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Ukraine-Russia War : रूस ने यूक्रेन पर किया हमला ,कई शहरों में धमाका,300 लोगों के मारे जाने का दावा

यूक्रेन रूस से बातचीत के लिए तैयार : जेलेन्सकी.भारत ने की रूस-यूक्रेन से तनाव कम करने की संरा में अपील

यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य स्थानों पर गुरुवार की सुबह कई धमाके हुए। गुरुवार को मीडिया रिपाेर्ट में इसकी सूचना दी गई। यूक्रेनियन इंडिपेंडेंट इनफार्मेशन एजेंसी के मुताबिक कीव में स्थानीय समयानुसार सुबह 05.00 बजे धमाके हुए। वहीं डोनेट्स्क के क्रामटोरस्क में कम से कम चार धमाके हुए। इसके अलावा, ओडेसा, खारकिव, बर्डियांस्क, बोरिस्पिल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास भी धमाकों की आवाजें सुनाई दीं।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक कीव शहर के मध्य में स्थित स्थित सेंट माइकल कैथेड्रल के पास रिपोर्टिंग कर रहे एक रिपोर्टर को विस्फोट के कारण अपना काम बीच में ही रोक देना पड़ा।रूस की सेना ने बताया है कि उन्होंने यूक्रेन के सैन्य और हवाई अड्डों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया है। वहीं, दूसरी तरफ यूक्रेन ने कहा कि वह हार नहीं मानेगा। पीठ नहीं दिखाएगा ।संयुक्त राष्ट्र की आपात बैठक में यूक्रेन के प्रतिनिधि ने रूस के प्रतिनिधि से कहा, ‘रूसी राष्ट्रपति ने जंग का ऐलान किया है। इसे रोकना इस संगठन की जिम्मेदारी है। मैं सभी से युद्ध को रोकने का आह्वान करता हूं।’

यूक्रेन में लागू हुआ आपातकाल

रूस के साथ बढ़ते तनाव के बीच यूक्रेन के सांसदों ने 24 फरवरी से देशव्यापी आपातकाल लगाने के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। संसद की प्रेस सेवा ने इसकी जानकारी दी।यह आपातकाल गुरुवार से शुरू होकर 30 दिन तक लागू रहेगा, हालांकि यह संघर्ष प्रभावित क्षेत्र लुहान्स्क और डोनेट्स्क में प्रभावी नहीं होगा। यूक्रेनी क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति लागू करने के इस कानून को 450 सीटों वाली संसद में 335 सांसदों ने समर्थन दिया।यहां डोनेट्स्क और लुहान्स्क में फिल्हाल संयुक्त सेना अभियान चल रहा है। यहां विशेष कानून व्यवस्था पहले से ही प्रभावी है।

इंटरफैक्स-यूक्रेन समाचार एजेंसी के अनुसार, यूक्रेन के 22 क्षेत्रों में आपातकाल लागू करने का मकसद सामूहिक बैठकों, विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगाना, संबंधित अधिकारियों को सूचित किए बिना सैनिकों को निवास बदलने से रोकना और ऐसी गलत सूचनाओं के प्रसार पर राेक लगाना है जिनसे देश में अस्थिरता पैदा होने की संभावना है।इस दौरान लोगों और वाहनों की आवाजाही पर भी प्रतिबंध रहेगा और अगर जरूरत पड़ी तो कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है। इस दौरान लोगों को उन जगहों से निकालना जारी रहेगा, जहां उनके खतरे की आशंका है।यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा परिषद ने यूक्रेन की सीमाओं के पास रूसी सैनिकों की भारी तैनाती को देखते हुए संसद को देश भर में आपातकाल की स्थिति लागू का प्रस्ताव दिया था।

यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने डोनेट्स्क पर दागे गोले

यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने डोनेट्स्क के बाहरी इलाके में गोलाबारी की, जिसमें मिन्स्क समझौतों द्वारा निषिद्ध 10 गोले भी शामिल रहे। युद्धविराम के नियंत्रण और समन्वय के लिए संयुक्त केंद्र (जेसीसीसी) में डोनेट्स्क पीपल्स रिपब्लिक (डीपीआर) के प्रतिनिधि कार्यालय ने अपने एक बयान में इसकी जानकारी दी।प्रतिनिधि कार्यालय ने टेलीग्राम पर कहा, ‘120-मिमी कैलिबर के 10 गोले दागे गए।’

