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यूक्रेनी महिला सांसद की भारत से भावुक अपील, कहा- लोकतांत्रिक देशों का समर्थन करें

फ्रांस ने अपने नागरिकों को रूस, बेलारूस छोड़ने को कहा

कीव । देश को संकट से बचाने के लिए यूक्रेनी सांसद इन्ना सोवसुन ने भारत से भावुक अपील करते हुए कहा कि विश्व के सबसे महान और सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में भारत को लोकतांत्रिक राज्यों का समर्थन करना चाहिए। मेरा मानना है कि सभी लोकतांत्रिक देशों को अपने मूल्यों के लिए खड़ा होना चाहिए। यूक्रेन के कई शहरों में रूस के तेज होते हमलों के बीच वहां के सांसदों और आम नागरिकों ने भी रूसी सैनिकों से मुकाबला करने के लिए बंदूकें उठा ली हैं। राजधानी कीव से आ रहे कई वीडियो में लोग सड़कों पर बंदूक लेकर टहलते हुए देखे जा रहे हैं।

महिला सांसद कीरा रूडिक ने उठाई बंदूकरूसी सेना से मुकाबला करने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने लोगों से अपील की है। जेलेंस्की की अपील के बाद एक महिला सांसद कीरा रूडिक ने बंदुक तक उठा ली। बंदूक उठाने वाली उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस ने रविवार को कहा कि उसने नागरिक उपयोगकर्ताओं के लिए यूक्रेनी हवाई क्षेत्र को बंद करने के कारण अपनी नियमित और चार्टर उड़ानों के निलंबन को 23 मार्च तक बढ़ा दिया है। रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने हवाई अड्डों और अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को बर्बाद करने के बाद देश की सबसे बड़ी एयरलाइन ने 24 फरवरी को परिचालन सेवाएं बंद कर दीं थी। राजधानी कीव में सरकार को मार्शल ला लागू करने और अपने आसमान को बंद करने के लिए प्रेरित किया गया था।

विश्व युद्ध का खतरा, बेलारूस के सैनिक भी यूक्रेन के खिलाफ लड़ेंगे युद्ध

कीव । यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद अब विश्व युद्ध का खतरा बढ़ता जा रहा है। दरअसल अभी तक यूक्रेन के खिलाफ सिर्फ रूसी सेनाएं हमलावर थीं, अब बेलारूस भी अपने सैनिकों को यूक्रेन की जंग में उतारने जा रहे है। एक ही देश पर एक से अधिक देश के हमले के बाद यदि यूक्रेन के समर्थन में किसी अन्य देश ने हमला किया तो स्थितियां विश्व युद्ध की बन सकती है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद से अभी तक अमेरिका व नाटो के सदस्य देश यूक्रेन की मदद का दावा तो कर रहे थे, किन्तु सीधे अपनी सेनाएं उतारने से परहेज कर रहे थे। इस कारण यह युद्ध अभी तक दो देशों, रूस और यूक्रेन के बीच ही चल रहा था। अब बेलारूस के सैनिकों के मैदान-ए-जंग में उतरने की संभावना के बाद स्थितियां बदलती नजर आ रही हैं।

हालांकि बेलारूस पहले भी खुलकर रूस के पक्ष में और यूक्रेन सहित रूस विरोधी यूरोपीय देशों के विरोध में बयान दे चुका है। अब यूक्रेन पर रूस के हमले के समर्थन में भी बेलारूस खुलकर उतर आया है। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि रूस के समर्थन में बेलारूस भी अपने सैनिकों को यूक्रेन की जंग में उतारने जा रहा है। वह सोमवार से ही सैनिकों को यूक्रेन में भेजना शुरू कर देगा। यूरोपीय यूनियन भी यूक्रेन को 450 मिलयन यूरो कीमत के हथियार देने पर राजी हो गया है। इन हथियारों की आपूर्ति जल्द ही कर दी जाएगी।

रूस से देश की रक्षा के लिए वापस लौट रहे यूक्रेनी नागरिक

कीव । यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद जब अमेरिका और नाटो के देश भी जब सीधी लड़ाई में साथ नहीं देने के बावजूद यूक्रेनी सेना अकेले संघर्ष कर रही है। ऐसे में जहां हजारों लोग देश छोड़ रहे हैं, वहीं कुछ यूक्रेनी पुरुष और महिलाएं अपने देश व मातृभूमि की रक्षा के लिए यूरोप से वापिस लौट रहे हैं। दक्षिणपूर्वी पोलैंड के मेदिका सीमा चौकी पर ऐसे कई नागरिक रविवार तड़के यूक्रेन में प्रवेश करने के लिए कतार में खड़े दिखे। अब तक 22 हजार यूक्रेनी रूस के खिलाफ हथियार उठाने को स्वदेश लौटे चुके हैं।

