प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का मुंबई में निधन
मुंबई : जाने माने फिल्म निर्माता , निर्देशक और पटकथा लेखक श्याम बेनेगल का सोमवार शाम निधन हो गया।मशहूर फिल्म निर्देशक ने मुंबई के वोकहार्ट अस्पताल में अंतिम सांस ली।वह 90 वर्ष के थे और उन्होंने इसी महीने 14 तारीख को अपना 90 वां जन्मदिन मनाया था। उनके परिवार में पत्नी नीरा और बेटी पिया हैं।श्याम बेनेगल पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे।श्याम बेनेगल को सबसे अधिक आठ राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों से नवाजा गया था। उन्हें अंकुर , जुबैदा , मंथन , सरदारी बेगम आदि फिल्मों के लिए जाना जाता है।
मुुर्मु, धनखड़, राहुल, ममता ने श्याम बेनेगल के देहावसान पर जताया शोक
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बालीवुड की शख्सियतों ने प्रख्यात फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल के निधन पर गहरा शोक जताया है।श्रीमती मुर्मु ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अपने शोक संदेश में कहा, ‘श्री श्याम बेनेगल का निधन भारतीय सिनेमा और टेलीविजन के एक गौरवशाली अध्याय का अंत है। उन्होंने एक नये तरह का सिनेमा शुरू किया और कई क्लासिक फिल्में तैयार कीं। एक सच्ची संस्था, उन्होंने कई अभिनेताओं और कलाकारों को तैयार किया। उनके असाधारण योगदान को दादा साहब फाल्के पुरस्कार और पद्म भूषण सहित कई पुरस्कारों के रूप में मान्यता मिली। उनके परिवार के सदस्यों और उनके अनगिनत प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनायें।’
श्री धनखड़ ने एक संदेश में कहा कि श्याम बेनेगल के निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उन्होंने कहा कि पद्म भूषण से सम्मानित श्याम बेनेगल ने भारतीय सिनेमा का परिदृश्य बदल दिया। उन्होंने भारतीय फिल्म उद्योग में महत्वपूर्ण योगदान दिया। श्याम बेनेगल ने सामाजिक स्थिति को बहुत गहराई और संवेदनशीलता के साथ प्रदर्शित किया।उपराष्ट्रपति ने कहा कि श्याम बेनेगल का कला और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान रहा और इसे सम्मान के साथ याद किया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘दुख की इस घड़ी में श्याम बेनेगल के परिजनों और उनके प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’श्री गांधी ने श्याम बेनेगल को याद करते हुये एक्स पर लिखा, ‘श्याम बेनेगल जी के निधन से दुखी हूं, वह एक दूरदर्शी फिल्म निर्माता थे जिन्होंने भारत की कहानियों को गहराई और संवेदनशीलता के साथ जीवंत किया। सिनेमा में उनकी विरासत और सामाजिक मुद्दों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करेगी। दुनिया भर में उनके चाहने वालों और प्रशंसकों के प्रति हार्दिक संवेदना।’सुश्री बनर्जी ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘हमारे प्रतिष्ठित फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल के निधन से दुखी हूं। भारतीय समानान्तर सिनेमा के एक स्तंभ, उन्हें सभी प्यार करते थे, और उनकी प्रशंसा करते थे। उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनायें।
‘राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने आठ बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से पुरस्कृत होने वाले प्रसिद्ध फिल्मकार श्याम बेनेगल के निधन पर गहरा दु:ख जताया है। श्री गहलोत ने कहा कि फिल्म जगत में उनके अतुलनीय योगदान के लिये उन्हें पद्मश्री और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था जो उनकी कला के प्रभाव को दिखाता है। भारत एक खोज के तौर पर उन्होंने एक ऐसा ग्रंथ सीरियल के तौर पर आमजन के सामने रख दिया जो पीढ़ियों को भारत की संस्कृति, उस समय के संघर्ष के बारे में विस्तृत तौर पर बताता रहेगा।दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित श्याम बेनेगल के निधन से बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री में शोक का माहौल है। फिल्मी सितारे सोशल मीडिया के जरिये उनके निधन पर दुख व्यक्त कर रहे हैं।फिल्मकार शेखर कपूर ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘उन्होंने ‘नयी लहर’ वाले सिनेमा का निर्माण किया। श्याम बेनेगल को हमेशा ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जायेगा, जिन्होंने अंकुर, मंथन और अनगिनत अन्य फिल्मों के साथ भारतीय सिनेमा की दिशा बदल दी। उन्होंने शबामा आजमी और स्मिता पाटिल जैसे महान कलाकारों को स्टार बनाया। अलविदा मेरे दोस्त और मार्गदर्शक।
‘अक्षय कुमार ने श्याम बेनेगल के निधन की खबर से दुखी हुये। उन्होंने लिखा, ‘श्याम बेनेगल जी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ, हमारे देश के बेहतरीन फिल्म निर्माताओं में से एक, वास्तव में एक लीजेंड। ओम शांति।’फिल्मकार हंसल मेहता ने श्याम बेनेगल की फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर लिखा, ‘हमारे महान फिल्म निर्माताओं में से अंतिम, श्याम बाबू, बहुत बढ़िया, मेरे जैसे कई लोगों को प्रेरित करने के लिये आपका धन्यवाद। सिनेमा के लिये आपका धन्यवाद। कठिन कहानियों और दोषपूर्ण पात्रों को इतनी अद्भुत गरिमा देने के लिये आपका धन्यवाद।’करण जौहर ने भी श्याम बेनेगल को श्रद्धांजलि दी और लिखा, ‘आपके सिनेमा के लिये धन्यवाद, वे कहानियां जिन्होंने अतुलनीय टैलेंट को मौका दिया और समाज की खींची सीमाओं को लांघ दिया, आपकी दी कहानियां देश का गौरव हैं।
‘मनोज बाजपेयी ने कहा, ‘भारतीय सिनेमा के लिए ये एक दिल दहला देने वाली क्षति है। श्याम बेनेगल सिर्फ एक लीजेंड नहीं थे, वे एक दूरदर्शी व्यक्ति थे जिन्होंने कहानी कहने की कला को फिर से परिभाषित किया और पीढ़ियों को प्रेरित किया। ज़ुबैदा में उनके साथ काम करना मेरे लिये एक परिवर्तनकारी अनुभव था, जिसने मुझे उनकी कहानी कहने की अनूठी शैली और अभिनय की बारीक समझ से परिचित कराया। उनके निर्देशन में मैंने जो सीखा उसके लिये मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा। उनके साथ काम करने का अवसर पाना एक बड़ा सम्मान था। उनकी विरासत उनके द्वारा बताई गयी कहानियों और उनके द्वारा छुये गये जीवन में जीवित रहेंगी। शांति से विश्राम करें, श्याम बाबू, ओम शांति।’सुधीर मिश्रा ने कहा, ‘यदि श्याम बेनेगल ने किसी एक चीज को सबसे बेहतर तरीके से अभिव्यक्त किया है, तो वह है साधारण चेहरे और साधारण जीवन की कविता।’इला अरुण ने कहा, ‘अपने गुरु श्याम बेनेगल के निधन से मैं स्तब्ध और टूट गयी हूं। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैंने अपने पिता को खो दिया है।'(वार्ता)