उल्फा के चंगुल से छूटे दो ओएनजीसी कर्मी, एक की तलाश जारी…
इसी हफ्ते किया था अपहरण, सेना और असम राइफ्ल्स ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन
गुवाहाटी । भारतीय सेना ने शुक्रवार को असम राइफल्स के साथ मिलकर शुक्रवार को रेस्क्यु ऑपरेशन चलाया। रात में हुई कार्रवाई के दौरान ऑयल एंड नेचुरल गैर कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) के दो कर्मचारियों को बचा लिया गया है। फिलहाल एक अन्य कर्मी की तलाश अभी भी जारी है। बीते हफ्ते ओएनजीसी के तीन कर्मियों का अपहरण हो गया था।
शुक्रवार को असम पुलिस ने कहा था कि यह विशेष जानकारी मिली है कि प्रतिबंधित संगठन उल्फा इस हफ्ते शिवसागर से हुए ओएनजीसी कर्मचारियों के अपहरण में शामिल है। उन्होंने जानकारी दी थी कि इस मामले में संगठन से हमदर्दी रखने वाले 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। रेस्क्यू किए गए दो कर्मचारियों की पहचान अलाकेश शाक्य और मोहिनी मोहन गोगोई के रूप में हुई है।
असम के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी के मुताबिक, तीन लोगों को एक एम्बुलेंस में ले जाया गया था। असम पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, सही सूचना है कि अपहरण उल्फा (I) ने संगठन के स्वयंभू मेजर गणेश लाहौन, पूरम लाहौन और उसके साथियों आद्यामाल असोम, मनीराम बोरगोहैण और प्रदीप गोगोई के कहने पर किया है। पुलिस ने कहा था कि कर्मचारियों को कोई नुकसान पहुंचे बगैर उन्हें सुरक्षित लाने का प्रयास किया जा रहा है।
बुधवार को हुए अपहरण के बाद से बचाव अभियान की समीक्षा के लिए शिवसागर में मौजूद असम पुलिस के विशेष महानिदेशक जीपी सिंह ने बताया था कि ओएनजीसी के तीन कर्मचारियों को ले जाने के लिए एम्बुलेंस का उपयोग किया गया था। गिरफ्तार किए गए 14 लोगों ने कथित रूप से प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से उल्फा की मदद की है।
कहा जा रहा है कि नागालैंड पुलिस और क्षेत्र में स्थित सेना और पैरामिलिट्री बेस को अलर्ट कर दिया है. बीते चार महीनों में उल्फा की तरफ से यह अपहरण की दूसरी घटना है। क्विप्पो ऑयल एंड गैस इंफ्रास्ट्रक्चर के दो कर्मचारियों को अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग जिले में स्थित कुमचाइखा हाइड्रोकार्बन ड्रिलिंग साइट से अपहरण किया गया था।