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बिहार की महिलाएं औद्योगिकीकरण का नया इतिहास लिख रहीं

बिहार में महिला उद्यमिता का नया अध्याय लिखते हुए हाजीपुर की पूनम गुप्ता ने अपने उद्योग “पूनम फैशन” की औपचारिक शुरुआत कर एक मिसाल पेश की है। MSME के तहत पंजीकृत इस यूनिट में पंचगव्य आधारित अगरबत्ती, धूप कोन और संबरानी कप का उत्पादन शुरू हो गया है, जो पूरी तरह प्राकृतिक और पर्यावरण-अनुकूल है। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर कदम बढ़ाते हुए उन्होंने अपना ऑनलाइन स्टोर https://pfcart.com/ भी लॉन्च किया है, जहां घरेलू और उपयोगी वस्तुएं किफायती दाम पर उपलब्ध होंगी। यह प्रयास महिला सशक्तिकरण, स्वदेशी उत्पादों के विकास और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

  • स्वदेशी और प्राकृतिक उत्पादों के साथ MSME रजिस्टर्ड यूनिट की शुरुआत, ऑनलाइन मार्केटप्लेस https://pfcart.com/ का शुभारंभ – महिला उद्यमिता को नई दिशा

बिहार की महिलाएं आज औद्योगिकीकरण की नई इबारत लिख रही हैं। उद्योग, व्यवसाय और स्टार्टअप के क्षेत्र में लंबे समय से पिछड़ते आए बिहार में अब आर्थिक सोच और सामाजिक दृष्टिकोण दोनों तेजी से बदल रहे हैं। राज्य की महिलाएं अब केवल घर तक सीमित नहीं, बल्कि उद्योगों की बुनियाद खड़ी करने और रोजगार उत्पन्न करने की दिशा में उल्लेखनीय कदम बढ़ा रही हैं। इसी परिवर्तनकारी परिदृश्य में हाजीपुर की निवासी पूनम गुप्ता ने अपने उद्यम की औपचारिक शुरुआत कर महिलाओं की उद्यमिता को नई दिशा देने का प्रयास किया है।

पूनम गुप्ता ने सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय (MSME) के तहत अपने यूनिट का पंजीकरण कराकर उद्योग जगत में प्रवेश किया है। उनके उद्यम का नाम “पूनम फैशन” रखा गया है, जिसके लिए जीएसटी नंबर भी जारी कर दिया गया है। उद्योग की शुरुआत के साथ ही उन्होंने उत्पादन क्षेत्र में कदम रखते हुए अगरबत्ती, धूप कोन और संबरानी कप के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। बाज़ार में उपलब्ध अनेक रासायनिक उत्पादों के बीच पूनम फैशन ने पूरी तरह स्वदेशी और प्राकृतिक सामग्री से तैयार उत्पादों को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की है।

इन उत्पादों की विशिष्टता यह है कि इन्हें पंचगव्य आधारित सामग्री- अर्थात गाय का शुद्ध घी, गोबर, मूत्र, दूध और दही- का उपयोग करके तैयार किया जा रहा है। भारतीय परंपरा में पंचगव्य का प्रयोग सदियों से आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया है। यह वातावरण को शुद्ध करने, मानसिक शांति बढ़ाने और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने में सहायक माना जाता है। इन उत्पादों में किसी प्रकार के रासायनिक तत्वों का उपयोग नहीं किया जाता, जिसके कारण यह पूरी तरह शुद्ध, जैविक और पर्यावरण-अनुकूल माने जाते हैं। इंटरनेट और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्राकृतिक धूप-अगरबत्ती वातावरण में सुगंध फैलाने के साथ-साथ वायु शुद्धिकरण में भी उपयोगी है। लोगों के बीच ऑर्गेनिक और प्राकृतिक जीवनशैली के प्रति बढ़ती जागरूकता के कारण ऐसे उत्पादों की मांग लगातार बढ़ रही है।

उत्पादन क्षेत्र में कदम रखने के साथ ही पूनम गुप्ता ने डिजिटल व्यापार के विस्तार को समझते हुए ई-कॉमर्स क्षेत्र में भी प्रवेश किया है। उन्होंने PFcart.com नाम से अपना ऑनलाइन स्टोर लॉन्च किया है, जो घर, रसोई और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों सहित विभिन्न उपयोगी वस्तुओं को किफायती मूल्य पर उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का लक्ष्य लेकर शुरू किया गया है। यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आधुनिक ई-कॉमर्स व्यवस्था को ध्यान में रखकर विकसित किया जा रहा है, जिसमें सुरक्षित भुगतान, समय पर डिलीवरी और विश्वास आधारित व्यापार प्रणाली पर विशेष ध्यान दिया गया है। PFcart.com को आने वाले समय में अमेज़ॉन और फ्लिपकार्ट जैसे स्थापित ऑनलाइन बाज़ारों की तरह एक विश्वसनीय और लोकप्रिय मार्केटप्लेस के रूप में विकसित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है।

