नई दिल्ली । देश में टीकाकरण की प्रक्रिया जारी है। 16 जनवरी से भारत में वैक्सीनेशन शुरू हुआ और अब तक 26 करोड़ के करीब लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। इस बीच वैक्सीन के चलते पहली मौत की पुष्टि हुई है। सरकारी पैनल द्वारा कोरोना रोधी टीकाकरण के बाद AEFI ने 31 गंभीर मामलों की जांच की। इसमें से सिर्फ 1 मौत को वैक्सीन लगने की वजह से माना गया है। एईएफआई समिति की रिपोर्ट से पता चलता है कि 8 मार्च को वैक्सीनेशन के बाद 68 वर्षीय एक व्यक्ति की एनाफिलेक्सिस से मौत हो गई।
एईफआई के अध्यक्ष डॉ एनके अरोड़ा ने बताया, `हां टीकाकरण के बाद पहली मौत हुई। मरीज में एनाफिलेक्सिस पाया गया था। एईफआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि 3 मामले वैक्सीन के प्रॉडक्ट से जुड़े पाए गए। सरकारी पैनल की रिपोर्ट में कहा गया है, `वैक्सीन प्रॉडक्ट से जुड़े रिएक्शन्स हो सकते हैं जो वैक्सीनेशन की वजह से हो सकते हैं। इन रिएक्शन्स में एलर्जी और एनाफिलेक्सिस शामिल है। एनाफिलेक्सिस के 2 अन्य मामलों में 19 और 16 जनवरी को टीके लगाए गए और दोनों एक अस्पताल में भर्ती होने के बाद ठीक हो गए।