ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के माध्यम से बुंदेलखंड में 60 हजार करोड़ की निवेश परियोजनाओं का होगा शुभारंभ
जीबीसी 4.0: बड़े निवेश के साथ विकास की दौड़ में सरपट दौड़ेगा बुंदेलखंड.झांसी में 24 हजार करोड़ के करीब होगा निवेश तो ललितपुर में भी 16 हजार करोड़ की परियोजनाओं का होगा शुभारंभ .
- बुंदेलखंड के सातों जिलों में बड़े प्रोजेक्ट्स की होगी शुरुआत, युवाओं को नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा
लखनऊ । ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (जीबीसी 4.0) में जहां पूरे प्रदेश में 10 लाख करोड़ से ज्यादा की निवेश परियोजनाओं का शुभारंभ होगा तो वहीं प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में भी करीब 60 हजार करोड़ की परियोजनाएं शुरू होंगी। बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में ये निवेश होगा, जिससे यहां के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे तो वहीं विकास की दौड़ में भी बुंदेलखंड प्रदेश के अन्य जिलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर शामिल हो सकेगा।
उल्लेखनीय है कि बुंदेलखंड क्षेत्र और इसका विकास सीएम योगी की प्राथमिकताओं में रहा है। प्रदेश में निवेश के लिए योगी सरकार ने जो नीतियां बनाईं, उनके साथ-साथ बुंदेलखंड में निवेश करने वाले उद्यमियों को अलग से भी प्रोत्साहन दिए जाने की पहल की गई है। इसी का नतीजा है कि बुंदेलखंड में निवेश को लेकर बड़ी संख्या में निवेशकों ने उत्सुकता जाहिर की है। सीएम योगी की मंशा बुंदेलखंड को औद्योगिक दृष्टि से समृद्ध बनाने की है, ताकि यहां के युवाओं को रोजगार के लिए प्रदेश या देश के अन्य हिस्सों में भटकना न पड़े। जीबीसी 4.0 के माध्यम से बुंदेलखंड में होने वाला निवेश इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
झांसी में करीब 24 हजार करोड़ का होगा निवेश
19 फरवरी को जीबीसी 4.0 के तहत बुंदेलखंड के सातों जिलों में 59,288 करोड़ से ज्यादा की परियोजनाओं का शुभारंभ होने जा रहा है। इसमें सर्वाधिक निवेश परियोजनाएं झांसी जनपद में हैं, जहां जीबीसी 4.0 के जरिए 23,739 करोड़ से ज्यादा के उद्यमों की शुरुआत होगी। झांसी के अलावा ललितपुर में भी 15,707 करोड़ से ज्यादा लागत के प्रोजेक्ट्स को पीएम मोदी और सीएम योगी हरी झंडी दिखाएंगे। झांसी और ललितपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के प्रमुख जिलों में से हैं, जहां योगी सरकार नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) की शुरुआत करने जा रही है। इसके अतिरिक्त जालौन में 9290 करोड़ से ज्यादा, चित्रकूट में 7047 करोड़ रुपए से ज्यादा, महोबा में 1664 करोड़ से ज्यादा, बांदा में 596 करोड़ से ज्यादा और हमीरपुर में 1243 करोड़ से ज्यादा की निवेश परियोजनाएं मूर्त रूप लेंगी।