
मुंबई । शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाशक्ति शिवसेना को समाप्त करने का प्रयास शुरू किया है, इसके लिए प्रोफेशनल टीम लगाई गई है। महाशक्ति के पास पैसे की कमी नहीं है, बहुत पैसे कमाए हैं। इसलिए यह लड़ाई अब पैसे के विरुद्ध निष्ठा की बन गई है लेकिन शिवसेना की जड़ें गहरी हैं, इसलिए इस लड़ाई में निष्ठा ही जीतने वाली है।शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने रविवार को मुंबई के कालाचौकी इलाके में शिवसेना के नए संपर्क कार्यालय का उद्घाटन किया। इस मौके पर शिवसेना के वरिष्ठ नेता सुभाष देसाई, अरविंद सावंत, अनिल देसाई, सचिन अहीर, किशोरी पेडणेकर सहित भारी तादाद में शिवसैनिक उपस्थित थे।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाशक्ति ने शिवसेना को समाप्त करने का काम शुरू कर दिया है। इसी वजह से महाशक्ति ने शिवसेना के गद्दारों को फोड़ा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह सभी गद्दार नहीं, हरामखोर हैं। उन्होंने कहा कि सभी को अपने मां-बाप प्रिय रहते हैं। हमारे भी मां-बाप मुझे प्रिय हैं। उन्होंने कहा कि महाशक्ति सहित गद्दारों ने अब उनके मां-बाप को भी चुरा रहे हैं। अरे शिवसेना से अलग हो गए तो फिर मेरे बाप का फोटो चिपका कर वोट क्यों मांग रहे हो, अपने बाप का फोटो चिपका कर वोट मांगों।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि 2019 में ही सत्ता तथा सीएम पद का 50-50 बंटवारा तय हो गया था। उस समय लोकसभा चुनाव अच्छे से बीत गया था और उन्हें केवल एक वह विभाग दिया गया, जिसे हम मनाकर चुके थे। हमने कुछ नहीं बोला लेकिन विधानसभा चुनाव में गठबंधन में रहते हुए हमारे उम्मीदवारों को गिराने का प्रयास किया गया। उस समय अगर जो तय हुआ था, उसके अनुरूप होता तो उसी समय शिवसेना का मुख्यमंत्री बन जाता, आज भाजपा का मुख्यमंत्री रहता। जो उस समय उसकी नौबत ही नहीं आती। आज शिवसेना से विधायकों को चुराने, डकैती डालने की नौबत नहीं आती।उद्धव ठाकरे ने सभी शिवसैनिकों को शिवसेना में विश्वास जताते हुए हलफनामा भरने का निर्देश दिया है।
पूर्व विधायक चंद्रकांत रघुवंशी अपने 1200 शिवसेना कार्यकर्ताओं सहित शिंदे समूह में शामिल
नंदूरबार जिले के शिवसेना के पूर्व विधायक चंद्रकांत रघुवंशी रविवार को अपने 1200 समर्थकों सहित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के शिंदे समूह में शामिल हो गए। इससे शिवसेना को नंदूरबार सहित खानदेश में करारा झटका लगा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इन सभी का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चट्टान की तरह खड़े हैं, इसलिए महाराष्ट्र का विकास अब तेजी से होगा।
चंद्रकांत रघुवंशी ने कहा कि पिछली सरकार में सिर्फ मुख्यमंत्री शिवसेना का था जबकि शिवसैनिकों की सुनने वाला कोई नहीं था। सरकार में सिर्फ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का ही विस्तार तथा विकास हो रहा था। वर्तमान सरकार ही असली शिवसेना की सरकार है, इसी वजह से उन्होंने आज शिंदे समूह में प्रवेश लिया है।रघुवंशी ने बताया कि उनके साथ शिवसेना पार्षद, जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मंडी समिति के निदेशक, विभिन्न कार्यकारी सोसायटियों के निदेशक, नंदुरबार जिले के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता भी शिंदे समूह में शामिल हुए हैं। इन सभी ने पांच दिन पहले शिंदे समूह के समर्थन में फार्म भरा था।
शिंदे गुट में जाने की चर्चाओं पर प्रियंका चतुर्वेदी ने साधी चुप्पी
शिवसेना (शिंदे गुट) में जाने की चर्चाओं के बीच शिवसेना की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने रविवार को किसी भी प्रतिक्रिया से इनकार किया। इस मुद्दे पर उनकी चुप्पी से राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है।दरअसल, सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार देर रात को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के समर्थन में ट्विटर पर एक संदेश पोस्ट किया था। इसमें प्रियंका ने कहा था कि 18 वर्ष की उम्र के बच्चों को कानूनी ज्ञान नहीं रहता है। उन्हें यह भी नहीं पता रहता कि गैरकानूनी होटल चलाने की सजा क्या होती है।
प्रियंका का यह पोस्ट भले ही स्मृति ईरानी को समर्थन देने वाला था, लेकिन इस पर उनके नाम का जिक्र नहीं था। यह पोस्ट रविवार को राजनीतिक गलियारों में चर्चा के केंद्र में था।शिवसेना के एक नेता ने कहा कि प्रियंका कांग्रेस से शिवसेना में आई हैं। वे असली शिवसैनिक नहीं हैं, पार्टी में आते ही उन्हें राज्यसभा में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रियंका शिंदे समूह के संपर्क में हैं और बहुत जल्द शिंदे समूह में शामिल हो सकती हैं। हालांकि इस संबंध में प्रियंका की चुप्पी भी कई सवालों को जन्म दे रही है।(हि.स.)।