
सीएम ने की अपील, सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें
तीसरी लहर में महज तीन से पांच दिन में रिपोर्ट आ रही निगेटिव. यूपी में 99 फीसदी मामले एसिम्टोमेटिक-सीएम योगी
लखनऊ । जीवन के साथ जीविका बचाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। जिसके चलते यूपी में रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रभावी किया गया। प्रदेश में तीसरी लहर आ चुकी है। कोरोना की दूसरी लहर से खतरनाक ये लहर नहीं है। ये बातें सोमवार को कोविड कमांड सेंटर का दौरा करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 33946 केस है जिसमें 33563 लोग होम आइसोलेशन में हैं। यूपी में 99 फीसदी मामले एसिम्टोमेटिक हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरी लहर में पॉजिटिव मरीज की रिपोर्ट निगेटिव 12 से 15 में होती थी पर ये तीसरी लहर सामान्य वायरल जैसा है। पॉजिटिव मरीज की रिपोर्ट इस लहर में तीन से पांच निगेटिव आ रही है। इस बार संक्रमित मरीजों की अस्पतालों में भर्ती की संख्या बेहद कम है। उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में 4800 एक्टिव केस हैं लेकिन अस्पताल में केवल 45 मरीज भर्ती हैं। इसमें भी वही मरीज हैं जो पहले किसी दूसरी बीमारी से ग्रस्त थे। सीएम ने कहा कि इसके बावजूद सतर्कता और सावधानी बरतने की जरूरत है।
निगरानी समितियां टेस्ट व टीकाकरण की कार्रवाई पर दे रहीं जोर-सीएम
सीएम ने कहा कि प्रदेश में रोजाना दो लाख से ढाई लाख टेस्ट किए जा रहे हैं। 72 हजार निगरानी समितियां टेस्ट व टीकाकरण की कार्रवाई को पूरा कराने में जुटी हुई हैं। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियों ने कोरोना काल में अहम भूमिका निभाई है। ऐसे में तीसरी लहर को लेकर प्रदेश के हर जिले में निगरानी समितियों को सक्रिय किया जा रहा है। सीएम ने बताया कि गांवों में प्रधान के नेतृत्व में और शहरी वार्डो में पार्षदों के नेतृत्व में निगरानी समितियां क्रियाशील हैं। ये समितियां घर-घर संपर्क कर बिना टीकाकरण वाले लोगों को चिन्हित कर रही हैं।
सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचने की सीएम ने की अपील
सीएम ने लोगों से अपील कि घबराएं नहीं, भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं, कोविड गाइडलाइन का पालन करने के साथ ही जल्द से जल्द टीकाकरण कराएं। उन्होंने 15 साल से ऊपर के बच्चों के निशुल्क टीकाकरण शुरू करने के लिए पीएम का आभार व्यक्त किया। यूपी में अब तक 21 करोड़ 53 लाख से अधिक व्यस्कों को टीके की डोज दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 15 जनवरी तक 15 से 17 तक सभी बच्चों को वैक्सीन की डोज देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।