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समस्या को देखकर भयभीत होने से मिलती है असफलता, सफलता के लिए समाधान पर हमेशा रहे ध्यानः सीएम योगी

प्रयागराज में महाकुम्भ-2025 के समापन पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ संवाद कार्यक्रम में सीएम योगी ने भविष्य के आयोजनों को लेकर डॉक्यूमेंटेशन पर दिया जोर. प्रयागराज में हुए महाकुम्भ के स्केल का अंदाजा वही लगा सकता है जो प्रयागराज आया हो, देश-प्रदेश और दुनिका के किसी कोने में बैठकर अनर्गल टिप्पणी का तुक नहीं.महाकुम्भ के सफल आयोजन के सभी पैमानों को दर्ज कर उन्हें सीख तथा भविष्य की पीढी के लिए सुरक्षित करने की दिशा में भी करना होगा कार्य.

  • सीएम योगी बोलेः हम समाधान की ओर जाते हैं तो नए रास्ते भी मिलते हैं और सफलता के नए प्रतिमान भी होते हैं स्थापित
  • सीएम योगी बोलेः पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी के कारण ही इतने बड़े स्केल पर आयोजन को पूर्ण करने में मिली सफलता

महाकुम्भ नगर । महाकुम्भ-2025 के सकुशल समापन पर पुलिस व स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों संग संवाद में सीएम योगी ने न केवल बधाइयां दीं, बल्कि भविष्य में होने वाले कार्यों के लिए मौजूदा महाकुम्भ से मिली प्रेरणा व नसीहत को भविष्य की पीढ़ी के लिए विरासत के तौर पर पेश करने का कार्य भी सौंपा। गुरुवार को सभी को हृदय से शुभकामनाएं देते हुए सीएम योगी ने कहा कि शासकीय व्यवस्था के अंतर्गत 13 फरवरी से 26 फरवरी के बीच यानी पौष पूर्णिमा से महाशिवरात्रि की समयावधि के बीच महाकुम्भ-2025 का आयोजन सफलतापूर्वक हुआ।

उन्होंने कहा कि इस दौरान प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्था की ओर से इस आयोजन के सफलतापूर्वक समापन की कार्रवाई भी हुई। इसके लिए अंतिम चरण की कार्रवाई प्रारंभ हुई है। यह एक अविस्मरणीय क्षण है। इतने बड़े आयोजन के साथ आपको बहुत कुछ सीखने व जानने को मिलता है। देश का हर व्यक्ति अभिभूत है, पूरी दुनिया से जो कोई भी प्रयागराज आया वह तारीफ करते नहीं थकता है। व्यवस्थाएं तो पहले भी कम-ज्यादा हुआ करती थीं मगर पहले आयोजन इस स्केल पर नहीं होता था।

सीएम योगी के अनुसार, महाकुम्भ में हुए कार्यों की लर्निंग्स को प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन के माध्यम से सहेजा जाए जिससे आगे होने वाले आयोजनों के लिए भी यह मिसाल बनकर उभरे। इसमें उपलब्धियों के साथ ही उन कमियों को भी इंगित किया जाए जिससे कि आगे के आयोजनों में उसे दूर किया जा सके। मेला प्राधिकरण, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर इस आयोजन की फाइंडिंग्स को आगे की पीढ़ी के लिए हस्तांतरित किए जाने का कार्य भी होना चाहिए। सीएम योगी बोले कि, हम असफल तब होते हैं जब समस्या को देखकर भयभीत होने लगते हैं लेकिन हम सफल तब होते हैं जब समस्या के समाधान पर हमारा ध्यान होता है। हम समाधान की ओर जाते हैं तो हमें नए रास्ते भी मिलते हैं और सफलता के नए नए प्रतिमान भी गढ़ना संभव हो जाता है।

जो प्रयागराज आया वही लगा सकता है स्केल का अंदाजा

सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज में हुए महाकुम्भ के स्केल का अंदाजा वही लगा सकता है जो प्रयागराज आया हो, देश-प्रदेश और दुनिका के किसी कोने में बैठकर अनर्गल टिप्पणी का तुक नहीं। उन्होंने कहा कि जो भी प्रयागराज आया वह अभिभूत हुए बिना न रह सका। उसने स्वच्छता की भी सराहना की, व्यवस्था की भी सराहना की। यहां आने वाले लोगों ने सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, ट्रैफिक और हरेक स्तर पर हुए कार्यों की प्रशंसा की। सीएम योगी ने कहा कि मैं सोशल मीडिया के माध्यम से पूरी दुनिया से आ रहे कॉमेंट्स और फीडबैक्स से अवगत हुआ। इसके अतिरिक्त, मीडिया के विभिन्न माध्यमों से भी आ रही पॉजिटिव फीडबैक्स से भी अवगत हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन व मार्गदर्शन में इस महाआयोजन के सफल आयोजन के बाद अब पूर्णाहुति का वक्त है।

