कांग्रेस सत्ता में आती है, तो जनता के लिए विपत्ति लाती है, भाजपा आती है, तो समृद्धिः त्रिवेदी
नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ‘मोदी की गारंटी’ को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की ओर से की गयी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर तीखा प्रहार किया है और कहा है कि कांग्रेस के हाथों में सत्ता आती है, तो जनता के लिए विपत्ति बन जाती है, जबकि भाजपा के हाथों में सत्ता आती है, तो वह जनता के लिए समृद्धि बन जाती है, जो राष्ट्र के विकास और स्वाभिमन को बढ़ाती है।भाजपा के राष्टीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस जैसी पार्टियाँ सत्ता में आने के बाद सरकारी खजाने से धन लूटती है और जनता को उनकी बुनियादी सुविधाओं से वंचित’रखती है। उन्होंने श्री खरगे की टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि श्री खरगे जी देश के वरिष्ठ नेता एवं वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता हैं।
उन्होंने कांग्रेस का वह दौर भी देखा है, जब कांग्रेस में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. पी वी नरसिम्हा राव और पूर्व वित्त मंत्री एवं पूर्व राष्ट्रपति स्व. प्रणव मुखर्जी जैसे कुछ एक समझदार नेता हुआ करते थे, जिन्होंने वित्तीय संकट के दौर में भी देश को सही दिशा दी, लेकिन कांग्रेस प्रमुख खरगे जी ने जो बातें कल कहीं, उससे साफ पता चलता है कि धन, जो लोगों की संपत्ति और समृद्धि होनी चाहिए, अगर कांग्रेस के हाथों में चली जाए, तो यह आपदा बन जाती है।डॉ त्रिवेदी ने कहा, “श्री खरगे जी ने मोदी जी की गारंटी को मजाक बताया है। कांग्रेस के उस तथाकथित मजाक की वास्तविकता यह है कि श्री मोदी ने 15 अगस्त 2014 को जनधन योजना की घोषणा की और आज देश में 54 करोड़ जनधन एकाउंट है। उस समय कई आर्थिक विशेषज्ञ कहते थे कि इसके लिए पैसा कहां से आएगा और आज जनधन एकाउंट में 2 लाख करोड़ रुपए हैं। कांग्रेस को बताना होगा कि घोषणा और वादों का मजाक कौन बना रहा है?
श्री मोदी ने 2014 में स्वच्छ भारत की घोषणा की। आज लोगों की मानसिकता और विचार में बदलाव आया है, लोग कहीं भी रैपर और सामन नहीं फेंकते हैं।”उन्होंने कहा कि 1970 में कांग्रेस नेता ने गरीबी हटाओ के नारे दिए, लेकिन गरीबी नहीं हटा पाए। कांग्रेस पार्टी ने जो जो वादे किए, उसे पूरा नहीं किया। हाल के वर्षो में, 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने वादा किया था कि जैसे ही हमारी सरकार बनेगी वैसे ही दस दिनों में किसानों का कर्ज माफ कर देंगे। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार पांच साल रही, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं कर पाई। कांग्रेस ने राजस्थान में 05 हजार रुपए बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था, लेकिन पांच सालों में कांग्रेस सरकार नहीं दे पायी। कांग्रेस के अनुसार 2018 में ईवीएम ने अच्छा काम किया था तब राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी और 2023 में ईवीएम ने खराब काम किया था तब कांग्रेस की सरकार चली गयी।
भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “एक गांधी की कांग्रेस थी और वहींआज राहुल गांधी की कांग्रेस। एक राष्ट्र के लिए प्रेरित कांग्रेस और एक शहरी नक्सल विचार से प्रेरित कांग्रेस के बीच की यात्रा श्री खरगे जी ने देखी होगी, तो कहीं न कहीं उनके दिल से ये बातें निकली होगी, जो उन्होंने कल कही। अब, श्री खरगे जी पर दबाव डलवाकर उनसे कुछ भी बयान दिलवाया जा रहा है। अब कांग्रेस पार्टी सात गारंटी गिनवाए या सत्रह गारंटी, श्री खरगे जी को जो बातें कहनी थी, कह दी।”डॉ त्रिवेदी ने कहा, “कांग्रेस जब-जब सत्ता में आती है, तो उस प्रदेश और देश के लिए आर्थिक चुनौतियां लेकर आती है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार को लगभग डेढ़ साल हो गए हैं, वहां 2021-22 में निवेश लगभग 1.63 लाख करोड़ रुपए था, जो आज घटकर 54 हजार करोड़ रुपए पर आ गया है।