बिहार में पिछले कुछ वर्षों में स्टार्टअप और उद्योगों के प्रति जागरूकता में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं- जैसे मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुद्रा लोन, स्टार्टअप नीति और MSME सहायता- ने युवाओं में उद्यमिता को लेकर आत्मविश्वास बढ़ाया है। इस सकारात्मक वातावरण में महिलाएं भी अब उद्योगों की अगली पंक्ति में खड़ी होने लगी हैं। वे न केवल आर्थिक स्वतंत्रता हासिल कर रही हैं बल्कि समाज में प्रेरणादायक परिवर्तन की दिशा भी तय कर रही हैं।

पूनम गुप्ता का उद्देश्य केवल व्यापारिक लाभ अर्जित करना नहीं, बल्कि स्थानीय महिलाओं के लिए रोजगार और स्वावलंबन का अवसर उपलब्ध कराना भी है। उनका लक्ष्य है कि आने वाले समय में वे कम से कम सौ स्थानीय महिलाओं को अपने यूनिट से जोड़कर प्रशिक्षण और रोजगार उपलब्ध कराएं, ताकि वे आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें और अपने परिवार के आर्थिक स्तर को भी ऊंचा उठा सकें। ग्रामीण और छोटे शहरों की अशिक्षित एवं अर्धशिक्षित महिलाओं के लिए यह मॉडल रोजगार के नए अवसर पैदा कर सकता है।

उनका कहना है कि यदि समाज महिलाओं पर विश्वास करे, उन्हें प्रोत्साहित करे और उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराए, तो महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रह सकतीं। वे बताती हैं कि उद्यम की शुरुआत आसान नहीं थी। आर्थिक संसाधनों की कमी, पारिवारिक और सामाजिक हिचक, बाजार व्यवस्था की जटिलताएँ- इन सभी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन मजबूत इच्छाशक्ति और निरंतर प्रयास से सफलता का रास्ता बनता गया।

आज जब देश आत्मनिर्भर भारत अभियान और लोकल फॉर वोकल की दिशा में बढ़ रहा है, ऐसे समय में स्थानीय स्तर पर तैयार किए गए स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह समझना आवश्यक है कि किसी महिला उद्यमी द्वारा बनाया गया प्रत्येक उत्पाद केवल व्यापार नहीं, बल्कि संघर्ष और सपनों की कहानी भी है। ऐसे उत्पादों को अपनाना केवल खरीदारी नहीं, बल्कि सामाजिक समर्थन का प्रतीक है।

समाज के लिए यह भी आवश्यक है कि घरेलू स्तर पर विकसित हो रहे उद्योगों को अवसर मिले। उपभोक्ता यदि स्थानीय स्तर पर निर्मित वस्तुओं को प्राथमिकता दें और महिला उद्यमियों के प्लेटफॉर्म को महत्व दें, तो इससे उद्योगों का विस्तार होगा, राज्य की आर्थिक संरचना मजबूत होगी और बेरोजगारी की समस्या कम होगी। यह सहयोग महिलाओं के आत्मविश्वास को बढ़ाएगा और वे स्वयं के साथ समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनेंगी।

PFcart.com जैसे नए डिजिटल प्लेटफॉर्म बाजार में आधुनिक और प्रतिस्पर्धात्मक स्तर पर व्यवसाय संचालित करने का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। ऐसे प्लेटफॉर्म यह सिद्ध करते हैं कि छोटे शहरों से भी सशक्त डिजिटल व्यापार की नींव रखी जा सकती है। यह परिवर्तन बिहार में नए औद्योगिक युग की दस्तक है, जहां रोजगार शहरों से गांवों की ओर लौट रहा है और महिलाएं आर्थिक नेतृत्व की भूमिका निभा रही हैं।

अंततः यह कहा जा सकता है कि बिहार की धरती अब केवल इतिहास और राजनीति के लिए नहीं जानी जाएगी, बल्कि महिलाओं की उद्यमशील ऊर्जा, नवाचार और औद्योगिक विकास के लिए भी पहचानी जाएगी। हाजीपुर की पूनम गुप्ता ने यह साबित किया है कि यदि संकल्प सशक्त हो और प्रयास निरंतर, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।

समाज के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण समय है, जब महिलाओं को प्रोत्साहन देकर और उनके उत्पादों को खरीदकर उन्हें मजबूती प्रदान की जा सकती है। हर उपभोक्ता का सहयोग न केवल एक महिला उद्यमी के व्यवसाय को सशक्त बनाता है, बल्कि एक परिवार, एक समाज और एक राज्य के आर्थिक भविष्य को भी मजबूत करता है।

इस अवसर पर आम उपभोक्ताओं से अपील की जा सकती है कि स्वदेशी उत्पादों का उपयोग बढ़ाएं, महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करें और PFcart.com जैसे नए डिजिटल प्लेटफॉर्म को अवसर दें। भविष्य में ऐसे प्रयास बिहार के औद्योगिक मानचित्र को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और महिलाओं के विकास की नई धारा को गति प्रदान करेंगे।

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