
सावरकर की बात कांग्रेस ने मान ली होती तो देश का विभाजन नहीं होता: योगी
योगी ने कांग्रेस पर बोला बड़ा हमला,"सत्ता लोलुप राजनीतिक दलों ने सावरकर की तुलना जिन्ना से की"
- “सावरकर की विचारधारा आज भी सार्थक: आज की पीढ़ी को उनके विचार पढ़ने और आत्मसात करने चाहिए”
- सावरकर की प्रतिभा को छुपाने के प्रयास पहले अंग्रेजों ने और आज़ादी के बाद कांग्रेस ने किया: सीएम योगी
लखनऊ :मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि सावरकर जैसे क्रांतिकारी, लेखक, दार्शनिक, कवि का अपमान करने में कांग्रेस ने कोई कोर कसर नही छोड़ी। उन्होंने कहा कि सावरकर की प्रतिभा को छुपाने के प्रयास पहले अंग्रेजों ने और आज़ादी के बाद कांग्रेस ने किया। कांग्रेस ने राष्ट्रनायक का अपमान करने की कई कोशिशें की। उस दौर में सावरकर से बड़ा कोई नहीं था। आज़ादी के बाद जो सम्मान सावरकर को मिलना चाहिए था वो नहीं मिला। हिंदुत्व शब्द वीर सावरकर ने दिया था।
लखनऊ में स्वातंत्र्यवीर विनायक दामोदर सावरकर जी की पावन जयंती पर 'वीर सावरकर- जो भारत का विभाजन रोक सकते थे और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा दृष्टि' पुस्तक का लोकार्पण… https://t.co/5LhWymk21l
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) May 28, 2022
योगी ने ये बातें विनायक दामोदर सावरकर जी की जयंती पर उदय माहुरकर एवं चिरायु पंडित की सद्य: प्रकाशित पुस्तक ‘वीर सावरकर- जो भारत का विभाजन रोक सकते थे और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा दृष्टि’ पुस्तक का विमोचन करते हुए एक समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि अगर सावरकर की बात कांग्रेस ने मान ली होती तो देश का विभाजन नहीं होता। सावरकर ने कहा था कि पाकिस्तान आएंगे जाएंगे लेकिन हिंदुस्तान हमेशा रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि तुष्टिकरण की नीति के कारण हम समझौते की टेबल पर हार जाते थे।
सीएम योगी ने कहा कि वो लोग कहते थे कश्मीर से 370 समाप्त नहीं हो सकता, आज हो गया। वीर सावरकर का एक ही लक्ष्य था कि देश आज़ाद हो। उनका पूरा जीवन देश को दिव्य दृष्टि देकर गया है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण आज़ादी के तत्काल बाद होना चाहिए थे वो आज हो रहा है। उन्होंने कहा कि हर नागरिक को अल्पसंख्यक बहुसंख्यक की दृष्टि से देखने की जगह नागरिक के तौर पर देखा जाना चाहिए। हमने ये यूपी में लागू किया जब हाल ही में हमने ये सुनिश्चित किया कि सड़क पर न पूजा होगी और न नमाज़ होगी। धर्मस्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का काम हमने किया।
सीएम योगी ने याद दिलाया कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने पोर्टब्लेयर की सेल्युलर जेल में उनकी प्रतिमा लगवायी थी जिसे बाद में कांग्रेस की सरकार ने हटवा दिया। सावरकर बीसवी सदी के महानायक थे और उन्होंने राष्ट्र के लिए एक ही जन्म में दो-दो आजीवन कारावास की सजा काटी। उंन्होने बिना किसी विवाद के परिभाषा गढ़ी, उन्होंने सनातन हिन्दू धर्मावलंबियों को उनकी पहचान की परिभाषा दी । मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता लोलुप राजनीतिक दलों ने सावरकर की तुलना जिन्ना से की। यह सावरकर ही थे जिन्होंने कहा था जिन्ना की सोच संकुचित है,संकीर्ण है राष्ट्रतोडक है,जिन्ना भारत के विभाजन का कारक है
सीएम योगी ने कहा कि सावरकर का व्यक्तित्व भारत के स्वर्णिम भविष्य की सोच रखता था,वो अपने मिशन के लिए लगातार सक्रिय रहे।भारत की स्वाधीनता के स्वरूप क्या हो उसमे वो लगातार सक्रिय रहे,आज वो स्वरूप सामने है।सावरकर की शब्ददृष्टि आज साकार हो कर दिखाई दे रही है। उंन्होने कहा था पाकिस्तान कोई वास्तविकता नही हो सकती,लेकिन हिंदुस्तान हमेशा रहेगा,यह नेशन फर्स्ट की थ्योरी ही आज की वास्तविकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशन फर्स्ट की थ्योरी हमने अपनायी होती तो भारत का विभाजन,1962,65 का युद्ध, 1971 के विभाजन में भारत के बहादुर सैनिकों की शहादत न होती, आज आतंकवाद,अलगाववाद न पनपते।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तरप्रदेश में रामनवमी पर कहीं कोई दंगे नही हुए, सड़क और नमाज़ नही हुए,सड़क कोई धार्मिक कार्यक्रम के लिए नही होते, धर्मस्थलों पर लगे माइको से आज उत्तरप्रदेश की जनता काफी सुकून महसूस कर रही होगी।मुख्यमंत्री ने पुस्तक के प्रकाशन के लिए प्रभात प्रकाशन को धन्यवाद देते हुए कहा कि सावरकर जी की कृति हर पुस्तकालय विश्वविद्यालय में जानी चाहिए,थीसिस होनी चाहिए, शोध होने चाहिए। आज की पीढ़ी को उनके विचार पढ़ने और आत्मसात करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सावरकर जी के बारे जरा सा अगर उन लोगो को पता होता तो उन लोगो के बेशर्मी के बोल न निकलते, ऐसे लोगों ने बेशर्मी की चादर ओढ़ ली,उन्हें सावरकर जी की वीरता का ज्ञान ही नही था। “लोहिया जी ने कहा था कोई व्यक्ति 50 वर्ष बाद अगर श्रद्धा के साथ स्मरण किया जाता है तो वो सामान्य व्यक्ति नही हो सकता, अब हम उनके जाने के 56 वर्ष बाद याद कर रहे हैं,तो हम उनके व्यक्तित्व के बारे में आंकलन कर सकते हैं”।चौरी चौरा की घटना के लिए वो साक्षी रहे,कांग्रेस की विभाजन की सोच के कारण इन्होंने कांग्रेस की सोच से किनारा कर लिया ।इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बताया कि हिन्दू महासभा के बाद में उनके दादा गुरु महंत दिग्विजय नाथ भी सावरकर से जुड़े थे।
वीर सावरकर की प्रतिभा को छुपाने का प्रयास पहले ब्रिटिशर्स ने किया और आजादी के बाद जिन लोगों के हाथों में सत्ता आई, उन्होंने भी हर संभव प्रयास किए। pic.twitter.com/84Rmc5xRSe
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) May 28, 2022
समस्या देने वाले की हस्ती कितनी ही महान क्यों न हो, लेकिन ईश्वर की कृपा-दृष्टि से बड़ी कभी नहीं हो सकती है… pic.twitter.com/hT1CW602Q4
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) May 28, 2022