पुतिन ने डोनबास में सैन्य अभियान की घोषणा की

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को डोनबास क्षेत्र में विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की।पुतिन ने कहा, “परिस्थितियां हमें निर्णायक और तत्काल कार्रवाई करने के लिए मजबूर करती हैं। डोनबास के जनवादी गणराज्यों ने रूस से सहायता मांगी है। इस संबंध में, संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51, भाग 7 के अनुसार, फेडरेशन काउंसिल और फेडरल असेंबली की मंजूरी के साथ मैंने डीपीआर और एलपीआर के साथ मैत्री और पारस्परिक सहायता संधियों के अनुसरण में एक विशेष सैन्य अभियान के संचालन का फैसला किया है।”

यूक्रेन पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं : पुतिन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को डोनबास में विशेष सैन्य अभियान की घोषणा के बाद कहा कि रूस की यूक्रेन पर कब्जा करने की कोई योजना नहीं है।पुतिन ने एक संबोधन में कहा, “यूक्रेनी क्षेत्रों पर कब्जा करने की हमारी कोई योजना नहीं है।”

यूक्रेन रूस से बातचीत के लिए तैयार : जेलेन्सकी

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेन्सकी ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन सभी प्रारूपों और किसी भी मंच पर रूस के साथ बातचीत के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि युद्ध से दोनों ही पक्षों को भीषण नुकसान होगा।अपने टेलीग्राम चैनल पर पोस्ट किये गए एक संदेश में जेलेन्सकी ने कहा, “आज हम किसी भी रक्षा गठबंधन से बाहर हैं। यूक्रेन की सुरक्षा हमारे पड़ोसियों की सुरक्षा से जुड़ी हुई है, इसलिए आज हमें पूरे यूरोप की सुरक्षा के बारे में बात करनी चाहिए। हमारा मुख्य लक्ष्य यूक्रेन में शांति और हमारे नागरिकों की सुरक्षा है।

उस तक पहुंचने के लिए, हम आपके (रूस) साथ विभिन्न प्रारूपों और किसी भी मंच पर बात करने के लिए तैयार हैं। एक युद्ध से सभी सुरक्षा गारंटी से वंचित रह जाएंगे।”राष्ट्रपति जेलेन्सकी ने कहा कि उनका देश युद्ध नहीं चाहता: न तो शीत, न ही “गर्म” और न ही हाइब्रिड।उन्होंने कहा, “हम ठीक से जानते हैं: हम युद्ध नहीं चाहते हैं: न तो शीत, न ही ‘गर्म’ और न ही हाइब्रिड। लेकिन अगर हम पर आक्रमण होता है, अगर कोई हमारे देश पर कब्जा जमाने की कोशिश करता है, हमारी आजादी हमसे छीनता है, हमारी और हमारे बच्चों की जिंदगी से खेलता है, तो हम इसे जरूर रोकेंगे।”

यूक्रेन में घटनाक्रमों पर नजर बनाए हुए हैं बिडेन

रूस की ओर से यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई किये जाने की घोषणा के मद्देनजर अमेरिका वहां के घटनाक्रमों पर नजर रखे हुए है।अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के डोनबास पर सैन्य कार्रवाई की घोषणा के बाद राष्ट्रपति जो बिडेन यूक्रेन की स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं।सुश्री साकी ने टि्वटर पर कहा, “ श्री बिडेन यूक्रेन के घटनाक्रमों पर ध्यान रखे हुए हैं तथा वह इस संबंध में अपने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से लगातार अपडेट भी ले रहे हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक से पहले संयुक्त राष्ट्र के अपने राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड के साथ भी बात की है।”उल्लेखनीय है कि श्री पुतिन ने गुरुवार को डोनबास में सैन्य अभियान शुरू करने घोषणा की है।

यूक्रेनी शासन से लोगों को बचाने के लिए है रूस का अभियान : नेबेंजिया

संयुक्त राष्ट्र में रूस के स्थाई प्रतिनिधि वासिली नेबेंजिया ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से घोषित यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में सैन्य अभियान का उद्देश्य यूक्रेनी शासन से वहां के पीड़ितों लोगों को बचाना है।श्री नेबेंजिया ने बुधवार की रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में यह बात कही।उन्होंने कहा , “ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपना पक्ष रखा और उन्होंने डोनबास में एक विशेष सैन्य अभियान का निर्णय लिया। अभियान का उद्देश्य उन लोगों की रक्षा करना है, जो आठ सालों से यूक्रेनी शासन की प्रताड़ना से त्रस्त हैं।”न्यूज़ सोर्स वार्ता

