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हम तो राम-कृष्ण और बुद्ध पर विश्वास करते हैं और उन्हीं को आदर्श मानकर कार्य करते हैंः सीएम

कुंदरकी की जीत संविधान की जीत हैः योगी .उप्र अकेला राज्य, जिसने बुलडोजर की कार्रवाई को अक्षरशः सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार अंजाम दिया हैः मुख्यमंत्री .उपराष्ट्रपति व माननीय न्यायमूर्ति के खिलाफ नोटिस पर भी गरजे मुख्यमंत्री .

  • मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी को दी नसीहत, संविधान की मूल प्रस्तावना को पढ़ें और मौलिक अधिकारों का अध्ययन करें
  • संविधान में राम भी नजर आएंगे और कृष्ण भी, लेकिन धर्मनिरपेक्ष और समाजवाद शब्द कहीं नहीं मिलेगाः सीएम
  • जिन्होंने संविधान का गला घोंटा, उनका पिछलग्गू बनकर आप केवल सत्ता हथियाना चाहते हैंः योगी आदित्यनाथ

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतकालीन सत्र में विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि आपको बाबा साहब आंबेडकर के मूल संविधान की प्रस्तावना को पढ़ना चाहिए। मौलिक अधिकारों को देखना चाहिए। अलग-अलग पृष्ठों का अवलोकन करेंगे तो आपको उसमे राम भी नजर आएंगे और कृष्ण भी, लंका दहन के उपरांत बजरंग बली भी नजर आएंगे और ज्ञान का उपदेश देने वाले बुद्ध भी नजर आएंगे। भारत की समृद्ध परंपरा का दर्शन आपको उसी संविधान में मिलेगा, लेकिन उस मूल संविधान में कहीं भी धर्मनिरपेक्ष, पंथनिरपेक्ष या समाजवाद शब्द नहीं है। यह सब आपकी आंखों को खोलने वाला होना चाहिए। आप लोग संविधान में बदलाव की बात करते हैं, जिन लोगों ने संविधान का गला घोटा उनका पिछलग्गू बनकर केवल सत्ता हथियाना चाहते हैं। आप जनता की आंखों में धूल झोंकना चाहते हैं, लेकिन यह नहीं हो सकता। देश आपको यह नहीं करने देगा।

सीएम योगी ने कहा-नेता विरोधी दल को बोलना चाहता हूं कि बुद्ध ने करुणा और मैत्री का उपदेश उस कालखंड में दिया था, जब विदेशी हमले शुरू हो गए थे, लेकिन उससे पहले ही राम ने कहा था ‘निसिचर हीन करहुं महि भुज उठाई पन कीन्ह,’ उससे पहले भगवान कृष्ण ने भी कहा था ‘परित्राणाय साधुनाम विनाशाय च दुष्कृताम।’ हम तो राम और कृष्ण को ही मानते हैं, बुद्ध पर विश्वास करते हैं, उन्हीं को आदर्श मानकर कार्य करते हैं। शासन पद्धति एक भी इंच इधर-उधर नहीं करते हैं।

‘चच्चू’ थोड़ी कृपा कर लिए नहीं तो पूरी तरह सफाचट हो जाते

सीएम योगी ने कहा कि संभल में जैसे ही आपके खटाखट की असलियत सामने आई, जनता ने कहा सफाचट। उपचुनाव में 9 में से 7 पर भारतीय जनता पार्टी और एनडीए गठबंधन जीता है। यही नहीं, सीसामऊ और करहल को याद करिए। 2022 में समाजवादी पार्टी ने करहल में करीब 70,000 से जीत दर्ज की थी, इस बार वह मात्र 13-14000 तक आ गई है। वह भी ‘चच्चू’ थोड़ी कृपा कर लिए, नहीं तो वहां भी सफाचट ही था, लेकिन चिंता मत करिए अगली बार होगा। सीसामऊ में भी बाल-बाल बच गए। कुंदरकी में लोगों को अपनी जड़ें याद आने लग गई हैं। डिजिटल मीडिया में थोड़ा अवलोकन करिए और देखिए वहां पर लोग चिल्ला-चिल्ला कर बोल रहे हैं, इन विदेशियों से पिंड छुड़ाना है। सबको अपनी जड़ें याद आने लग गई हैं। मुझे लगता है कि जिस दिन इकबाल महबूब जी को भी अपनी जड़ें याद आएंगी तो वह भी यही बात बोलेंगे। आप सभी से कहूंगा कि एक बार बाबरनामा को जरूर पढ़ें।

