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रूसी हमले का 20वां दिन: यूक्रेन पर दागी 900 मिसाइलें

अमेरिका ने रूस की सैन्य, आर्थिक मदद करने पर चीन को दी धमकी

कीव । यूक्रेन पर रूसी हमले के 20वें दिन भी स्थितियां सामान्य होती नहीं दिख रही हैं। रूस ने यूक्रेन पर अबतक 900 मिसाइलें दागी हैं। राजधानी कीव सहित यूक्रेन के दो दर्जन से अधिक शहर धू-धू कर जल रहे हैं। दोनों देशों के बीच युद्धविराम की कोशिशें भी रंग लाती नहीं दिख रही हैं। यूक्रेन पर रूस के हमले की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। यूक्रेनी शहरों पर लगातार बम बरसाये जा रहे हैं। रूस लगातार मिसाइलों से भी हमला कर रहा है। अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारियों का दावा है कि रूस ने यूक्रेन पर 900 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं। इस कारण अत्यधिक जान-माल के नुकसान और आवासीय एवं प्रशासनिक संपत्तियों को क्षति की बात भी कही गयी है।

मारियूपोल में आम नागरिकों की मौत के अलग-अलग दावों के बीच आधिकारिक बयान सामने आया है। इसमें कहा गया है कि 14 मार्च तक रूसी हमलों में मारियूपोल में 2,357 आम नागरिकों की मौत हो गई। रूस की ओर से यूक्रेन की राजधानी कीव पर भी जोरदार हमला बोला जा रहा है। यहां सुबह-सुबह कई धमाकों की आवाज सुनाई दी है। कीव के एक अपार्टमेंट में रूस की ओर से रातभर गोलीबारी की गई। इसके बाद अपार्टमेंट में आग लग गई।

इस बीच रूसी विदेश मंत्रालय ने दावा किया है कि 14 मार्च को यूक्रेन की सेना ने दोनेत्सक इलाके में एक आवासीय परिसर में टोचका-यू मिसाइल से हमला किया। इस हमले में 20 लोगों की मृत्यु हो गई और 28 गंभीर रूप से घायल हो गए। रूसी हमले के बीच यूक्रेन के सामाजिक नीति मंत्रालय ने दावा किया है कि उसने अब तक 2000 से ज्यादा बच्चों को युद्धग्रस्त क्षेत्र से निकाला है।

यूक्रेन पर हमले का विरोध: रूस के सरकारी टीवी चैनल पर संपादक ने लहराया पोस्टर

यूक्रेन पर हमले को लेकर अब रूस को अपने ही देश में विरोध के स्वर झेलने पड़ रहे हैं। रूस के सरकारी टीवी चैनल, चैनल-1 पर एक संपादक ने समाचार बुलेटिन के दौरान युद्ध के खिलाफ पोस्टर लहराकर अपना विरोध दर्ज कराया है। रूस के सरकारी टेलीविजन चैनल, चैनल-1 पर सोमवार शाम नियमित समाचार बुलेटिन प्रसारित हो रहा था। उसी दौरान चैनल की एक समाचार संपादक मरीना ओव्स्यानिकोव अचानक हाथ में रूसी भाषा में संदेश लिखा एक पोस्टर लेकर कैमरे के सामने आ गयीं। वह समाचार प्रस्तोता से ठीक पीछे खड़ी हो गयीं। पोस्टर में लिखा था, कोई युद्ध नहीं, युद्ध बंद करो, प्रोपोगेंडा पर विश्वास न करें. वे यहां आपसे झूठ बोल रहे हैं। उक्त महिला समाचार संपादक कुछ सेकंड तक युद्ध का विरोध करता पोस्टर पकड़ कर खड़ी रहीं। इसके बाद आनन-फानन में चैनल ने स्क्रीन बदली।

मरीना ने लाइव विरोध से पहले ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा था, यूक्रेन में जो हो रहा है, वह एक अपराध है, और रूस हमलावर है। इस आक्रामकता का जिम्मेदार सिर्फ एक व्यक्ति है, वह है व्लादिमीर पुतिन। इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने भी मंगलवार तड़के एक वीडियो संदेश में मरीना ओव्स्यानिकोव की सराहना की। इस बीच रूस में एक नया कानून पारित किया गया है, जो सरकार की नीतियों के विरुद्ध कोई भी जानकारी फैलाने को अपराध की श्रेणी में लाता है। रूस ने देश में सोशल मीडिया और अन्य एप्प की पहुंच को भी सीमित कर दिया है।

अमेरिका ने रूस की सैन्य, आर्थिक मदद करने पर चीन को दी धमकी

अमेरिका ने युद्धरत रूस को सैन्य और आर्थिक सहयोग दिए जाने के चीन के किसी भी प्रयास के लिए कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यूक्रेन के विरुद्ध पिछले 19 दिनों से चले आ रहे युद्ध में रूस के पास मात्र 10-12 दिनों के का सैन्य साजो सामान रह गया है और इस समय वह हताशा में आवासीय बस्तियों, अस्पतालों और नागरिक सुविधाओं को निशाना बना रहा है। हालांकि चीन की तरफ से बीजिंग विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने अमेरिका के ऐसे दावों को बेबुनियाद बताया है।

न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी ताजा रिपोर्ट में उल्लेख किया है कि अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलीवान ने सोमवार को रोम में चीन की पोलित ब्यूरो के सदस्य और विदेश विभाग में एक निदेशक यांग जीईचि से मुलाक़ात कर चीन को सचेत किया है कि ऐसी घड़ी में जब रूस के विरुद्ध दुनिया भर में रोष उमड़ रहा है, चीन की ओर से सैन्य अथवा आर्थिक मदद के भयंकर परिणाम होंगे। ऐसे में चीन दुनिया में अलग-थलग पड़ जाएगा। व्हाइट हाऊस में प्रेस ब्रिफिंग के दौरान एक सवाल के जवाब में प्रेस सचिव जेन पिसाक और एक अन्य वक्तव्य में विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने भी रूस को सैन्य साजो सामान और आर्थिक मदद दिए जाने पर चीन को गम्भीर परिणाम भुगतने की धमकी दी है।इस संदर्भ में क्रेमलिन में रूसी प्रवक्ता दिमित्रि पेसकोव ने चीन से किसी भी तरह की मदद लिए जाने का खंडन किया है। अमेरिका की ख़ुफिया एजेंसी और चीनी ड्रोन का हवाला देते हुए रूस पर चीन से सैन्य और आर्थिक मदद की बात मीडिया में की जा रही है।

एक अन्य अख़बार लॉस एंजेल्स टाइम्स ने भी चीन की ओर से रूस को मिलिटरी साजो सामान और आर्थिक सहयोग दिए जाने के दावे किए हैं। अख़बार ने लिखा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जीनपिंग ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अच्छे सम्बन्धों के कारण यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा नहीं की। इतना ही नहीं, युद्ध शुरू होने के बाद भी चीन तटस्थता का राग अलापता आ रहा है, जबकि दूसरी ओर यूक्रेन को मानवीय सहयोग देने का ढोंग रच रहा है। अख़बार ने यह भी लिखा है कि ट्रम्प कार्यकाल में जब अमेरिका और यूरोपीय देशों के बीच दूरियाँ बढ़ रही थीं, तब चीन ने इसका लाभ उठा कर यूरोपीय देशों से दोस्ती का हाथ बढ़ाते हुए यूक्रेन में निवेश किया और कारोबार बढ़ाया, लेकिन आज जब यूक्रेन को सैन्य, आर्थिक मदद की ज़रूरत है तो वह पीछे हट रहा है।

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