युद्ध के संकट से यूक्रेन की अर्थव्यवस्था हुई प्रभावित, निवेश भी अटका

युद्ध की आशंका से एक ओर यूक्रेन की अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई है, वहीं राजधानी कीव स्थित विभिन्न देशों के दूतावास बंद होने से निवेश पर बुरा असर पड़ा है। यूक्रेन से विदेशी नागरिक अपने देश लौट रहे हैं। भारत समेत कई देश अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने की सलाह दे रहे हैं। बीते कुछ हफ्तों में ही यूक्रेन में करोड़ों डालर का निवेश फंस चुका है। इन सब की वजह कुछ और नहीं, बल्कि रूसी ‘हाइब्रिड युद्ध’ है, जिसके कारण यूक्रेन की अर्थव्यवस्था तेजी से कमजोर पड़ने लगी है। दबाव बनाने के लिए रूसी सैनिकों ने यूक्रेन को तीन तरफ से घेर रखा है। ऐसे में यूक्रेन के बड़े और छोटे कारोबारी पसोपेश में हैं।

बंदरगाहों का संचालन करने वाली कंपनी टीआइएस ग्रुप के सीईओ आंद्रे स्टैवनित्जर ने कहा, ‘ऐसा क्यों है कि हम युद्ध के पहले ही उसका परिमाण भुगत रहे हैं । यूक्रेन की अर्थव्यवस्था में अस्थिरता वह सबसे बड़ा पहलू है, जिसके जरिये रूस उसे खोखला करने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा यूक्रेन साइबर हमलों, रूस प्रायोजित अलगाववादी आंदोलनों व सीमाओं पर तैनात करीब डेढ़ लाख रूसी सैनिकों के दबाव का भी सामना कर रहा है।आर्थिक संकट का एक पहलू यह भी है कि देश के रेस्त्रांओं के पास चंद दिनों का भोजन बचा है और कामगारों की भी कमी होने लगी है। हाइड्रोजन उत्पादन योजना भी रुक गई है, जो यूरोप को रूसी गैस की निर्भरता से मुक्ति दिला सकती थी।(हि.स.)

300 लोगों के मारे जाने का दावा

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद यूक्रेन में मार्शल लॉ लगा दिया गया है। रूस द्वारा मिसाइलें दागे जाने के बाद राजधानी कीव का प्रमुख हवाई अड्डा भी खाली करा लिया गया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के युद्ध के एलान के बाद यूक्रेन ने भी कहा है कि वह अपना बचाव करेगा और जीतेगा भी। यूक्रेन ने अब तक 300 लोगों के मारे जाने का दावा किया है।रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन द्वारा यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का एलान और रूसी सेनाओं द्वारा यूक्रेन पर हमले की शुरुआत के बाद यूक्रेन ने भी शांत न बैठने की बात कही है। रूसी हमले के बीच यूक्रेन में ‘मार्शल’ लॉ का एलान कर दिया गया है। वहीं एहतियातन कीव एयरपोर्ट को खाली करा लिया गया है।

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा है कि यूक्रेन अपना बचाव करेगा और जीतेगा। पुतिन ने अभी-अभी यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई शुरू की है। यूक्रेन के शहरों पर हमले हो रहे हैं। यह आक्रामकता का युद्ध है। दुनिया पुतिन को रोक सकती है और उसे ऐसा करना भी चाहिए। अब कार्रवाई करने का समय है।यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी हमले के बाद अमेरिका, फ्रांस और तुर्की के राष्ट्रपतियों से बातचीत की है। रूस की ओर से हमला किए जाने के बाद यूक्रेन ने दावा किया है कि रूसी हमले में अब तक 300 लोग मारे गए हैं। उसके सभी सैन्य ढांचे तबाह कर दिए गए हैं। यूक्रेन की सेना ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि देश की नौसेना को बड़ा नुकसान हुआ है। भारी रॉकेट हमले की वजह से कीव और खार्किव में यूक्रेनी सैन्य कमांड पोस्ट तबाह हो गई है।(हि.स.)

