जौनपुर से मुंबई जाने के लिए घर से निकली तीन छात्राएं नोएडा में मिलीं
हाथ आए स्मार्टफोन ने तीन लड़कियों की ऐसी मति फेरी कि वे चल दीं फिल्मों में काम करने ,कक्षा 8 में पढ़ने वाली तीनों किशोरियों को नोएडा पुलिस ने बस से उतारा, एसपी ने बच्चों और उनके अभिभावकों से की सतर्क रहने की अपील,खुटहन पुलिस और सर्विलांस टीम को 10 हजार रुपए पुरस्कार की भी घोषणा .
जौनपुर। सम्पन्न परिवार के बच्चों के हाथ में पहले से ही स्मार्टफोन थे। कोरोना काल में आनलाइन क्लासेस चलने के कारण स्मार्टफोन अधिकतर बच्चों की पहुंच में आ गया है। यहां तक कि सरकारी प्राइमरी स्कूलों के बच्चे भी स्मार्टफोन का प्रयोग करके इस रंग बिरंगी अनोखी दुनिया से परिचित हो रहे हैं। लेकिन स्मार्टफोन पर बच्चे क्या कर रहे हैं यह देखने और जानने की फुर्सत बहुत कम अभिभावकों को है, जिसके परिणाम सामने आ रहे हैं। जिले में खुटहन क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली तीन किशोर वय की लड़कियों ने स्मार्टफोन के जरिए मुंबई की दुनिया देखी, फिल्मों, टीवी सीरियल और बच्चों के रियलिटी शो को देखा। कक्षा 8 में पढ़ने वाली ये लड़कियां एक नई दुनिया से परिचित हो कर उसके ग्लैमर से प्रभावित हुईं।
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आपस में सलाह करके वे घर वालों को बिना बताए मुंबई के लिए निकल पड़ी। खोजने से न मिलने पर घर वालों ने पुलिस को सूचना दी। फिल्मों में काम करने की चाहत लेकर जौनपुर से मुंबई जाने के लिए घर से निकली तीनों छात्राएं नोएडा में मिलीं। एक्सप्रेस वे कोतवाली पुलिस ने जौनपुर पुलिस की सूचना पर एक रोडवेज बस को रोका और तीनों छात्राओं को कोतवाली ले आई। जौनपुर पुलिस ने सूचना दी थी कि थाना खुटहन क्षेत्र में रहने वाली आठवीं कक्षा की तीन छात्राएं मंगलवार को बस से दिल्ली जाने के लिए घर से निकली हैं। तीनों छात्राओं की आयु करीब 15 वर्ष है। सूचना और लोकेशन के आधार पर बुधवार सुबह जेपी अस्पताल नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के पास बसों को रोककर चेकिंग की गई। रोडवेज बस में तीनों मिल गई। तीनों छात्राओं को कोतवाली लाया गया। पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि वह दिल्ली से मुंबई जाना चाहती थीं। वह तीनों पढ़ाई में कमजोर हैं।
छात्राओं का कहना है कि मुंबई में जाकर फिल्म इंडस्ट्री में काम करना चाहती हैं। सामान्य परिवार की तीनों किशोरियां नृत्य, गायन के साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी रूचि रखती हैं। ऐसे में फिल्में और धारावाहिक देख-देख इनके मन में भी रूपहले पर्दे पर छा जाने का ख्वाब सज गया। फिल्म व टीवी सीरियल ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि चकाचौंध की दुनिया में जीने के लिए तीनों किशोरियां अपने भले-बुरे की परवाह किए बगैर फिल्म नगरी मुंबई के लिए निकल गईं। यही नहीं घर में जो कुछ हाथ लगा समेट लिया। यह तो संयोग अच्छा रहा कि इनमें से एक के पास मोबाइल फोन था, जिससे लोकेशन मिलने के बाद एसपी राज करन नय्यर ने सक्रियता दिखाई और तीनों सकुशल मिल गई। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने घटना का पूरा ब्यौरा दिया और अभिभावकों से अपील की कि वे इस बात का पूरा ध्यान रखें कि उनके बच्चे स्मार्टफोन पर क्या कर रहे हैं। उन्होंने बच्चों को दिए गए संदेश में भी कहा कि बिना घर वालों की इजाजत के वे कोई काम न करें और सोशल मीडिया के जरिए अगर कोई उनसे संपर्क करता है तो अपने घर के लोगों को जरूर बताएं। अन्यथा वे किसी आपराधिक कुचक्र में फंसे सकते हैं। एसपी राजकरन नय्यर ने तत्परता दिखाने के लिए खुटहन पुलिस की टीम और सर्विलांस टीम को 10 हजार रुपए पुरस्कार की घोषणा भी की।