- जेबीएस, नगर पंचायत एवं सामाजिक संगठनों ने निभाई जिम्मेदारी
दुद्धी,सोनभद्र : छठ पूजा की चार दिवसीय कठिन अनुष्ठान का त्यौहार शुक्रवार की प्रातः उगते सूर्य को अर्ध्य देकर,लोक मंगल की कामना के साथ सम्पन्न हुई। गुरुवार की शाम से ही क्षेत्र की सभी सरोवर-तालाब एवं नदियों के घाट पर ब्रतधारी श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। परिवार की सुख-समृद्धि एवं मनोवांछित फल प्रदान करने वाले इस महापर्व पर श्रद्धालुओं ने गुरुवार की शाम डूबते हुए भगवान भाष्कर को अर्ध्य दिया और पूरी रात जागरण कर छठ मैया की सुरीली गीतों से घाटों को गुलजार रखा।कुछ श्रद्धालु महिलाएं अपनी मनोकामना को पूर्ण करने के लिए कड़कड़ाती ठंड में सरोवर में खड़े होकर,चार से पांच घंटे तक भगवान भाष्कर की आराधना में लीन एवं ध्यानमग्न रहीं।
शुक्रवार की प्रातः सूर्योदय होते ही घाटों पर एक बार फिर श्रद्धालुओं द्वारा आराध्य देव को अर्ध्य देने का सिलसिला शुरू हुआ,जो घंटो चला।इस दौरान ब्रतधारियों को पुत्र,पति, ब्राम्हण आदि परिजनों से दुध का अर्ध्य लेकर,भगवान सूर्य की उपासना की गयी और इसी के साथ महापर्व का समापन हुआ। घाट से निकल रहे ब्रतधारियों द्वारा महाप्रसाद वितरण का दौर चलता रहा। उधर पूरी रात स्वर्णकार संघ के अवधेश व विकास जौहरी की युवा टीम की अगुवाई में देवी जागरण का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें श्रोता पूरी रात भक्तिरस की गंगा में डुबकी लगाते रहे।
नगर के प्रमुख छठ घाट शिवाजी तालाब पर होने वाली ऐतिहासिक कार्यक्रम का व्यवस्थापन व पूरी जिम्मेदारी पारंपरिक रूप से जेबीएस अध्यक्ष पंकज जायसवाल एवं सचिव दीपक शाह की अगुवाई में उनकी टीम ने शानदार तरिके से निभाई। जबकि विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने भी इसमें बढ़ चढ़कर भरपूर सहयोग दिया। वहीं नगर पंचायत दुद्धी के चेयरमैन कमलेश मोहन की अगुवाई में नगर निकाय की पूरी टीम ने शिवाजी छठ घाट को दुल्हन की तरह सजाने-संवारने के लिए रंग रोगन से लेकर तालाब की साफ-सफाई आदि की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई। इसके अतिरिक्त मां काली सेवा समिति, जय हिंद क्लब, जयश्री फाउंडेशन व अखिल भारतीय अग्रहरि समाज द्वारा खीर एवं प्रसाद वितरण तथा विकास क्लब द्वारा घाट की साज सज्जा के फूल-मालाओं में विशेष सहयोग दिया गया।
इसके अलावा क्षेत्र के बीड़र, कनहर, जाबर,रजखड़, खजुरी समेत दर्जनों स्थानों के घाटों पर धूमधाम से छठ मनाया गया। प्रशासन की ओर से सुरक्षा की जिम्मेदारी एएसपी त्रिभुवन नाथ त्रिपाठी,एसडीएम निखिल यादव,सीओ प्रदीप सिंह चंदेल, कोतवाल मनोज सिंह, चौकी इंचार्ज एमपी सिंह,महिला थानाध्यक्ष आदि ने संभाल रखी थी। वहीं माँ गंगा आरती में प्रमुख यजमान के रूप में चेयरमैन कमलेश मोहन,समाजसेवी व व्यवसायी संतोष जायसवाल व अमरनाथ जायसवाल सपत्नीक शामिल हुए और दर्शन पूजन किया।
