कृषि संगठनों, कृषि अर्थशास्त्रियों और एमएसएमई के साथ बजट को लेकर चर्चा
नयी दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यहां आम बजट 2024-25 की तैयारियों के मद्देनजर कृषि संगठनों और कृषि अर्थशास्त्रियों के साथ ही सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के साथ भी बजट-पूर्व चर्चा की।वित्त मंत्रालय ने एक्स पर यह जानकारी देते हुये कहा कि अलग अलग हुयी बैठकों की अध्यक्षता वित्त मंत्री ने की। इन बैठकोें में कृषि संगठनों और इस क्षेत्र के अर्थशास्त्रियों ने अपने सुझाव दिये और विचार रखे। इसी तरह से एमएसएमई के प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखे। यह बजट पूर्व चाैथी और पांचवी बैठक थी।
बैठक में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, वित्त सचिव; आर्थिक मामलों, राजस्व, वित्तीय सेवाओं और कंपनी मामलों के मंत्रालय के अधिकारियों के साथ ही कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार भी इसमें शामिल हुए। एमएसएमई प्रतिनिधियों के साथ बैठक में इनके साथ ही एमएसएमई मंत्रालय और डीपीआईआईटी के अधिकारियों ने भी भाग लिया।उल्लेखनीय है कि आम चुनाव में मद्देनजर इसबार फरवरी में अंतरिम बजट पेश किया गया था। आम चुनाव के बाद अब फिर से श्रीमती सीतारमण को वित्त मंत्रालय का कार्यभार मिला है और वे अब पूर्ण बजट की तैयारियां शुरू कर दी।
नव निर्वाचित 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होने जा रहा है। यह सत्र तीन जुलाई तक चलेगा जिसमें शुरू में लोकसभा के लिए निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलायी जाएगी और उसके बाद लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा। इस सत्र में नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ, स्पीकर के चुनाव, राष्ट्रपति का अभिभाषण और उस पर चर्चा होगी। राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होगा और तीन जुलाई तक चलेगा।ऐसी उम्मीद है कि संसद का यह सत्र दो चरणों में संपन्न हो सकता है। इसका दूसरा चरण 22 जुलाई से 9 अगस्त तक चल सकता है तथा इसी दौरान वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी और इस पर चर्चा कर इसे पारित कराया जायेगा। (वार्ता)