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अमेरिका में मंदी की आशंका कम होने का बाजार पर रहेगा असर

विदेशी मुद्रा भंडार 4.8 अरब डॉलर कम होकर 670.12 अरब डॉलर पर

मुंबई : विश्व बाजार में जबरदस्त तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई दमदार लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत चढ़े घरेलू शेयर बाजर पर अगले सप्ताह दुनिया की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था अमेरिका में मंदी की आशंका कम होने का असर रहेगा।बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 730.93 अंक अर्थात 0.92 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिवस पर 80436.84 अंक हो गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 173.65 अंक यानी 0.71 प्रतिशत मजबूत होकर 24541.15 अंक पर बंद हुआ।

समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों के शेयरों में भी लिवाली का जोर रहा। इससे मिडकैप 201.66 अंक अर्थात 0.43 प्रतिशत उछलकर सप्ताहांत पर 47393.93 अंक रहा। साथ ही स्मॉलकैप 242.72 अंक यानी 0.45 प्रतिशत चढ़कर 53857.09 पर पहुंच गया।विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका में खुदरा बिक्री के मजबूत आंकड़े और साप्ताहिक बेरोजगारी दावों में गिरावट ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था की मंदी की आशंकाओं को कम करने में मदद की है। साथ ही अमेरिकी की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित महंगाई में कमी के कारण बाजार की धारणा में सुधार हुआ है। बाजार पर इसका असर अगले सप्ताह भी कायम रहने की उम्मीद है।घरेलू स्तर पर खुदरा महंगाई दर अनुमान से नीचे आ गई है, जो आशावाद का संकेत है।

हालांकि, थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में गिरावट, कमजोर औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और पहली तिमाही की कॉर्पोरेट आय में नरमी जैसी चुनौतियों से स्पष्ट है कि बाजार में बढ़त सीमित रह सकती है।बीते सप्ताह गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस पर अवकाश के कारण बाजार में चार दिन कारोबार हुआ, जिनमें से दो दिन गिरावट और दो दिन बढ़त रही। अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के पूंजी बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की अध्यक्ष माधबी बुच और उनके पति धवल बुच पर अदानी समूह के ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी रखने के आरोप को लेकर मचे घमासान से सहमे निवेशकों की सतर्कता के कारण उतार-चढ़ाव से गुजरकर सोमवार को शेयर बाजर गिरकर बंद हुआ।

सेंसेक्स 56.99 अंक उतरकर 79,648.92 अंक और निफ्टी 20.50 अंक फिसलकर 24,347.00 अंक पर रहा।विश्व बाजार में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से मंगलवार को सेंसेक्स 692.89 अंक की भारी गिरावट लेकर 78,956.03 अंक और निफ्टी 208.00 अंक कमजोर होकर 24,139.00 अंक पर बंद हुआ। वहीं, अमेरिका में उत्पादक मूल्य सूचकांक (पीपीआई) आधारित महंगाई दर घटने से यूरोपीय बाजार में आई तेजी से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर आईटी और टेक समेत पांच समूहों में हुई लिवाली की बदौलत बुधवार को सेंसेक्स 149.85 अंक उछलकर 79,105.88 अंक और निफ्टी 4.75 अंक की मामूली बढ़त के साथ 24,143.75 अंक पर सपाट रहा।

इसी तरह अमेरिका के मजबूत आर्थिक आंकड़ों से दुनिया की सबसे शक्तिशाली अर्थव्यवस्था के मंदी की चपेट में आने की आशंका समाप्त होने से विश्व बाजार के नवंबर 2023 के बाद के सर्वश्रेष्ठ सप्ताह को ओर बढ़ने से उत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत शुक्रवार को सेंसेक्स 1330.96 अंक की उड़ान भरकर 80,436.84 अंक और निफ्टी 397.40 अंक 24,541.15 अंक पर बंद हुआ।

विदेशी मुद्रा भंडार 4.8 अरब डॉलर कम होकर 670.12 अरब डॉलर पर

विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति और स्वर्ण भंडार में भारी गिरावट होने से 09 अगस्त को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.8 अरब डॉलर कम होकर 670.12 अरब डॉलर पर आ गया।वहीं, इसके पिछले सप्ताह देश का विदेशी 7.53 अरब डॉलर बढ़कर 674.93 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर रहा था।

रिजर्व बैंक की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, 09 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 4.1 अरब डॉलर की गिरावट लेकर 588 अरब डॉलर पर आ गया। इसी तरह इस अवधि में स्वर्ण भंडार 86 करोड़ डॉलर के कम होकर 59.24 अरब डॉलर रह गया।वहीं, आलोच्य सप्ताह विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में 12.1 करोड़ डॉलर का इजाफा हुआ और यह बढ़कर 18.3 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस अवधि में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास आरक्षित निधि 1.8 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 4.64 अरब डॉलर हो गया। (वार्ता)

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