यूक्रेन में प्रवेश करने के लिए चौकी पर यूक्रेन के करीब 20 ट्रक खड़े हैं। इन लोगों में से एक शख्स ने कहा, हमें अपनी मातृभूमि की रक्षा करनी है। अगर हम नहीं करेंगे तो और कौन करेगा। हम सभी यूरोप से यूक्रेन लौटे हैं। 30 साल की एक महिला ने कहा, मुझे डर है। मैं एक मां हूं और अपने बच्चों के साथ रहना चाहती हूं। यह खतरे से भरा है लेकिन मुझे लौटना होगा। अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा कि अगर रूस यूक्रेन पर आक्रमण करता है, तो कम से कम 50 लाख विस्थापित हो सकते हैं।

विश्व निकाय में अमेरिका की राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड ने कहा कि अगर रूस हमले का रास्ता अपनाता है हमारे अनुमान के अनुसार, एक नया शरणार्थी संकट पैदा कर सकता है, जो दुनिया का आज तक का सबसे बड़ा विस्थापन होगा। उन्होंने कहा कि सभी को मिलकर इस संकट के समाधान का कूटनीतिक हल निकालने का प्रयास करना होगा। यूक्रेन ने रविवार को दावा किया कि रूसी सेना ने कीव में परमाणु कचरे को निशाना बनाया, सेना ने यहां मिसाइल से हमला किया। आशंका जताई जा रही है कि इससे वहां रेडिएशन का खतरा बढ़ सकता है। यूक्रेन का कहना है कि चेनोर्बिल परमाणु संयंत्र पर रूसी सेना द्वारा कब्जा किए जाने के बाद उसकी सैन्य गतिविधियां भी बढ़ी हैं और इससे भी रेडिएशन का स्तर बढ़ने की आशंका है। यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा नियामक ने कहा कि चेनोर्बिल परमाणु संयंत्र के आसपास के क्षेत्र में सामान्य से अधिक गामा विकिरण स्तर का पता चला है।

पुतिन का परमाणु रोधी बलों को अलर्ट पर रखने का आदेश गैर जिम्मेदारानाः नाटो प्रमुख

मास्को, 27 फरवरी (हि.स.)। रूस के परमाणु रोधी बलों को अलर्ट पर रहने के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश देने वाले बयान को नाटो ने गैर जिम्मेदाराना बताया है। जाहिर है कि रूस और पश्चिम के देशों के कदम शांति की ओर नहीं बढ़े तो नौबत परमाणु युद्ध तक भी पहुंच सकती है। हालांकि सुलह समझौते की कोशिशें भी तेज हो गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने रविवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ हुई एक बैठक में रक्षा मंत्री और मिलिट्री जनरल स्टाफ के प्रमुख को आदेश दिया कि परमाणु रोधी बलों को युद्ध के लिए तैयार रखा जाए। इस बैठक में पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि नाटो के प्रमुख सदस्य देशों ने ‘आक्रामक बयान’ दिए हैं। उधर, नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परमाणु चेतावनी को ‘खतरनाक’ और ‘गैर-जिम्मेदार’ बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक नाटो प्रमुख ने कहा है कि यह खतरनाक बयानबाजी है। यह एक गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार है। यह स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है।

इजरायल ने की मध्यस्थता की पेशकश

एक रिपोर्ट के मुताबिक इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध की मध्यस्थता की पेशकश की है। क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के मुताबिक बेनेट ने रविवार को फोन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से कहा कि इजराइल मध्यस्थ की भूमिका निभाने को तैयार है। हालांकि रूस की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि पुतिन ने उनकी पेशकश स्वीकार की है या नहीं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का भी कहना है कि वह शांतिवार्ता के लिए तैयार हैं।(हि.स.)

फ्रांस ने अपने नागरिकों को रूस, बेलारूस छोड़ने को कहा

पेरिस : रूस के लिए यूरोपीय संघ का हवाई क्षेत्र बंद होने के बाद फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने रविवार को अपने नागरिकों को तुरंत रूस छोड़ने के लिए कहा।मंत्रालय ने बयान में कहा,”रूस और यूरोप के बीच हवाई मार्गों पर बढ़ते प्रतिबंधों के कारण, आपलोगों (फ्रांसीसी नागरिक) को सलाह दी जाती है कि रूस में वर्तमान में मौजूद विमान सेवा से बिना देरी किए देश छोड़ने की व्यवस्था करें।”मंत्रालय के अनुसार, यूरोपीय संघ द्वारा रूस के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने का फैसला करने के बाद एयर फ्रांस सहित विभिन्न यूरोपीय कंपनियों ने रूस में उड़ानों को बंद कर दिया है।वहीं, मंत्रालय ने एक अन्य नोटिस में तुरंत बेलारूस छोड़ने के लिए कहा है।मंत्रालय ने कहा,”बेलारूस में फ्रांसीसी नागरिकों को लिथुआनिया, पोलैंड या लातविया होते हुए सड़क मार्ग से बिना देरी किए देश छोड़ने के लिए आग्रह किया जाता है।”उल्लेखनीय है कि यूरोपीय संंघ के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने रविवार को घोषणा की कि गुरुवार तड़के से यूक्रेन में रूस के “विशेष सैन्य अभियान” के जवाब में यूरोपीय संघ रूसी विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर देगा।

