नई दिल्ली : केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने विद्युत, खान मंत्रालय तथा परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिवों से चालू वित्त वर्ष में सीपीएसई के (कैपेक्स) पूंजी व्यय की समीक्षा वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक में की। कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में आर्थिक विकास की गति तेज करने के लिए वित्त मंत्री विभिन्न हितधारकों के साथ बैठकें कर रही हैं। इस श्रृंखला में यह पांचवीं बैठक थी। 23 नवम्बर, 2020 को 2020-21 के 61483 करोड़ रुपये के कैपेक्स लक्ष्य की तुलना में समग्र उपलब्धि 24227 करोड़ रुपये (39.4 प्रतिशत) रही। सीपीएसई के कार्यों की समीक्षा करते हुए सीतारमण ने कहा कि आर्थिक विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए सीपीएसई द्वारा पूंजी खर्च करना महत्वपूर्ण है और इसे वित्त वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 के लिए बढ़ाया जाना चाहिए।
वित्त मंत्री ने कैपेक्स लक्ष्यों को पूरा करने में मंत्रालयों तथा सीपीएसई के प्रयासों की सराहना की। लेकिन सीतारमण ने कहा कि वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही तक 75 प्रतिशत कैपेक्स लक्ष्य और चौथी तिमाही तक 100 प्रतिशत से अधिक कैपेक्स लक्ष्य हासिल करने के लिए और अधिक प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने सीपीएसई को प्रोत्साहित किया कि वे लक्ष्य पूर्ति के लिए बेहतर काम करें और उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वर्ष 2020-21 के लिए दी गई पूंजी राशि उचित तरीके से और समय सीमा में खर्च हो। श्रीमती सीतारमण ने सचिवों से कैपेक्स लक्ष्यों की प्राप्ति सुनिश्चित करने के लिए सीपीएसई के कार्य प्रदर्शन की मॉनिटरिंग करने और इस संबंध में योजना बनाने को कहा। उन्होंने सचिवों से कहा है कि वे सीपीएसई के अनसुलझे विषयों का सक्रिय रूप से समाधान करें।