अमृत फार्मेसी योजना के 10 वर्ष पूर्ण :जे.पी. नड्डा ने नए आउटलेट्स और डिजिटल संस्करण 2.0 का शुभारंभ किया
नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा ने अमृत फार्मेसी योजना की 10वीं वर्षगांठ का उद्घाटन किया। 2015 में शुरू हुई इस योजना ने अब तक 6.85 करोड़ मरीजों को किफायती दवाओं की सुविधा प्रदान की है, जिससे लगभग 8,500 करोड़ रुपये की बचत हुई है। कार्यक्रम में 10 नए अमृत आउटलेट्स, अमृत आईटी-इको ग्रीन वर्जन 2.0 और 24×7 राष्ट्रीय संपर्क केंद्र का शुभारंभ किया गया। सरकार ने नेटवर्क को 255 से बढ़ाकर 500 फार्मेसी तक विस्तारित करने का लक्ष्य रखा है। कॉफी टेबल बुक और मोबाइल फार्मेसी वैन भी लॉन्च की गईं।
किफायती दवाओं की उपलब्धता में बड़ी छलांग, 6.85 करोड़ से अधिक मरीजों को मिला लाभ; सरकार ने नेटवर्क को 500 स्टोर तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने आज नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में अमृत (उपचार के लिए किफायती दवाएं और विश्वसनीय प्रत्यारोपण) फार्मेसी के 10वें वर्षगांठ समारोह का उद्घाटन किया। यह कार्यक्रम किफायती दवाओं की उपलब्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ और सभी के लिए स्वास्थ्य कवरेज के प्रति सार्वजनिक क्षेत्र की निरंतर प्रतिबद्धता को स्वीकार किया। 2015 में अपनी स्थापना के बाद से, अमृत फार्मेसियों ने 50% से 90% तक की छूट पर जीवन रक्षक और आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिससे रोगियों, विशेष रूप से निम्न आय वर्ग के लोगों की उपचार लागत में काफी कमी आई है।
सभा को संबोधित करते हुए, श्री नड्डा ने अमृत योजना के कार्यान्वयन में निरंतर और उच्च-गुणवत्तापूर्ण प्रयासों के लिए एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड को बधाई दी। उन्होंने कहा कि 2014 में, माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, सरकार ने सभी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ, किफायती और न्यायसंगत बनाने का संकल्प लिया था। इसी दृष्टिकोण के साथ जन औषधि और अमृत योजना की परिकल्पना की गई थी – दोनों योजनाओं को किफायती दरों पर दवाइयाँ और चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया था।
श्री नड्डा ने कहा कि अमृत एक मज़बूत राष्ट्रीय नेटवर्क के रूप में विकसित हो चुका है जिसमें वर्तमान में 255 से ज़्यादा फ़ार्मेसीज़ चल रही हैं। इस नेटवर्क का देश भर में 500 दुकानों तक विस्तार करने का लक्ष्य है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि जहाँ आज देश के हर एम्स में एक अमृत फ़ार्मेसी है, वहीं अगली चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि भारत का हर चिकित्सा महाविद्यालय और हर ज़िला अस्पताल अमृत फ़ार्मेसी हो ताकि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली के हर स्तर पर नागरिकों को किफ़ायती दवाइयाँ मिले।
अमृत फार्मेसी की उपलब्धियों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि ब्रांडेड दवाओं पर 50% की छूट देना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जिससे 6.85 करोड़ से अधिक रोगी लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने दोहराया कि अब तक अधिकतम खुदरा मूल्य की 17,000 रुपये से अधिक मूल्य की दवाएं वितरित की जा चुकी हैं जिसके परिणामस्वरूप रोगियों को लगभग 8,500 करोड़ रुपये की बचत हुई है।
उन्होंने अमृत फार्मेसियों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाने के महत्व पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ज़्यादा से ज़्यादा नागरिकों को अमृत दुकानों के लाभों और उपलब्धता के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे इन किफायती सेवाओं का लाभ उठा सकें।
इस अवसर पर बोलते हुए, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव श्रीमती पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि अमृत पहल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विजन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे पी नड्डा के मार्गदर्शन में शुरू की गई थी जिसका मुख्य उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के लिए गुणवत्तापूर्ण दवाओं तक सस्ती, सुलभ और समान पहुंच सुनिश्चित करना है।
एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड और अमृत फार्मेसी नेटवर्क की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि “एचएलएल परिवार और अमृत फार्मेसी नेटवर्क ने आश्वासन दिया है कि वे नेटवर्क का विस्तार करना, प्रणालियों में सुधार करना और जोश, जुनून और जज्बात के साथ परिचालन को और मजबूत करना जारी रखेंगे।”
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए, सुश्री अनीता थम्पी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री श्री जे पी नड्डा के दूरदर्शी नेतृत्व और अमृत पहल के प्रति उनके अटूट समर्थन के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और स्वास्थ्य सचिवों के निरंतर मार्गदर्शन की भी सराहना की जिनका सहयोग पिछले एक दशक में अमृत के विकास में महत्वपूर्ण रहा है। उन्होंने एचएलएल और अमृत टीमों के अथक समर्पण की सराहना की जिनकी जमीनी स्तर पर प्रतिबद्धता ने सभी नागरिकों को किफायती दवाइयाँ उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया है।
इस कार्यक्रम के दौरान, श्री जे पी नड्डा ने पूरे भारत में 10 नए अमृत आउटलेट्स का उद्घाटन भी किया। यह देश भर के रोगियों के लिए आवश्यक दवाओं और चिकित्सा आपूर्ति तक किफायती पहुँच बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने अमृत आईटी – इको ग्रीन वर्जन 2.0 का भी शुभारंभ किया। यह एक उन्नत और अनुकूल डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है जो अमृत नेटवर्क में संचालन को सुव्यवस्थित करेगा, पारदर्शिता बढ़ाएगा और दक्षता में सुधार करेगा। इस कार्यक्रम में भारतीय डाक के सहयोग से कस्टमाइज़्ड माई स्टैम्प का विमोचन भी किया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान, अमृत की दशक की उपलब्धियों, सफलता की कहानियों और स्वास्थ्य सेवा की सुलभता पर इसके प्रभाव को दर्शाती एक कॉफ़ी टेबल बुक का विमोचन भी किया गया। इसके अतिरिक्त, एनसीआर क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँच के लिए एक मोबाइल फ़ार्मेसी वैन को हरी झंडी दिखाई गई। इससे वंचित और दूरदराज क्षेत्र के लोगों तक किफ़ायती दवाइयाँ घर-घर पहुँचाई जा सकेंगी। इसके अलावा, नागरिक संपर्क को मज़बूत करने के लिए, दवाओं की उपलब्धता, कीमतों और निकटतम अमृत फ़ार्मेसी स्थानों के बारे में रीयल-टाइम सहायता प्रदान करने के लिए एक 24×7 राष्ट्रीय संपर्क केंद्र का उद्घाटन किया गया।
आतंकी धमकी देने वालों का पता लगाएगा ट्रिपल आईटी प्रयागराज का एआई सिस्टम
लालू की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति और परिवार से बनाई दूरी
बिहार चुनाव 2025: कानू हलवाई समाज की ऐतिहासिक जीत और राजनीतिक उभार



