किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर भारत की एकता और अखंडता को दी जा रही है चुनौती : योगी आदित्यनाथ
मेरठ : केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा आंदोलन को आज 18वां दिन है। हज़ारों की संख्या में किसान दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए है। इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है। उनका कहना है कि किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दी जा रही है।
मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने किसानों की जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, किसानों के कंधों पर बंदूक रखकर भारत की एकता और अखंडता को चुनौती दी जा रही है। किसान भाईयों के कंधों पर बंदूक रखकर देश की सुरक्षा में सेंध लगाने का कार्य किया जा रहा है। ये स्वीकार्य नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जो भारत से नफरत करते हैं और किसान आंदोलन की आड़ में एक बार फिर साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री का फोकस सिर्फ गरीब और किसान पर ही है। कुछ लोग इसलिए परेशान होकर साजिश रच रहे हैं क्योंकि कश्मीर से धारा 370 हट गई। अयोध्या में राम मंदिर का समाधान हो गया। किसानों के हक को हड़पने वाले बिचौलियों की कमाई बंद हो गई। आंदोलन के नाम पर किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान शनिवार को हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में राजमार्गों के `टोल प्लाजा` पर एकत्र हुए। इस बीच दिल्ली-हरियाणा के सिंघू बॉर्डर पर भीड़ बढ़ती जा रही है और विरोध स्थल दिल्ली की ओर बढ़ता जा रहा है। जिसे देखते हुए इलाके में सुरक्षाकर्मियों और बैरिकेड्स की संख्या भी बढ़ गई है। अब किसानों ने बुधवार को दिल्ली-जयपुर राजमार्ग को अवरुद्ध करने की घोषणा की है। इससे दिल्ली की सप्लाई चैन को और मुश्किलें पैदा होंगी।