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा चुनाव से पहले दावा किया था कि कांग्रेस पार्टी पेट्रोल और डीजल का दाम कम कर देंगे। विधानसभा चुनाव जीतकर आते ही कांग्रेस पार्टी की सरकार ने हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल और डीजल पर 3-3 रुपए बढ़ा दिए। कुछ दिनों बाद, हिमाचल में कांग्रेस सरकार के पास इतना पैसा भी नहीं रहा कि सही ढंग से सरकारी कर्मियों को वेतन भी दे सके।”भाजपा प्रवक्ता ने श्री खरगे द्वारा रोजगार पर उठाए गए सवाल पर तथ्यों के साथ जवाब देते हुए कहा कि रोजगार के लिए सबसे प्रामाणिक आंकड़ा कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफओ) का होता है। जब कोई व्यक्ति कर्मचारी बनेगा, तब ही उसके वेतन से कटकर कर्मचारी भविष्य निधि में जाएगा।
कर्मचारी के वेतन के अंश के साथ ही उसके नियोक्ता का भी उतना ही पैसा कर्मचारी भविष्य निधि के एकाउंट में जाता है, जो एकाउंट उस कर्मचारी का होता है। जबतक किसी को नौकरी नहीं मिलती है, तबतक उस कर्मचारी के ईपीएफओ खाता नहीं होता है। मोदी की सरकार आने से पहले 11 करोड़ ईपीएफओ एकाउंट थे और, जो वर्ष 2024 में बढ़कर 25 करोड़ से ज्यादा एकाउंट हो गए। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की तीसरी बार सरकार बनने के बाद जुलाई 2024 में सबसे ज्यादा 22 लाख नए कर्मचारी भविष्य निधि एकाउंट खुले। कांग्रेस नेताओं को खुली आंखों से ये आंकड़े देखने चाहिए, क्योंकि इसमें किसी प्रकार की किन्तु-परंतु की गुंजाइश नहीं बनती है।
”उन्होंने श्री खरगे द्वारा विकसित भारत पर सवाल उठाए जाने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि श्री खरगे जी को मालूम होना चाहिए कि भारत दुनिया की अर्थव्यवस्था में पांचवे स्थान पर पहुंच गया है। पिछले सप्ताह ही अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि भारत 07 प्रतिशत की विकास दर के साथ विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था में सबसे ज्यादा तेजी से आर्थिक विकास होगा। यह भारत सरकार का डेटा नहीं है, बल्कि आईएमएफ का आधिकारिक बयान है, जहां कांग्रेस नेता और अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह जी नौकरी कर चुके हैं। भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) जहां 07 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, वहीं चीन की जीडीपी 4.8 प्रतिशत है।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि खरगे जी ने “न खाउंगा और न खाने दूंगा” पर जो प्रतिक्रिया दी है, वह वाकई में कांग्रेस के दिल दर्द को प्रदर्शित करता है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी जब से आए हैं, तब से खाना (भ्रष्टाचार) बहुत मुहाल हो गया है। जिन-जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां भी उनके लिए खाना (भ्रष्टाचार) मुहाल हो गया है। कांग्रेस नेता राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने संसद में कहा था कि केंद्र से एक रुपए भेजता हूं, तो एक हाथ से दूसरे हाथ, दूसरे हाथ से तीसरे हाथ, तीसरे हाथ से चौथे हाथ, इस तरह घिसते घिसते 15 पैसा ही लोगों तक पहुंचता है। अर्थात एक हाथ से दूसरे हाथ घिसते घिसते 85 पैसा खा लिया जाता था। उस हाथ की छटपटाहट अब समझी जा सकती है। भ्रष्टाचार के वो दिन चले गए हैं, इस कारण से कांग्रेस नेताओं को समस्या है।
”भाजपा नेता ने कहा कि श्री खरगे जी ने “देश नहीं झुकने दूंगा” पर भी सवाल उठाए हैं, जबकि श्री मोदी जी की शाख है कि देश नहीं झुकने नहीं दूंगा, चाहे आतंकवाद हो या दुश्मनों की चाल, किसी भी परिस्थिति में देश को झुकने नहीं देंगे। नवम्बर 2008 में मुम्बई में ताज पर हमला हुआ, ठीक नौ महीने के बाद जुलाई 2009 में कांग्रेस की सरकार ने पाकिस्तान के साथ एक शर्मशार करने वाला समझौता किया था, जिसमें लिखा था कि आतंकवाद से शांति वार्ता प्रभावित नहीं होगी।” उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद के साथ शांतिवार्ता नहीं होगी। पिछले दस सालों में मोदी सरकार ने पाकिस्तान के साथ कोई आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ता नहीं की। चीन के साथ सीमा तनाव को लेकर जो समाधान निकला है, उसकी तस्वीर में साफ दिखता है कि भारत-चीन सीमा पर हालात क्या है।
डॉ त्रिवेदी ने कहा कि खरगे जी ने सबका साथ सबका विकास पर भी सवाल उठाए हैं। इस पर यही कहा जा सकता है कि 54 करोड़ जनधन योजना एकाउंट खुले हैं और 90 प्रतिशत जनता उससे कवर हुई है। कांग्रेस शासनकाल में 14 करोड़ लोगों के पास मोबाइल हैंडसेट था और आज 84 करोड़ लोगों के पास मोबाइल हैंडसेट है। देश में एक अरब से ज्यादा इंटरनेट कनेक्शन है। इसके बावजूद कांग्रेस अध्यक्ष कहते हैं कि सबका विकास नहीं हो रहा है, तो यह उनकी समझ है। (वार्ता)