भारत ने की रूस-यूक्रेन से तनाव कम करने की संरा में अपील

यूक्रेन के डोनबास क्षेत्र में रूस के विशेष सैन्य कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा के बाद भारत ने गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस और यूक्रेन से तत्काल युद्ध की तीव्रता को कम करने और ऐसे किसी भी कदम से बचने की अपील की है जिससे स्थिति बद्तर हो सकती है।संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने सुरक्षा परिषद की एक आपातकालीन बैठक को संबोधित करते हुए रूस और यूक्रेन में घटनाक्रमों पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि यदि स्थिति को संभाला न गया तो क्षेत्र की शांति और सुरक्षा नष्ट हो सकती है। उन्होंने कहा कि जब दो दिन पहले सुरक्षा परिषद की बैठक हुई थी तब भारत ने तनाव को तत्काल कम करने का आह्वान किया था और स्थिति से संबंधित सभी मुद्दों को हल करने के लिए निरंतर और केंद्रित कूटनीति पर जोर दिया था।

श्री तिरुमूर्ति ने कहा, “ हम खेद के साथ कहना चाहते हैं कि तनाव को कम करने के लिए सभी पक्षों द्वारा की गई हालिया पहलों को समय देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के आह्वान पर ध्यान नहीं दिया गया। भारत ने सभी पक्षों से अलग-अलग हितों को पाटने के लिए अधिक से अधिक प्रयास करने का भी आह्वान किया। सभी पक्षों के वैध सुरक्षा हितों को पूरी तरह से ध्यान में रखा जाना चाहिए।” उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय कानून और संबंधित पक्षों द्वारा किए गए समझौतों के अनुसार विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने कहा कि छात्रों सहित 20,000 से अधिक भारतीय नागरिक सीमावर्ती क्षेत्रों सहित यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों में स्थित हैं। भारत आवश्यकतानुसार भारतीय छात्रों सहित सभी भारतीय नागरिकों की वापसी की सुविधा प्रदान कर रहा है।

श्री तिरुमूर्ति ने कहा कि समाधान संबंधित पक्षों के बीच निरंतर राजनयिक बातचीत से ही संभव है। उन्होंने कहा, “ हम अत्यधिक संयम बरतते हुए सभी पक्षों के लिए अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की महत्वपूर्ण आवश्यकता पर जोर देते हैं।”यूएनएससी की दूसरी आपात बैठक तब हुई जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस पूर्वी यूक्रेन में एक सैन्य अभियान शुरू करेगा। टीवी पर प्रसारित अपने संबोधन में श्री पुतिन ने कहा कि यह कार्रवाई यूक्रेन से आने वाली धमकियों के जवाब में की गई है। उन्होंने अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में हस्तक्षेप करने के किसी भी प्रयास के परिणाम उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे।

नाटो की कार्रवाई अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के नियमों के विपरीत: पुतिन

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरुवार को कहा कि उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) की कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांतों के विपरीत है।श्री पुतिन ने टेलीविजन पर अपने संबोधन में कहा, “ आपने अकसर सुना होगा कि राजनीति एक मलिन व्यवसाय है। शायद है, लेकिन उतना भी नहीं और उस हद तक नहीं। आखिरकार नाटो का इस तरह का रूख अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के सिद्धांतों के विपरीत है।”

यूक्रेन के लिए एयर इंडिया की उड़ान वापस बुलायी गयी

रूस के यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई की घोषणा के मद्देनजर वहां फंसे हुए भारतीय छात्रों को लाने के लिए एयर इंडिया की विशेष उड़ान को यूक्रेन द्वारा नागरिक उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र बंद कर दिये जाने के कारण वापस बुला लिया गया है।एयर इंडिया के एक अधिकारी ने कहा, “यूक्रेन की उड़ान एआई1947 को वापस बुला लिया गया। दिल्ली लौट रहा है।” उन्होंने बताया कि उड़ान ने आज सुबह करीब साढ़े सात बजे भारतीयों विशेषकर यूक्रेन के छात्रों को वापस लाने के लिए उड़ान भरी थी।एयर इंडिया ने रूस और यूक्रेन के बीच सैन्य टकराव के मद्देनजर भारतीयों को वापस लाने के लिए यूक्रेन के लिए तीन विशेष उड़ानें संचालित करने की घोषणा की थी।इस बीच, 182 भारतीयों के साथ एक यूक्रेनी इंटरनेशनल एयरलाइन (यूआईए) की विशेष उड़ान गुरुवार को यूक्रेन से दिल्ली में उतरी।बताया गया है कि अभी भी कई हजार भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और उनकी वापसी की प्रतीक्षा की जा रही है।