कार्यक्रम में जेबीएस संरक्षक रामलोचन तिवारी,कन्हैया लाल अग्रहरि, उपाध्यक्ष सुरेन्द्र गुप्ता, रामलीला कमेटी अध्यक्ष जितेन्द्र श्रीवास्तव व सचिव कमल कानू, पूर्व चेयरमैन राजकुमार अग्रहरि, एससी/एसटी आयोग उप्र के उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार,श्रववन गोंड़, सुमित सोनी, पंकज कुमार बुल्लू,धीरेंद्र सिंह, कृपाशंकर अग्रहरि, भोलू जायसवाल, पवन सिंह,आमेश अग्रहरि,रवि जायसवाल,मोनू सिंह,प्रखर व्याहुत समेत सभी धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारियों ने अपना अमूल्य योगदान दिया। कंट्रोल रूम का संचालन रामपाल जौहरी, आलोक कुमार अग्रहरि व अविनाश गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया।
बिहार में सूर्योपासना का महापर्व कार्तिक छठ संपन्न
बिहार में आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही सूर्योपासना का महापर्व कार्तिक छठ संपन्न हो गया।बिहार में चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था का महापर्व ‘कार्तिक छठ 05 नवंबर को ‘नहाय खाय’ अनुष्ठान के साथ शुरू हुआ था। दूसरे दिन खरना पूजा संपन्न हुई। तीसरे दिन अस्त होते सूर्य को ‘पहला अर्घ्य’ दिया गया। छठ महापर्व के चौथे और अंतिम दिन आज राजधानी पटना समेत राज्य के अन्य हिस्सों में हजारों महिला और पुरुष व्रतधारियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त हुआ और उसके बाद ही व्रतधारियों ने अन्न ग्रहण किया।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां एक अणे मार्ग स्थित अपने आवास पर लोक आस्था का महापर्व छठ के अंतिम दिन श्रद्धा के साथ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया तथा ईश्वर से राज्य एवं देशवासियों की सुख, शांति एवं समृद्धि के लिये प्रार्थना की।औरंगाबाद जिले के ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल देव में आज उदयाचल सूर्य को लाखो की संख्या में व्रतधारियों -श्रद्धालुओं द्वारा अर्ध्य अर्पित किए जाने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न हो गया। देव के त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में आज तड़के से ही श्रद्धालु कतारबद्ध होकर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना कर रहे हैं।लोक मान्यता है कि देव छठ व्रत करने तथा त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना करने से श्रद्धालुओं की मनोवांछित कामनाएं पूरी होती हैं और इस मौके पर यहां भगवान भास्कर की साक्षात उपस्थिति की रोमांचक अनुभूति होती है ।
गया से प्राप्त समाचार के अनुसार छठ पूजा के अंतिम दिन अहले सुबह से ही श्रद्धालु शहर के केंदुई घाट, पिता महेश्वर घाट, राय बिंदेश्वरी घाट, मौर्याघाट, महादेव घाट, लक्खीबाग घाट सहित अन्य घाटों पर पहुंचे और भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया।देखते ही देखते श्रद्धालुओं का जन सैलाब फल्गु नदी के विभिन्न घाटों पर उमड़ पड़ा। पूरे धार्मिक विधि विधान से लोगों ने पूजा-अर्चना कर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया और अपने परिवार की सुख, समृद्धि और शांति की कामना की।डेहरी आन सोन से प्राप्त सूचना के अनुसार रोहतास जिले के डेहरी आन सोन में महापर्व छठ के चौथे दिन व्रतियों ने सोन नदी तट एवं पश्चिमी संयोजक नहर के विभिन्न घाटो पर भगवान सूर्य को अर्ध्य दिया।