टीएमसी सांसद का इस्तीफा, कहा हिंसा रोकने के लिए कुछ नहीं कर पा रहा
नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लगा बड़ा झटका है। टीएमसी के राज्यसभा सांसद और ममता बनर्जी के करीबी माने जाने वाले दिनेश त्रिवेदी ने सदन की कार्यवाही के दौरान इस्तीफा दे दिया। उन्होंने ममता बनर्जी पर बड़ा आरोप लगाया। कहा, मेरे राज्य में हिंसा हो रही है और मैं कुछ नहीं कर पा रहा हूं।
त्रिवेदी ने आगे कहा मैं अपनी पार्टी का अभारी हूं कि उन्होंने मुझे राज्यसभा भेजा। लेकिन मैं अब घुटन महसूस करने लगा था। मेरी अंतरआत्मा मुझसे बोल रही थी अगर यहां बैठने के सिवाय कुछ नहीं कर सकते तो इस्तीफा दे दो। राज्यसभा से मैं इस्तीफा दे रहा हूं, लेकिन बंगाल की जनता के लिए काम करता रहूंगा।
अपने सांसद दिनेश त्रिवेदी के इस्तीफे पर टीएमसी के सांसद सुखेंदु एस रॉय का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि तृणमूल का मतलब ग्रासरूट है। त्रिवेदी के इस्तीफे से एक मौका मिला कि हम अपने ग्रासरूट लेवल के किसी कार्यकर्ता को राज्यसभा में भेज सकें। बंगाल में पिछले दो महीने के अंदर 11 टीएमसी नेताओं ने भाजपा का हाथ थामा है। टीएमसी छोड़कर भाजपा ज्वॉइन करने का सिलसिला 19 दिसंबर से तेज हुआ। जब शुभेंदु के साथ ही सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 विधायकों ने भाजपा ज्वॉइन की थी।
गुरुवार को ही गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दौरे पर पहुंचे थे। यहां उन्होंने ठाकुरनगर में रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून लेकर आने की बात भी कही। शाह ने कहा था कि भाजपा पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर रोक कर विकास का नया दौर शुरू करने जा रही है। कुछ परिस्थितियों की वजह से मेरा पिछला दौरा रद्द हो गया, तो ममता दीदी बहुत खुश हो गईं। अभी बहुत समय है अप्रैल तक, मैं बार-बार आऊंगा। जब तक आप चुनाव नहीं हारतीं, तब तक आऊंगा।