बच्चों का पोषण देश की प्राथमिकता: मोदी
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि बच्चों की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि उन्हें सही पोषण मिलता रहे इसलिए बच्चों का पोषण देश की प्राथमिकता है।श्री मोदी ने अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में रविवार को कहा, “हम सबके जीवन में फ़िटनेस का बहुत महत्व है। फिट रहने के लिए हमें अपने खानपान, रहन-सहन सब पर ध्यान देना होता है। लोगों को फ़िटनेस के प्रति जागरूक करने के लिए ही ‘फिट इंडिया अभियान’ की शुरुआत की गई। स्वस्थ रहने के लिए आज हर आयु, हर वर्ग के लोग, योग को अपना रहे हैं। लोग अपनी थाली में अब श्रीअन्न को जगह देने लगे हैं। इन सभी प्रयासों का उद्देश्य यही है कि हर परिवार स्वस्थ हो।
”उन्होंने कहा, “हमारा परिवार, हमारा समाज, और हमारा देश, और इन सबका भविष्य, हमारे बच्चों की सेहत पर निर्भर है और बच्चों की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि उन्हें सही पोषण मिलता रहे। बच्चों का पोषण देश की प्राथमिकता है। वैसे तो उनके पोषण पर पूरे साल हमारा ध्यान रहता है, लेकिन एक महीना, देश, इस पर विशेष फ़ोकस करता है। इसके लिए हर साल एक सितम्बर से 30 सितम्बर के बीच पोषण माह मनाया जाता है। पोषण को लेकर लोगों को जागरूक बनाने के लिए पोषण मेला, एनीमिया शिविर जैसे कई तरीके अपनाए जाते हैं। कितनी ही जगहों पर आंगनवाड़ी के तहत माता और बच्चों की समिति की स्थापना भी की गई है।
यह समिति कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की माताओं को ट्रैक करती है, उनकी लगातार निगरानी की जाती है, और उनके पोषण की व्यवस्था की जाती है।प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष पोषण अभियान को नई शिक्षा नीति से भी जोड़ा गया है। ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ इस अभियान के द्वारा बच्चों के संतुलित विकास पर फ़ोकस किया गया है। आपको भी अपने क्षेत्र में पोषण के प्रति जागरूकता वाले अभियान से जरूर जुड़ना चाहिए। आपके एक छोटे से प्रयास से, कुपोषण के खिलाफ, इस लड़ाई में बहुत मदद मिलेगी।
पोषण के प्रति जागरूकता अभियान से लोगों के जड़ने की अपील
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पोषण के प्रति जागरूकता अभियान से लोगों के जुड़ने की अपील करते हुये आज कहा कि इस वर्ष भी सितंबर को पोषण माह के तौर पर मनाया जा रहा है और पोषण भी पढ़ाई भी अभियान के द्वारा बच्चों के संतुलित विकास पर ध्यान केन्द्रित किया गया है।श्री मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम मन की बात में यह अपील करते हुये कहा कि लोगों को अपने क्षेत्र में पोषण के प्रति जागरूकता वाले अभियान से जरूर जुड़ना चाहिए। एक छोटे से प्रयास से, कुपोषण के खिलाफ, इस लड़ाई में बहुत मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा “ हमारा परिवार, हमारा समाज, और हमारा देश, और इन सबका भविष्य, हमारे बच्चों की सेहत पर निर्भर है और बच्चों की अच्छी सेहत के लिए जरूरी है कि उन्हें सही पोषण मिलता रहे। बच्चों का पोषण देश की प्राथमिकता है। वैसे तो उनके पोषण पर पूरे साल हमारा ध्यान रहता है, लेकिन एक महीना, देश, इस पर विशेष ध्यान केन्द्रित करता है। इसके लिए हर साल 1 सितम्बर से 30 सितम्बर के बीच पोषण माह मनाया जाता है।”उन्होंने कहा कि पोषण को लेकर लोगों को जागरूक बनाने के लिए पोषण मेला, एनीमिया शिविर, नवजात शिशुओं के घर की विजिट, सेमिनार, वेबिनार जैसे कई तरीके अपनाए जाते हैं।
कितनी ही जगहों पर आंगनवाड़ी के तहत जच्चा बच्चा समिति की स्थापना भी की गई है। ये कमेटी कुपोषित बच्चों, गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की माताओं की पहचान करती है, उनकी लगातार निगरानी की जाती है और उनके पोषण की व्यवस्था की जाती है।श्री मोदी ने कहा कि पिछले वर्ष पोषण अभियान को नई शिक्षा नीति से भी जोड़ा गया है। ‘पोषण भी पढ़ाई भी’ इस अभियान के द्वारा बच्चों के संतुलित विकास पर केन्द्रित किया गया है।(वार्ता)
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