कोविड से ठीक होने वालों की संख्या तेजी से दस लाख के करीब
पिछले 24 घंटों के दौरान 4,08,855 नमूनों का परीक्षण किया गया
केंद्र और राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकारों द्वारा ‘टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट’ यानी ‘परीक्षण, पता लगाना और उपचार’ की रणनीति के प्रभावी रूप से समन्वित कार्यान्वयन ने वैश्विक परिदृश्य की तुलना में भारत में मृत्यु दर को (सीएफआर) निम्न स्तर पर बनाए रखना सुनिश्चित किया है और यह लगातार घटता जा रहा है। कोविड-19 बीमारी से मृत्यु दर (केस फैटलिटी रेट) आज 2.23% है और यह 1 अप्रैल, 2020 के बाद सबसे कम है।
कोविड की रोकथाम के लिए प्रभावी नियंत्रण कार्यनीति, बड़े स्तर पर और तेजी से परीक्षण और देखभाल दृष्टिकोण के समग्र मानक के आधार पर मानकीकृत नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकॉल के सफल कार्यान्वयन से न केवल मृत्यु दर (सीएफआर) को कम दर पर सीमित रखने में मदद मिली बल्कि इसके परिणामस्वरूप लगातार छठे दिन भी प्रति दिन 30,000 से अधिक लोगों के ठीक होने का सिलसिला जारी है। कोविड बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की कुल संख्या बड़ी तेजी से दस लाख के पास पहुंच रही है। पिछले 24 घंटों में 35,286 रोगियों के ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के साथ ही अब तक ठीक होने वाले मरीजों की कुल 9,88,029 हो गई है। कोविड-19 मरीजों के बीच ठीक होने की दर एक नई ऊंचाई 64.51% पर पहुंच गई है। कोविड से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में इस तरह की लगातार वृद्धि के साथ ठीक होने वाले लोगों और कोविड-19 के सक्रिय मामलों के बीच की खाई वर्तमान में 4,78,582 है। सक्रिय मामले (5,09,447) चिकित्सकीय देखरेख में हैं।
केंद्र के दिशानिर्देश के तहत राज्य/केंद्र शासित प्रदेश की सरकारें कोविड-19 पॉजिटिव मामलों की त्वरित पहचान एवं आइसोलेशन सुनिश्चित करने के लिए टेस्टिंग में सतत रूप से तेजी ला रही हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान 4,08,855 नमूनों का परीक्षण किया गया है जिससे प्रति मिलियन जांच (टीपीएम) की संख्या बढ़कर 12,858 तक जा पहुंची है तथा संचयी जांच 1.77 करोड़ से अधिक हो गई है। देश में टेस्टिंग लैब नेटवर्क 1,316 प्रयोगशालाओं, सरकारी क्षेत्र में 906 प्रयोगशालाओं तथा निजी क्षेत्र में 410 प्रयोगशालाओं के साथ लगातार सुदृढ़ हो रहा है।