यूक्रेन का पांच रूसी फाइटर जेट उड़ाने का दावा, बेलारूस ने भी किया हमला

कीव। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अब बेलारूस ने भी यूक्रेन पर हमला बोल दिया है। हमले की चपेट में यूक्रेन के 11 शहर आए हैं। जवाबी कार्रवाई में यूक्रेन ने रूस के पांच फाइटर जेट उड़ाने का दावा किया है।संयुक्त राष्ट्र संघ, नाटो व अमेरिका सहित पश्चिमी देशों की तमाम कोशिशों के बावजूद रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया है। रूस का मित्र बेलारूस भी इस मसले पर खुलकर उसके साथ दिख रहा है। रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव, खार्किव, मोलदोवा, चिसिनाव सहित 11 शहरों पर बैलेस्टिक मिसाइलें दाग कर लगभग समूचे यूक्रेन को हमले की परिधि में ला दिया है। जो हिस्सा बचा था, उस पर बेलारूस ने हमला कर दिया है। बेलारूस ने खेरसन एयरपोर्ट पर हमला किया है। वहां पर आग की ऊंची-ऊंची लपटें देखी गयीं। सभी प्रमुख शहरों में तेज धमाके गूंज रहे हैं।

यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। यूक्रेन की सेना की ओर से दावा किया गया है कि उसने रूस के पांच फाइटर जेट को मार गिराया है। इनमें से एक को राजधानी कीव पर हमला करने की कोशिश के दौरान मार गिराया गया। सेना का दावा है कि इन पांच फाइटर जेट के साथ एक हेलिकॉप्टर भी मार गिराया गया। इस बीच रूस की ओर से दावा किया गया है कि यूक्रेनी नेशनल गार्ड के मुख्यालय को नष्ट कर दिया गया है। यूक्रेनी सेना में बहुत अधिक लोगों के हताहत होने की बात भी कही गयी है।(हि.स.)

रूस का यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन: नाटो

रूस का यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के बाद नाटो के महासचिव जेंस स्टोल्टेनबर्ग ने रुस पर आरोप लगाया कि उसने डोनबस पर हमला कर अंतरराष्ट्रीय नियमों का उलंघन किया है।”नाटो महासचिव ने ट्विटर पर कहा , “ मैं यूक्रेन पर रूस के हमले की कड़ी निंदा करता हूं। इस हमले से वहां के अनगिनत नागरिकों की जान खतरे में है। यह अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंधन है तथा नाटो के लिए गंभीर खतरा है। यूक्रेन पर रूस के हमले को देखते हुए नाटो सदस्य की बैठक होगी।”

संयुक्त राष्ट्र ने की पुतिन से शांति की अपील, यूक्रेन के मित्र देश कर रहे जवाब की तैयारी

रूस के हमले के बाद से यूक्रेन की राजधानी कीव से लोगों का पलायन तेज हो गया है। कीव पर धुएं के बादल देखे जा रहे हैं। इस बीच भारतीय दूतावास ने भी यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है। यूक्रेनियन एयरलाइंस का एक विमान 182 भारतीय नागरिकों के साथ यूक्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। मिसाइल हमलों के बाद रूस के टैंक भी यूक्रेन में घुस चुके हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन द्वारा यूक्रेन पर हमले की घोषणा के बाद हुई ताबड़तोड़ बमबारी से यूक्रेन की राजधानी कीव दहल गयी है। वहां बम धमाकों से धुएं के बादल देखे जा रहे हैं। रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के एयरबेस और एयर डिफेंस तबाह कर दिए हैं। यूक्रेन के इवानो में रूसी हमले अभी भी जारी हैं। इन हमलों के बीच कीव में सायरन बजा और लोग इधर-उधर भागने लगे। कीव छोड़कर जाने के चक्कर में एक्सप्रेस वे कारों की लंबी कतारें देखी गयीं। इस बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास की ओर से वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की गयी है।

