
सड़क सुरक्षा माह का आज शुभारंभ करेंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
सड़क सुरक्षा,सुविधा से जुड़ी 55.70 करोड़ की परियोजनाओं की सीएम देंगे सौगात, 20 फरवरी तक प्रदेश में चलेगा सड़क सुरक्षा माह,हर जिले में अभियान के निर्देश, सड़कों के किनारे खड़े वाहनों और अवैध ढाबों के खिलाफ होगी कार्रवाई
लखनऊ | मार्ग दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए योगी सरकार गुरुवार से सड़क सुरक्षा माह की शुरुआत करने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने आवास 5 कालीदास मार्ग से सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री प्रदेश के लोगों को सड़क सुरक्षा और सुविधा से जुड़ी 55.70 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात भी देंगे।
प्रदेश भर में 20 फरवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा माह के दौरान सुरक्षा, सुविधा और नियम पालन के लिए विभागीय समन्वय के साथ अभियान चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में प्रभावी ढंग से अभियान चला कर दुर्घटनाएं रोकने और लोगों को नियम पालन के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए परिवहन विभाग एवं गृह विभाग को संयुक्त रूप से नोडल विभाग बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ने बुधवार को आला अधिकारियों के साथ बैठक कर सड़क सुरक्षा माह की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में व्यापक जन-जागरूकता के कार्यक्रम संचालित किए जाएं। प्रत्येक दिन व सप्ताह कार्य योजना बनाकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने निर्देश दिए कि जिलाधिकारी अन्तर्विभागीय समन्वय के आधार पर अपने-अपने जनपदों में सड़क सुरक्षा के कार्यक्रम संचालित करें। सड़क सुरक्षा अभियान के शुभारम्भ सम्बन्धी कार्यक्रमों से जनप्रतिनिधियों को भी जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री ने अफसरों को सड़क सुरक्षा के लिए तकनीक प्रयोग, रोड इंजीनियरिंग, इमरजेंसी सेवा और प्रवर्तन कार्यों पर विशेष फोकस करते हुए प्रचार-प्रसार के भी कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के नियमों का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किया जाए। अन्तर्विभागीय समन्वय के आधार पर सड़क सुरक्षा के प्रत्येक पहलू को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना लागू की जाए। सीएम ने सड़क निर्माण से जुड़ी सभी एजेंसियों, लोक निर्माण विभाग, एनएचएआई आदि को दुर्घटना रोकने के उपाय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण एजेंसियां जिलों में ब्लैक स्पाट तथा क्षतिग्रस्त पुल/पुलियों का स्थलीय निरीक्षण, सुधारीकरण करते हुए स्थलीय सत्यापन करें। अवैध कट बंद कराने की कार्यवाही सहित शहरी क्षेत्रों में मार्गों पर रोड मार्किंग एवं साइन बोर्ड लगाए जाने सम्बन्धी कार्य किए जाएं। उन्होंने माल वाहनों, यात्री वाहनों तथा ट्रैक्टर ट्रालियों में रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाने सम्बन्धी अभियान चलाने का भी निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने ओवर स्पीडिंग, रांग साइड और ड्रंकेन ड्राइविंग को रोके जाने, ब्लाइंड और ब्लैक स्पाट्स को चिन्हित कर कार्यवाही करने के निर्देश देते हुए कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल होने वाले व्यक्ति को निकटतम ट्रामा सेण्टर अथवा अस्पताल तक पहुंचाने की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित हो । ट्रामा सेण्टर में आवश्यक मानव संसाधन व उपकरण सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने 108 एम्बुलेंस सेवा के रिस्पान्स टाइम को कम किए जाने के निर्देश भी दिया। उन्होंने कहा कि सड़क के किनारे खड़े वाहनों और अवैध ढाबों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। स्पीड ब्रेकर्स मानकों के अनुसार निर्मित किए जाएं। उन्होंने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे तथा यमुना एक्सप्रेस-वे के सम्बन्ध में दुर्घटनाओं को न्यूनतम किए जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में पुलिस, परिवहन, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा शिक्षा विभाग कार्ययोजना बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न श्रेणियों के वाहनों और चालकों की फिटनेस को सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने एक्सप्रेस-वे और राज्य मार्गों पर निर्धारित मानकों से अधिक गति से चलने वाले वाहनों की सजग पेट्रोलिंग की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों में सड़क सुरक्षा का भाव और जागरूकता उत्पन्न करने के लिए अभियान के दौरान प्रचार-प्रसार की आवश्यक कार्यवाही की जाए।