
वाराणसी : वर्षों की चुप्पी अब एक ऐतिहासिक कदम में बदल रही है। मद्धेशिया समाज, जो अब तक योग्य जीवनसाथी की तलाश और सामाजिक संवाद की कमी से जूझता रहा, अब संगठित होकर अपने भविष्य की दिशा स्वयं तय करने निकल पड़ा है।
“प्रथम वैवाहिक परिचय सम्मेलन” – एक ऐसा आयोजन जो न केवल रिश्तों की शुरुआत करेगा, बल्कि समाज की एकता, मर्यादा और आत्मसम्मान की भी मिसाल बनेगा। यह सम्मेलन बाबा गणिनाथ मंदिर, मुकीमगंज, वाराणसी में आयोजित किया जा रहा है और समाज के हर वर्ग, हर परिवार को इससे जुड़ने का सादर आमंत्रण है।
क्यों है यह सम्मेलन खास?
पहली बार एक मर्यादित, सुरक्षित और सांस्कृतिक मंच पर बेटा-बेटियाँ अपने योग्य जीवनसाथी से परिचित हो सकेंगे।
वर्षों से बिखरे संवादों को जोड़कर यह आयोजन समाज को एक परिवार की तरह जोड़ने का कार्य करेगा।
यह आयोजन दिखाएगा कि मद्धेशिया समाज अब केवल सहता नहीं, अपने भविष्य को खुद गढ़ता है।
संगठन की अपील:
महासभा ने समाज के सभी सदस्यों से केवल उपस्थिति नहीं, बल्कि समर्पण की भी अपील की है – तन से, मन से और यदि संभव हो तो धन से भी। क्योंकि समाज तब ही आगे बढ़ता है जब हर हाथ सहयोग के लिए आगे बढ़ता है।
> 🔥 “बच्चों के उज्ज्वल कल के लिए आज एक दीप जलाएं। समाज तब ही बढ़ेगा, जब हम साथ चलेंगे।”
एक नहीं, सभी आएं – क्योंकि आपकी एक भागीदारी सौ युवाओं का जीवन संवार सकती है।
मध्यदेशीय वैश्य महासभा, वाराणसी ने समाज को एक नई दिशा देने का बीड़ा उठाया है – आइए, इस युगांतरकारी पहल का हिस्सा बनें।
📍 स्थान: बाबा गणिनाथ मंदिर, मुकीमगंज, वाराणसी
दिनांक: 20 जुलाई 2025
यह सिर्फ एक सम्मेलन नहीं – यह समाज की नई सुबह है।
वाराणसी में होगा मध्यदेशिया समाज का प्रथम वैवाहिक परिचय सम्मेलन, जुटेंगे पूर्वांचल के सैकड़ों परिवार