ऑस्ट्रेलिया ने रूस पर लगाए नए प्रतिबंध

कैनबरा : ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने सोमवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया रूस पर नए प्रतिबंध लगाने जा रहा है और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तथा रूसी सुरक्षा परिषद के सदस्यों पर भी प्रतिबंध लगा रहा है।प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा,’पिछली रात से ऑस्ट्रेलिया, रूस के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंध और यात्रा प्रतिबंध लागू किया, यात्रा प्रतिबंध रूसी राष्ट्रपति और रूस की सुरक्षा परिषद के शेष स्थायी सदस्यों पर लागू होगा।’उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने हाल ही में स्विफ्ट से कुछ रूसी बैंकों को अलग किया है।प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा,”ऑस्ट्रेलिया रूस पर और आर्थिक प्रतिबंध लगाने के लिए सहयोगियों और समान विचारधारा वाले देशों के साथ काम करना जारी रखेगा।”

ब्राज़ील नहीं लगाएगा रूस पर प्रतिबंध

ब्रासीलिया : ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो ने सोमवार को रूस पर प्रतिबंध लगाने से इनकार करते हुए कहा कि वे यूक्रेन पर निष्पक्ष रुख अपनाएंगे।श्री बोल्सोनारो ने कहा कि ब्राजील रूसी उर्वरक पर निर्भर है और मॉस्को के खिलाफ प्रतिबंध लगाने से ब्राजील में कृषि को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है। उन्होंने कहा कि वह शांति के समर्थन में हैं लेकिन ब्राजील में और समस्याएं नहीं पैदा करना चाहते हैं।

रूस पर प्रतिबंध की कीमत चुकानी पड़ेगीः यूरोपीय संघ

ब्रसेल्स : यूरोपीय संघ के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने सहमति व्यक्त की है कि यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों की कीमत चुकानी पड़ेगी।एक टीवी साक्षात्कार के दौरान अध्यक्ष वॉन डेर लेयेन ने कहा,’हम जानते हैं कि हर युद्ध की कीमत चुकानी पड़ती है।’यूरोपीय संघ के अध्यक्ष के अनुसार, यूरोप यूक्रेन का समर्थन करता रहेगा और यूक्रेन के शरणार्थियों को यूरोपीय संघ में रहने के लिए स्थान दिया जाएगा।उन्होंने कहा,”हम विभिन्न विकल्पों के लिए हफ्तों से तैयारी कर रहे हैं और निश्चित रूप से इन शरणार्थियों का स्वागत करेंगे।’यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने रविवार को कीव में सुरक्षा बलों को 45 करोड़ यूरो (500 मिलियन डॉलर) मूल्य के हथियारों की आपूर्ति करने पर सहमति व्यक्त की। इसके साथ ही अन्य मदद भी दी जा रही है।

रूस पर आर्थिक पाबंदी का असरःरूसी कंपनी रोजनेफ्ट से जुदा हुई बीपी

लंदन/नयी दिल्ली : ब्रिटेन की तेल कंपनी बीपी रूसी पेट्रोलियम कंपनी रोसनेफ्ट से अपनी 20 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाहर निकल जाएगी। बीपी के निदेशक तत्काल प्रभाव से रोसनेफ्ट के बोर्ड से इस्तीफा दे देंगे।बीपी बोर्ड ने रविवार (27 फरवरी) को घोषणा की कि कंपनी रोसनेफ्ट से अपनी 19.75 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ बाहर निकल जाएगी, जो 2013 से उसके पास है।

रूसी अंतरिक्ष सुविधाएं, सैटेलाइट साइबर हमले से सुरक्षित: रोस्कोस्मोस

मॉस्को : रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने रविवार को कहा कि रूसी अंतरिक्ष क्षेत्र, सैटेलाइट और अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) साइबर अपराधियों से पूरी तरह सुरक्षित हैं।रोस्कोस्मोस का आधिकारिक वेब पेज कई दिनों से कई डीडीओएस साइबर हमलों को झेल रहा है।

बुखारेस्ट से भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंची पांचवीं ऑपरेशन गंगा उड़ान

नयी दिल्ली : युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत सोमवार को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से 249 भारतीयों को लेकर पांचवां विमान यहां पहुंचा।विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट कर कहा, ‘भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।’विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने रविवार को कहा था कि 1,000 भारतीय नागरिकों को रोमानिया और हंगरी के रास्ते बाहर निकाला गया और अन्य 1,000 नागरिकों को यूक्रेन से सड़क मार्ग से निकाला जा रहा है।(वार्ता)

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