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छह वर्ष पूर्व 19 मार्च को ही योगी आदित्यनाथ ने संभाली थी सीएम की कुर्सी

सीएम ने किए रामलला व हनुमानगढ़ी के दर्शन

  • श्रीराम मंदिर निर्माण की प्रगति से भी हुए अवगत, 70 फीसदी निर्माण पूरा कर लिया गया
  • दो दिन में योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ व मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरणों में झुकाए शीश

लखनऊ/अयोध्या । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार की सुबह अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। संकट मोचन हनुमान जी के दर्शन कर योगी आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन, आरती व परिक्रमा की। सीएम ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति भी जानी। आज से छह वर्ष पूर्व 19 मार्च को ही गोरक्षपीठाधीश्वर महंत योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली थी। इसके पहले अयोध्या पहुंचने पर रामकथा हेलीपैड पर सीएम को सलामी दी गई।

दो दिन में काशी विश्वनाथ और हनुमानगढ़ी के चरणों में लगाई हाजिरी

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा 18 मार्च 2017 को हुई थी। 19 मार्च को उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह संयोग है कि गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 मार्च 2023 को काशी में बाबा विश्वनाथ दरबार में मत्था टेककर दर्शन का शतक लगाया तो कालभैरव के दर पर भी शीश झुकाया। वहीं 19 मार्च को अयोध्या दौरे का आगाज संकट मोचन हनुमान के चरणों में दर्शन-पूजन से किया। बाबा विश्वनाथ व श्रीराम-संकट मोचन हनुमान के आशीर्वाद से योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड भी स्थापित किय़ा। रामलला दर्शन के उपरांत श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिह्न प्रदान किया।

राम मंदिर निर्माण का लिया जायजा

रामलला के दर्शन के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति जानी। यहां चंपत राय ने मुख्यमंत्री को निर्माण से जुड़ी जानकारी दी। योगी आदित्यनाथ ने यहां कार्य कर रहे मजदूरों से भी हालचाल पूछा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से वर्तमान समय में चल रहे कार्य की प्रगति भी जानी। गौरतलब है कि मंदिर का 70 फीसदी निर्माण पूरा कर लिया गया है। निरीक्षण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे।

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