए कड़मठ द्वीप के प्रशासन को सहयोग करने के लिए एक नौसैनिक दल भी रविवार (25 अप्रैल, 2021) को कड़मठ पहुंचा। इस दल में एक डॉक्टर, मेडिकल सहायक और अतिरिक्त नाविक शामिल है। इसके अलावा एसएनसी, कोच्चि, आईएनएस द्वीप रक्षक और कावारत्ती से भी व्यक्तियों को शामिल किया गया।
इसके अलावा लक्षद्वीप के मरीजों के लिए एचक्यूएसएनसी ने आईएनएचएस संजीवनी कोच्चि में आईसीयू सुविधा वाले 10 बेड भी तैयार किए, जिससे बेड की किल्लत के समय जरूरी सेवाएं पहुंचाई जा सके। इसके अलावा स्थानीय स्तर पर नेवल एयरक्राफ्ट यार्ड कोच्चि द्वारा वायु निकासी पॉड्स को भी विकसित किया गया है, जिसके जरिए द्वीप और दूसरी जगहों से किसी आपात स्थिति में कोविड-19 मरीजों को निकाला जा सके।
हर संभव तरीके से सरकार पहुंचा रही है ऑक्सीजन
देश में अचानक से कोरोना संक्रमण के मामलों में हुई बेहताशा बढ़ोतरी के चलते कई जगह मेडिकल आक्सीजन की कमी हो गई। इस कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में भारतीय रेलवे ने मिशन ऑक्सीजन के तहत ऑक्सीजन एक्सप्रेस शुरू की हैं। ऑक्सीजन एक्सप्रेस देश के कोने-कोने में ऑक्सीजन पहुंचा रही है। इसके अलावा सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि ऑक्सीजन का सिर्फ और सिर्फ चिकित्सीय प्रयोग ही किया जाए। साथ ही सरकार ने उद्योगों के लिए ऑक्सीजन के उपयोग पर रोक लगा दी है।
भारतीय रेलवे चला रहा है ऑक्सीजन एक्सप्रेस
भारतीय रेलवे ने बताया है कि पिछले 48 घंटों के दौरान ऑक्सीजन एक्सप्रेस ने 150 टन ऑक्सीजन देश के कई राज्यों में पहुंचाई है। इसके अलावा रविवार रात को एक और ऑक्सीजन एक्सप्रेस 4 टैंकर में 70 मीट्रिक टन आक्सीजन लेकर रायगढ़ से दिल्ली के लिए रवाना हुई। खबर है कि आज शाम तक भारतीय रेल 140 मीट्रिक टन आक्सीजन और पहुंचा देगी।
वायुसेना भी कर रही है मदद
भारतीय वायु सेना भी लगातार देशभर के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई कर रही है। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने शुक्रवार को चिकित्सीय ऑक्सीजन के खाली टैंकर और कंटेनरों को विमानों के जरिए देश के विभिन्न फिलिंग स्टेशनों पर पहुंचाया ताकि जल्द से जल्द कोविड-19 मरीजों के लिए ‘प्राणवायु’ (ऑक्सीजन) का वितरण सुनिश्चित किया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि वायुसेना के विमानों ने कोच्चि, मुंबई, विशाखापट्टनम और बेंगलुरु से डॉक्टरों और नर्सों को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के लिए पहुंचाया। उन्होंने बताया कि इसके अलावा वायु सेना देश के विभिन्न कोविड-19 अस्पतालों में दवाएं और उपकरण भी पहुंचा रही है।
ऑक्सीजन सिर्फ चिकित्सीय उद्देश्यों के लिए उपयोग होगी
केन्द्र सरकार ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि तरल ऑक्सीजन का इस्तेमाल विशेष तौर पर चिकित्सा उद्देश्यों के लिए ही किया जाना चाहिए। देश में चिकित्सा ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन के उपयोग के संबंध में नौ उद्योगों को दी गई छूट वापस ले ली गई है। यह छूट केंद्र सरकार ने 22 तारीख को जारी किए नोटिस में महत्वपूर्ण उद्योगों को दी थी।