बलियाः झारखंड में सिपाही पद पर कार्यरत बलिया निवासी दगाबाज सिपाही फिरोज उर्फ मुन्ना को भारी विरोध के बावजूद सोमवार को झारखंड पुलिस ने दबोच लिया और साथ लेते गई। इस दौरान परिजनों ने झारखंड पुलिस पर पथराव कर जमकर विरोध भी किया किंतु बलिया एसपी के सख्त निर्देश व स्थानीय पुलिस के घेराबंदी के बाद परिजनों का विरोध भी काम नहीं आया।
जनपद के गड़वार थाना अंतर्गत चिलकहर गांव निवासी फिरोज उर्फ मुन्ना झारखंड पुलिस में सिपाही पद पर कार्यरत है। जहां रांची की युवती सबीना ने मार्च 2020 में थाना बीआईटी बेसरा रांची झारखण्ड में उक्त बलिया निवासी झारखण्ड पुलिस फिरोज उर्फ मुन्ना पर बेवफाई का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया। झारखंड पुलिस ने रांची थाने में मामले में भादवि की धारा 376, 417, 406 व 120 बी के तहत नामजद मुकदमा दर्ज किया था। जिसके बाद से ही उक्त आरोपी सिपाही वांछित चल रहा था। जो वर्तमान में अपने गृहजनपद छिपकर रहता था। जिसके तहत युवती ने उक्त सिपाही पर शादी का झांसा देकर लंबे समय तक यौन शोषण करने और अब शादी से इंकार करने का आरोप लगाया है। जो वर्तमान में कहीं अन्य जगह शादी करने की तैयारी में है।
उक्त मामले की तफ्तीश के तहत उक्त आरोपी सिपाही की गिरफ्तारी हेतुु सुबह आठ बजे ही झारखंड पुलिस क्षेत्रीय पुलिस के सहयोग से गांव में पहुंच गई। इस दौरान उक्त सिपाही ने झारखंड पुलिस पर ही परिजनों संग पथराव करा दिया। जिससे गांव में स्थिति तनावपूर्ण हो गई। बाद में स्थानीय थाना पुलिस की सूचना पर बलिया एसपी देवेंद्रनाथ के हस्तक्षेप व परिजनों से वार्ता के बाद आरोपी सिपाही को गड़वार इंस्पेक्टर अनिल चंद्र तिवारी की मदद दसे रांची मेसरा बीआईटी इंस्पेक्टर अमित कुमार बेसरा ने संयुक्त छापामारी में पकड़़ लिया और साथ लेते गई। मामले की पुष्टि करते हुए गड़वार थाना प्रभारी अनिलचंद्र तिवारी ने बताया कि रांची पुलिस संग थाने की पुलिस चिलकहर में आरोपी झारखंड सिपाही फिरोज उर्फ मुन्ना को पकड़ने गयी थी। जहां कुछ लोगों ने पुलिस का विरोध किया। हालांकि पुलिस ने गांव में गिरफ्तारी के दौरान पथराव किए जाने की घटना से सीधे इंकार किया।