सिंगरौली। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील में उत्तरप्रदेश केे सीमावर्ती क्षेत्र से तस्करी कर ट्रक से लाई गई 600 बोरी अमानक व गुणवत्ता विहीन धान लाने वाले खाद्यान्न माफियाओं के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की गई है। एसडीएम चितरंगी नीलेश शर्मा द्वारा की गई कार्रवाई में यूपी से ट्रक में लोड कर लाई जा रही 600 बोरी (240 क्विंटल) धान सहित ट्रक को ज़ब्त किया गया। पुलिस थाना चितरंगी में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 418 भादवि के तहत मामला दर्ज कर व्यापारी व चालक को हिरासत में ले लिया गया है।
यह अमानक धान घोरावल यूपी से खरीद कर एमपी के खरीदी केंद्रों में बेचने के लिए लायी गई थी। इस मामले में चितरंंगी निवासी अवध शरण सिंह और संतोष कुमार साहू को आरोपी बनाया गया है तथा पकड़ा गया धान की बोरियों से लदे ट्रक क्रमांक यूपी 64 एटी 9337 को जप्त कर थाने में खड़ा करा लिया गया है। बताया जाता है कि घोरावल स्थित जय मां दुर्गा ट्रेडिंग कंपनी ने चितरंगी के एसके ट्रेडर्स को 4 लाख 52 हजार 4 सौ रुपये में यह धान बेची थी। चितरंगी पुलिस ने ट्रक चालक समेत पिपरवान के व्यापारी एसके ट्रेडर्स के संचालक के खिलाफ भादवि की धारा 420, 418 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जप्त धान का बाजार मूल्य साढ़े चार लाख रुपये आंकी गई है।
उक्त कार्रवाई की जानकारी एसडीएम चितरंगी नीलेश शर्मा ने दी है। चितरंगी तहसील क्षेत्र के बभनदेवा चेक पोस्ट में तैनात पटवारी सत्यनारायण रुहेला द्वारा बताया गया कि 9 जनवरी शनिवार को सुबह लगभग 4 बजे ट्रक क्रमांक यूपी 64 ए टी 9337 चेक पोस्ट से उत्तर प्रदेश से जिले की सीमा में प्रवेश किया जिसमें धान लदी हुई है। रुकवाने पर चालक द्वारा ट्रक को नहीं रोका गया। जिसकी सूचना चितरंगी पुलिस एवं दुधमनिया राजस्व निरीक्षक को दी गई।
पुलिस की मदद से पिपरवान में ट्रक रोका गया। जिसे जप्त कर पूछताछ में चालक अवध शरण सिंह निवासी सकरिया द्वारा बताया गया कि एसके ट्रेडर्स के संचालक संतोष कुमार साहू निवासी ग्राम पिपरवान द्वारा यूपी के सोनभद्र जिले के घोरावल से लोडकर एक ट्रक धान 600 बोरी यानी 240 कुंटल लाने को कहा गया। ट्रक का मालिक सकरिया निवासी गणेश कुमार सोनी है। जब्त धान का कोई वैधानिक दस्तावेज नहीं पाया गया है।
खरीदी केंद्र में बेचने की थी योजना
मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य अधिक होने से उत्तर प्रदेश की सीमा से जिले में वर्षों से हजारों कुंटल धान गेंहू लाकर व्यापारियों और समिति प्रबंधकों द्वारा बड़े पैमाने पर खपाया जाता रहा है। इस गोरख धंधे में शामिल लोग करोड़ों की अवैध कमाई करते रहे हैं। सिंगरौली जिले का यह संभवतः पहला मामला है जब कलेक्टर राजीव रंजन मीना एवं चितरंगी एसडीएम नीलेश शर्मा की सख्ती दिखी है। इस कार्यवाही का दूरगामी असर देखने को मिल सकता है, फिर भी सतर्कता बरतने की दरकार रहेगी।