Business

योगी सरकार ओडीओपी और जीआई उत्पादों को उपलब्ध करा रही नया बाजार

वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक की 52 दिनों की यात्रा में क्रूज़ के मेहमानों को यूपी के ओडीओपी व जीआई उत्पादों से कराया जाएगा परिचय

  • क्रूज़ जिस जिले में रुकेगा वहां के जीआई और ओडीओपी उत्पाद को दिखाया जाएगा
  • अंतरदेशीय जलमार्ग के जरिए वाराणसी परिवहन का हब बनने जा रहा

रत्नेश राय

वाराणसी : योगी सरकार प्रदेश के ओडीओपी व जीआई उत्पादों को नया बाजार उपलब्ध करा रही है। दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज़ यात्रा में पूर्वांचल समेत प्रदेश के जीआई और ओडीओपी उत्पाद भी दिखाए जाएंगे। गंगा विलास क्रूज़ पर वाराणसी के लकड़ी के खिलौने, ग़ुलाबी मीनाकारी, गाज़ीपुर का वालहैंगिंग समेत कई उत्पाद क्रूज़ की शोभा बढ़ाएंगे, जिससे पूर्वांचल समेत पूरे यूपी के इन उत्पादों को नया बाजार मिलेगा। दुनिया की सबसे लम्बी रिवर क्रूज़ यात्रा अगले साल जनवरी में शुरू होने वाली है, जो वाराणसी से शुरू होकर बांग्लादेश होते हुए डिब्रूगढ़ में ख़त्म होगी।

क्रूज के मेहमान ओडीओपी और जीआई उत्पाद से होंगे रुबरू

बनारस की गलियों से निकल कर गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने समेत अन्य जीआई और ओडीओपी उत्पाद विदेशों की सैर कर रहे हैं। साथ ही विश्व के राजनायकों के घरों की शोभा बढ़ा रहे है। योगी सरकार अब इन उत्पादों को घर-घर तक पहुंचने के लिए नया बाजार देने जा रही है। गंगा विलास क्रूज़ के मालिक राज सिंह ने बताया कि वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक की 52 दिनों की यात्रा में क्रूज़ के मेहमानों को प्रदेश के ओडीओपी व जीआई उत्पादों से परिचय कराया जाएगा। क्रूज़ में 18 सुइट्स समेत अन्य स्थानों में इसे डेकोरेशन के तौर पर लगाया जाएगा। साथ ही जिस जनपद में क्रूज़ रुकेगी वहां के अन्य जीआई और ओडीओपी उत्पाद को दिखाया जाएगा, जिससे देश के हस्तशिल्पियों के हुनर को नया बाजार मिलेगा।

अंतरदेशीय जलमार्ग के जरिए वाराणसी परिवहन का बनने जा रहा हब

प्रधानमंत्री गति शक्ति स्कीम के तहत अंतरदेशीय जलमार्ग के जरिए वाराणसी परिवहन का हब बनने जा रहा है, जिससे पूर्वांचल में पर्यटन उद्योग को नया आयाम मिलेगा। साथ ही व्यापारिक गतिविधियां को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाज़ार मिलेगा। गंगा विलास भारत में निर्मित पहला रिवर शिप है जो काशी से बोगीबील (डिब्रूगढ़) तक सबसे लंबी जलयान (क्रूज) यात्रा कराएगी। 52 दिनों का यह सफर भारत व बांग्लादेश के 27 रिवर सिस्टम से होकर गुजरेगा यह जलायन राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभयारण्यों से भी गुज़रेगा, जिनमें सुंदरबन डेल्टा और काजीरंगा नेशनल पार्क भी शामिल हैं।

BABA GANINATH BHAKT MANDAL  BABA GANINATH BHAKT MANDAL

Related Articles

Back to top button