
वाराणसी में होगा मध्यदेशिया समाज का प्रथम वैवाहिक परिचय सम्मेलन, जुटेंगे पूर्वांचल के सैकड़ों परिवार
तैयारी बैठक में 20 जुलाई को सम्मेलन कराने पर बनी सहमति
- काशी में मध्यदेशिया परिवार की जनगणना भी जरुरी, जरुतमंद मध्यदेशिया परिवार को सरकारी योजनाओं से जोड़ने पर होगा काम
वाराणसीः जनपद में मध्यदेशिया समाज का प्रथम वैवाहिक परिचय सम्मेलन आगामी 20 जुलाई को होगा। जिसमें पूर्वांचल के कई जनपदों के सैकड़ों मद्धेशिया परिवार का जुटान होगा और सभी परिवार के बीच वार्ता की व्यवस्था की जायेगी। उक्त निर्णय रविवार को वाराणसी के रामकटोरा स्थित श्रेयांन फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग कॉलेज पर मद्धेशिया वैश्य महासभा वाराणसी शाखा एवं बाबा गणिनाथ भक्त मंडल वाराणसी के संयुक्त बैठक में लिया गया। अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी लोकेश शाह ने किया।
बैठक में वैवाहिक परिचय एवं जनगणना की जानकारी देते हुए संरक्षक रंजीत गुप्ता ने कहा कि योग्य वर – वधू की ख़ोज में समाज के अधिकांश परिवार परेशान है । समाज के लोग मूल डीह भूलते जा रहे है । गुप्ता ने कहा कि वैवाहिक परिचय सम्मेलन से ही इस जटिल समस्या का समाधान निकल सकता है । जिसके बाद आगामी 20 जुलाई को मध्यदेशिया कान्दू वैश्य समाज का पहला वैवाहिक परिचय सम्मेलन आयोजित कराने पर आम सहमति बनाई गई। जो वाराणसी के बाबा गणिनाथ मंदिर में आयोजित होगा। जिसे भव्य एवं सफल बनाने के लिए पदाधिकारियों जिम्मेदारी सौंपा गया और जल्द ही पूर्वांचल के सभी जनपदों के पदाधिकारियों से सामंजस्य बनाकर इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा परिवार की सहभागिता कराने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही वाराणसी में मध्यदेशिया समाज के वर्तमान स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
- “जनगणना केवल गिनती नहीं होती, यह पहचान, एकता और विकास की नींव होती है।”
- मध्यदेशीय वैश्य समाज की जनगणना समाज को संगठित, जागरूक और सशक्त बनाएगी।
- “एक पहचान – एक आंकड़ा – एक संगठित समाज”
- “गिनती नहीं, गरिमा का अभियान”
- “जनगणना नहीं – समाज की आत्मा की खोज है।
- अपने को जानो, समाज को पहचानो, संगठित बनो।”
जिलाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार गुप्ता ने कहा कि करीब दो दशक पूर्व वाराणसी में मध्यदेशिया समाज के लोगों की जनगणना की गई थी , लेकिन इन दो दशकों में वाराणसी में मध्यदेशिया समाज के परिवार की संख्या और बाहर से आकर स्थापित होने वाले स्वजातीय की संख्या ज्यादा बढ़ी है। जिनका अब फिर से जनगणना किया जाना आवश्यक है। साथ ही प्रत्येक परिवार को मिलने वाली सरकारी सुविधाओं की जानकारी भी इकट्ठा की जायेगी ताकि जरुतरमंद मध्यदेशिया परिवार को समाज द्वारा अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराया जा सके। बैठक में गोपाल प्रसाद गुप्ता, रंजीत गुप्ता , राजेश गुप्ता पूर्व राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष , आलोक गुप्ता, संगीता गुप्ता, विनय गुप्ता, नवल मध्देशिया,शुभम मध्देशिया , राजकुमार गुप्ता, अजय कुमार, राजेश कुमार, रतनचन्द्र गुप्ता, सुभाष चन्द्र गुप्ता, हेमन्त गुप्ता, आयुष्मान गुप्ता, संजय गुप्ता, लोकेश कुमार शाह, रीता गुप्ता, राजेश कुमार गुप्ता, मदन कुमार गुप्ता, मनोज गुप्ता, प्रकाश रंजन, मीरा गुप्ता, संतोष गुप्ता, राजेश गुप्ता (हड़हा), राजेन्द्र गुप्ता मौजूद रहें।