अमरिंदर का कांग्रेस से इस्तीफा, ‘पंजाब लोक कांग्रेस“ का गठन
चंडीगढ़ : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्याता ने इस्तीफा देने के साथ ही ‘पंजाब लोक कांग्रेस‘ नाम से नये राजनीतिक दल के गठन की आज घोषणा की।कैप्टन सिंह ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को भेजे पत्र में उन्होंने कहा कि राज्य के हितों की खातिर कांग्रेस से इस्तीफा दे रहे हैं। पत्र में उन्होंने अपने इस्तीफे के कारणों का भी विस्तृत ब्यौरा दिया है।
उन्होंने कहा कि सेना में रहने के बाद लगभग 52 वर्षों से ज्यादा समय तक सार्वजनिक जीवन में रहते हुये अपने राज्य की सेवा कर रहे हैं। पत्र में उन्होंने अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करते हुये कहा है कि वर्ष 1980 में कांग्रेस के टिकट पर पटियाला से पहली बार लोकसभा में पहुंचने से लेकर अब तक के राजनीतिक सफर में देश, राज्य और पार्टी के प्रति दी गई सेवाओं, राज्य में आतंकवाद, स्वर्ण मंदिर पर सेना की कार्रवाई, एसवाईएल समझौते को लेकर कार्रवाई से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा उन्हें राज्य की कानून व्यवस्था को लेकर दी गई अहम जिम्मेदारियों का विस्तृत जिक्र किया है।
कैप्टन अमरिंदर ने पाटी के प्रदेश मामलों के पूर्व प्रभारी हरीश रावत को अपने जीवन का सबसे “संदिग्ध व्यक्ति‘ बताया जिनसे उनकी मुलाकात हुई। उन्हाेंने श्रीमती गांधी को लिखा है “ मै आपको बताया था कि नवजाेत सिंह सिद्धू स्थिर दिमाग का व्यक्ति नहीं है और जब तक आपको इस बात अहसास होगा तक तक बहुत देर हो चुकी होगी। मुझे पूरा विश्वास है कि आप को अब इस बात का अहसास हो रहा होगा“।उन्होंने कहा “जब आपने ऐसे व्यक्त को प्रदेश कांग्रेस की कमान देने का फैसला लिया जो 14 वर्षों तक भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) में रहा तो उन्हें लगा कि कांग्रेस कहां से कहां पहुंच गई है। यह नियुक्ति ठीक वैसी ही थी जब पार्टी ने नाना पटोले और रेवनाथ रेड्डी को क्रमश: महाराष्ट्र और तेलांगना का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया था जो आरएसएस से थे“।