एडवाइजरी में कहा गया है कि यूक्रेन की स्थिति काफी अनिश्चितता भरी है। ऐसे में जो लोग जहां हैं, वहीं बने रहें। नागरिकों से शांत रहने की अपील करते हुए कहा गया है कि वे जहां भी हैं, सुरक्षित रहें। जो लोग यूक्रेन की राजधानी कीव की यात्रा कर रहे हैं या वे लोग जो पश्चिमी कीव की ओर से आ रहे हैं, उन्हें सलाह दी गयी है कि वे उसी शहर को वापस लौट जाएं, जहां वे रह रहे हैं।

भारतीय दूतावास ने कहा है कि नागरिकों के लिए आगे भी सूचना व सलाह जारी करने का काम किया जाएगा। इस बीच यूक्रेनियन एयरलाइंस का एक विमान 182 भारतीय नागरिकों के साथ यूक्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। दो दिन पहले एयर इंडिया का एक विमान 242 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से दिल्ली ले कर पहुंचा था। फिलहाल यूक्रेन का एयरस्पेस बंद हो गया है। ऐसे में वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए दूसरे रास्ते तलाशे जा रहे हैं। यूक्रेन में रूसी बोलने वाले कुछ अतिरिक्त अधिकारी भेजे गए हैं। इनकी तैनाती यूक्रेन से सटे पड़ोसी देशों में भी होगी। फिलहाल यूक्रेन में भारत का दूतावास खुला है। (हि.स.)

ताबड़तोड़ बमबारी से यूक्रेन की राजधानी कीव दहली, तेज हुए रूसी हमले

रूस के हमले के बाद से यूक्रेन की राजधानी कीव से लोगों का पलायन तेज हो गया है। कीव पर धुएं के बादल देखे जा रहे हैं। इस बीच भारतीय दूतावास ने भी यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए एडवाइजरी जारी की है। यूक्रेनियन एयरलाइंस का एक विमान 182 भारतीय नागरिकों के साथ यूक्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। मिसाइल हमलों के बाद रूस के टैंक भी यूक्रेन में घुस चुके हैं।

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन द्वारा यूक्रेन पर हमले की घोषणा के बाद हुई ताबड़तोड़ बमबारी से यूक्रेन की राजधानी कीव दहल गयी है। वहां बम धमाकों से धुएं के बादल देखे जा रहे हैं। रूस ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन के एयरबेस और एयर डिफेंस तबाह कर दिए हैं। यूक्रेन के इवानो में रूसी हमले अभी भी जारी हैं। इन हमलों के बीच कीव में सायरन बजा और लोग इधर-उधर भागने लगे। कीव छोड़कर जाने के चक्कर में एक्सप्रेस वे कारों की लंबी कतारें देखी गयीं। इस बीच यूक्रेन में भारतीय दूतावास की ओर से वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की गयी है।

एडवाइजरी में कहा गया है कि यूक्रेन की स्थिति काफी अनिश्चितता भरी है। ऐसे में जो लोग जहां हैं, वहीं बने रहें। नागरिकों से शांत रहने की अपील करते हुए कहा गया है कि वे जहां भी हैं, सुरक्षित रहें। जो लोग यूक्रेन की राजधानी कीव की यात्रा कर रहे हैं या वे लोग जो पश्चिमी कीव की ओर से आ रहे हैं, उन्हें सलाह दी गयी है कि वे उसी शहर को वापस लौट जाएं, जहां वे रह रहे हैं।

भारतीय दूतावास ने कहा है कि नागरिकों के लिए आगे भी सूचना व सलाह जारी करने का काम किया जाएगा। इस बीच यूक्रेनियन एयरलाइंस का एक विमान 182 भारतीय नागरिकों के साथ यूक्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हुआ है। दो दिन पहले एयर इंडिया का एक विमान 242 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से दिल्ली ले कर पहुंचा था। फिलहाल यूक्रेन का एयरस्पेस बंद हो गया है। ऐसे में वहां फंसे भारतीयों को निकालने के लिए दूसरे रास्ते तलाशे जा रहे हैं। यूक्रेन में रूसी बोलने वाले कुछ अतिरिक्त अधिकारी भेजे गए हैं। इनकी तैनाती यूक्रेन से सटे पड़ोसी देशों में भी होगी। फिलहाल यूक्रेन में भारत का दूतावास खुला है।(हि.स.)

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