इतने बड़े आयोजन के दौरान प्रयागराज समेत प्रदेश के किसी कोने में नहीं हुई चूक

सीएम योगी ने आगे कहा कि इतना बड़ा आयोजन हो गया मगर किसी प्रकार की सुरक्षा में कोई चूक नहीं हुई। किसी प्रकार के आपराधिक या अराजकता की घटना नहीं हुई। महाकुम्भ ही नहीं, पूरे प्रदेश में ऐसी कोई घटना नहीं हुई जिस पर किसी को कोई अंगुली उठाने का अवसर प्राप्त हो। सोशल मीडिया पर काहिरा समेत कहीं और के फोटो-वीडियो को यहां पर जबरन डालकर जबरन बदनाम करने का प्रयास हुआ लेकिन प्रयागराज समेत प्रदेश में कहीं भी इस प्रकार की मंशाएं सफल नहीं हुईं। वाहनों के आवागमन के लिए भी सुचारू प्रबंधन प्रक्रिया भी सराहनीय रही। काफी दबाव था, हम भी वह दबाव महसूस कर रहे थे इसलिए इसका डॉक्यूमेंटेशन होना आवश्यक है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन दोनों को मिलकर इस कार्य को पूरा करना होगा। प्रयागराज की अस्थायी संपत्ति का लाभ भी स्थानीय लोगों को मिलेगा। पड़ोसी जिलों से कनेक्टिविटी के कार्य में इसे लाया जाएगा। चेकर्ड प्लेट, पॉन्टून पुल अन्य जनपदों में जाएंगे तथा कुछ यहीं रहेंगे। माघ मेले तथा 31 के महाकुम्भ मेले के लिए भी इसे सुरक्षित रखना होगा और मेला प्राधिकरण, नगर विकास व अन्य विभागों को अभी से इसकी तैयारी शुरू करनी होगी।

सभी तीर्थों पर होनी चाहिए एंटी ड्रोन जैसी व्यवस्था

सीएम योगी ने कहा कि यहां पर डेढ़ लाख से अधिक शौचालय बनाए गए हैं, वॉटर एटीएम लगाए गए हैं। प्रदेश के अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों पर अब इनका इस्तेमाल कैसे हो सकता है इस पर विचार करना होगा। पेयजल लाइन, स्ट्रीट लाइट समेत इन सभी अस्थायी संपत्ति का इस्तेमाल नगर निगम प्रयागराज भी कर सकता है और प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसे यूज किया जा सकता है। इनके इस्तेमाल की तैयारी और बाकायदा एक-एक आइटम की सूचि तैयार करना आवश्यक है। सीएम योगी ने कहा कि जल पुलिस तो पुलिस के नए रूप के तौर पर प्रयागराज में देखने को मिली। उत्तर प्रदेश फायर सर्विसेस से जुड़ी हुई सुविधाओं में नए इक्विप्मेंट आए हैं जिनका प्रदेश में वृहतर उपयोग होना चाहिए। देश में पहली बार हुआ कि पुलिस ने एंटी ड्रोन सिस्टम के साथ महाकुम्भ में सुरक्षा व्यवस्था को पूरा किया। इसे अन्य तीर्थों में भी लागू किया जाना चाहिए। सीएम ने एसडीआरएफ के सकारात्मक कार्यों की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि 30 पॉन्टून पुल बिछाए गए, 500 किमी चेकर्ड प्लेट बिछाए गए और ये कार्य जीरो एरर के साथ पूरा हुए। अधिकारियों द्वारा खुद सड़कों पर उतरकर ट्रैफिक व्यवस्था सुचारू कराने की भी सीएम योगी ने तारीफ की।

कार्यक्रम में सीएम योगी के अतिरिक्त उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री और प्रयागराज के प्रभारी मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, नगर विकास व ऊर्जा विभाग मंत्री एके शर्मा, औद्योगिक विकास मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी, श्रम एवं सेवायोजन तथा समन्वय मंत्री अनिल राजभर, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, महापौर गणेश केसरवानी, सांसद प्रवीण पटेल, अन्य विधायगण तथा वरिष्ट पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।

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