दंगों के कारण लगातार खराब हुआ था माहौल, आज प्रदेश में सुरक्षा है

सीएम योगी ने पूर्व में प्रदेश में हुए दंगों की याद दिलाते हुए कहा कि दंगों के कारण प्रदेश का माहौल लगातार खराब हुआ। आज प्रदेश में सुरक्षा का माहौल है, कानून व्यवस्था की जो स्थिति पैदा हुई है उसमें लोगों को सुरक्षा पर, कानून व्यवस्था पर विश्वास है। उसी का परिणाम है कि 40 लाख करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश को प्राप्त हुआ है।

विपक्ष के लोग गन प्वाइंट पर संवैधानिक संस्थाओं से अपनी बात मनवाना चाहते हैंः योगी

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतकालीन सत्र में कहा कि कुंदरकी की जीत सनातन की जीत है। यह भारत की वास्तविक जीत है। कुंदरकी, कटेहरी, खैर, मझवा, गाजियाबाद, मीरापुर, फूलपुर की जीत भारत के संविधान की जीत है। आप सबको कटघरे में खड़ा करते हैं।

भारत अकेला देश, जहां बहुसंख्यक समाज विशेष अधिकार की नहीं, समान नागरिक कानून की बात करता है

सीएम ने पूछा कि विपक्ष आखिर मानता किसे है। एक तरफ विपक्ष ने सर्वे के बारे में माननीय उच्चतम न्यायालय की बात का स्वागत किया। दूसरी तरफ माननीय उच्चतम न्यायालय बार-बार समान नागरिक कानून को लागू करने की बात कहता है। भारत अकेला देश है, जहां बहुसंख्यक समाज अपने लिए विशेष अधिकार की नहीं, बल्कि समान नागरिक कानून की मांग कर रहा है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय के माननीय न्यायाधीश ने समान नागरिक कानून की वकालत की तो विपक्ष ने उनके खिलाफ राज्यसभा में महाभियोग का नोटिस दे दिया, जो आपके दोहरे चरित्र को प्रदर्शित करता है। उच्चतम न्यायालय द्वारा सर्वे पर रोक लगाने और बुलडोजर की कार्रवाई पर दी गई गाइडलाइन का यह लोग स्वागत कर रहे हैं। उप्र अकेला राज्य है, जिसने बुलडोजर की कार्रवाई को अक्षरशः सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार अंजाम दिया है। सपा व कांग्रेस के लोग माननीय न्यायाधीश के खिलाफ राज्यसभा में महाभियोग की नोटिस देकर सच का मुंह जबर्दस्ती बंद करना चाहते हैं।

यह लोग गन प्वाइंट पर संवैधानिक संस्थाओं से अपनी बात मनवाना चाहते हैं

सीएम योगी ने कहा कि राज्यसभा के सभापति (उपराष्ट्रपति) के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव की नोटिस इसलिए दे दी गई, क्योंकि उन्होंने सदन के सकुशल संचालन के लिए सभी पक्षों से कहा था। सभापति व चेयरपर्सन के रूप में उनकी यही जिम्मेदारी है, लेकिन किसान पुत्र कैसे इतनी बड़ी कुर्सी पर पहुंच गया, यह इन लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है। चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा किया गया यानी यह लोग संवैधानिक संस्थाओं से गन पॉइंट पर अपनी बातों को मनवाना चाहते हैं। यह चरित्र स्वस्थ लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है। हमें संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान करना होगा और इसे मजबूत बनाना होगा।

न्यायहित, समाजहित, राष्ट्रहित में शासन-प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन करना चाहिए

सीएम ने कहा कि न्यायहित, समाजहित, राष्ट्रहित व भविष्य हित में शासन-प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन करना चाहिए। बहराइच व संभल की घटना में प्रशासन की कार्रवाई न्यायसंगत तरीके से बढ़ रही है। संभल की घटना में ज्यूडिशियल कमीशन गठित किया गया है। इसके सदस्य लगातार विजिट कर रहे हैं। लोगों के बयान लेंगे, सबकी बात सुनेंगे और सच को सामने लेकर आएंगे, लेकिन आपके अनावश्यक पत्थऱबाजी, अवैध असलहे से फायर करने से वहां शांति बहाल नहीं होने वाली है।

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