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एयर इंडिया – 68 साल बाद फिर से टाटा के पास

सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया आज से देश के प्रमुख औद्योगिक समूह टाटा संस के हवाले हो गयी है। इसके साथ ही इसमें विनिवेश की प्रक्रिया भी पूरी हो गयी है।वित्त मंत्रालय के तहत विनिवेश को देखने वाले विनिवेश एवं लोक संपदा प्रबंधन विभाग (दीपम) ने आज एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस लिमिटेड (एआईएक्सएल) के शत प्रतिशत तथा एआईएसएटीएस की 50 फीसद हिस्सेदारी टाटा संस की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी टेलेस प्राइवेट लिमिटेड को सौंप दी। इसके लिए टाटा संस ने 2700 करोड़ रुपये नकद सरकार को दिये हैं। टाटा को एयर इंडिया और उसकी सहायक कंपनी एआईएक्सएल के 15300 करोड़ रुपये ऋण भी चुकाना है।

इस शेयर हस्तातंरण से पहले टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने आज सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेट की। इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्विट कर जानकारी दी।11 अक्टूबर 2021 को टाटा की कंपनी टेलेस प्राइवेट लिमिटेड इस विनिवेश के लिए सफल बोलीकर्ता बन कर उभरी थी। शेयर खरीद सौदे पर गत 25 अक्टूबर काे हस्ताक्षर किये गये थे। इसके बाद विभिन्न नियामकों की मंजूरी मिलने बाद आज इन कंपनियां का नियंत्रण टाटा के हवाले कर दिया गया।इस अवसर टाटा संस के मानद अध्यक्ष रतन टाटा और अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने सरकार तथा इससे प्रक्रिया से जुड़े रहे विभिन्न विभागों को धन्यवाद दिया है।

इस अवसर पर श्री चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा समूह में एयर इंडिया को वापस लाकर वे बहुत उत्साहित हैं और इसको विश्व स्तरीय विमानन कंपनी बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने एयर इंडिया के कर्मचारियों का टाटा समूह में आने पर स्वागत किया और कहा कि उनके साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित हैं।उल्लेखनीय है कि टाटा संस के जेआरडी टाटा ने विमानन कंपनी की शुरूआत की थी और उस कंपनी के विमान ने 15 अक्टूुबर 1932 को पहली उड़ान भरी थी। देश की आजादी के बाद इस विमानन कंपनी का राष्ट्रीयकरण कर इसका नाम एयर इंडिया कर दिया गया था।

टाइम मैनेजमेंट पर होगा विशेष ध्यान

इससे पहले गुरुवार को मुंबई से संचालित होने वाली चार उड़ानों में ‘उन्नत भोजन सेवा’ शुरू करके एयर इंडिया में अपना पहला कदम उठाया। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि चार उड़ानों AI864 (मुंबई-दिल्ली), AI687 (मुंबई-दिल्ली), AI945 (मुंबई-अबू धाबी) और AI639 (मुंबई-बेंगलुरु) में ‘उन्नत भोजन सेवा’ दी गई। नई सेवाओं के संबंध में टाटा समूह की ओर से केबिन क्रू के सदस्यों को एक मेल भी भेजा गया था। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कमान संभालने के बाद ही टाटा समूह सबसे पहले एयर इंडिया के लेट लतीफी वाले दाग को साफ करेगा। टाटा समूह की पहली कोशिश होगी कि एयर इंडिया की फ्लाइट का संचालन समय पर हो सके।

आने वाले सात दिन बेहद महत्वपूर्ण

केबिन क्रू सदस्यों को भेजे गए मेल में कहा गया है कि अगले सात दिन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होंगे क्योंकि हम अपनी छवि, दृष्टिकोण और धारणा को बदल देंगे। टाटा के संदीप वर्मा और मेघा सिंघानिया द्वारा कहा गया कि केबिन क्रू सदस्य ब्रांड/छवि निर्माण में अहम भूमिका निभाने वाले ‘महत्वपूर्ण ब्रांड एंबेसडर’ हैं। वे यात्रियों का स्वागत करेंगे, मेहमानों को संबोधित करेंगे और उनकी सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि चालक दल नियमों का पालन करते हुए स्मार्ट ड्रेस पहने नजर आएंगे। इसके साथ ही ग्रूमिंग सहयोगी चालक दल का निरीक्षण करेंगे।

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